Saturday, May 4, 2024
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सिर्फ 1.5 साल में 50000 करोड़ रुपए का कर्ज, इस रफ्तार से AAP के भगवंत मान पूरा कंगाल कर देंगे पंजाब को: कॉन्ग्रेसी नवजोत सिंह सिद्धू ने घेरा

"भगवंत मान 'हवाई मुख्यमंत्री' हैं। आज रेतों के ट्रकों से 5000 से 7000 रुपए का गुंडा टैक्स वसूला जा रहा है। यह सब सरकारी खजाने में नहीं बल्कि इन AAP नेताओं की जेबों में जा रहा है।"

कॉन्ग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को सरकारी कर्जे संबंधी बवाल पर घेरा है। सिद्धू ने कहा है कि पंजाब अगले 10 साल में कंगाल हो जाएगा। सिद्धू के अनुसार पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने अभी तक के कार्यकाल में 50000 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया है। उन्होंने बताया कि अगला बजट पेश होने तक पंजाबियों पर 70000 करोड़ रुपए का कर्जा चढ़ जाएगा।

पंजाब के देहात विकास फंड (आरडीएफ) को लेकर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखा था और कुछ सवाल खड़े किए थे। सिद्धू ने इसी पत्र को लेकर एक्स (पहले ट्विटर) पर ‘राज्य में मुख्यमंत्री की जवाबदेही पर राज्यपाल के सवालों पर मेरी राय’ कैप्शन से एक वीडियो शेयर किया है।

नवजोत सिंह सिद्धू ने इसमें कहा है:

“राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को सटीक जवाब दिया है। मुख्यमंत्री क्यों नहीं बताते हैं कि आरडीएफ का पैसा कहाँ खर्च होता था।”

पंजाब कॉन्ग्रेस की कमान संभाल चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान से पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कुछ जरूरी सवाल पूछे हैं। यह सारे सवाल पंजाब की आने वाली पीढ़ी के लिहाज से बेहद अहम हैं। सिंद्धू ने आरोप लगाया कि भगवंत मान इन सभी सवालों से पहले भी भाग रहे थे और आज भी भाग रहे हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि पंजाब में एक सिस्टम के जरिए एक माफिया काम कर रहा था। आप (AAP) माफिया को ख़त्म करने आई थी और कहती थी कि एक नई व्यवस्था बनानी है, लेकिन वही AAP जो व्यवस्था बदलना चाहती थी, आज उसी व्यवस्था की मैनेजर-इन-चीफ है। इस दौरान उन्होंने पंजाब की AAP सरकार के लिए गए कर्ज पर तीखे सवाल किए।

‘पंजाब चाहे बर्बाद हो जाए’

कॉन्ग्रेस नेता सिद्धू ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तीखा जुबानी हमला बोला और कहा कि उनकी नीति यह है कि पंजाब चाहे बर्बाद हो जाए, लेकिन वोट बैंक की नीति मजबूत रहे। सिद्धू ने कहा कि कैग की रिपोर्ट कहती है कि अगले 5-10 साल में पंजाब दिवालिया हो जाएगा और इसके सामने कोई रास्ता नहीं है।

सिद्धू ने कहा कि राज्य का ऋण-से-जीडीपी अनुपात 50 फीसदी के करीब है, जो राष्ट्रीय औसत से बहुत अधिक है। राज्य का कर्ज अब अस्थिर स्तर पर है। उन्होंने बताया कि पंजाब के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि मौजूदा भगवंत मान सरकार के 1 साल 6 महीने में लिए गए कर्ज में 50,000 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी है।

सिद्धू ने आगे कहा कि अगले मार्च तक यह बढ़कर 70000 करोड़ रुपए हो जाएगा जबकि अकाली दल की सरकार ने अपने 10 साल की सरकार में डेढ़ लाख करोड़ रुपए का कर्ज लिया। वहीं कॉन्ग्रेस ने 5 साल की सरकार में एक लाख करोड़ रुपए का कर्ज लिया, लेकिन AAP की भगवंत मान सरकार कर्ज लेने के मामले में ‘फरारी’ पर सवार है।

सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब में कोई आदमी नहीं है और नहीं यहाँ कोई अवसर है। उनके अनुसार जो लोग बाहर विदेशों में बैठे हैं, वह 200-300 डॉलर पंजाब में अपने परिवार को भेजते हैं और उससे काम चल रहा है, लेकिन उन पर भी तलवार लटकाई जा रही है। सिद्धू ने कहा कि यही हाल रहा तो आने वाले वक्त में पोते तो क्या बुजुर्ग भी जमीन बेचकर पंजाब से बाहर चले जाएँगे।

‘केवल माफिया फल-फूल रहा’

कॉन्ग्रेस नेता सिद्धू ने कहा कि भगवंत मान की सरकार उनकी आवाज को बंद नहीं कर सकती… भले ही जेल में डाल दे। उन्होंने भगवंत मान को ‘हवाई मुख्यमंत्री’ का तमगा देते हुए कहा कि आज रेतों के ट्रकों से 5000 से 7000 रुपए का गुंडा टैक्स वसूला जा रहा है। यह सब सरकारी खजाने में नहीं बल्कि इन AAP नेताओं की जेबों में जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में माफिया फल-फूल रहा है। चंडीगढ़ के आसपास बड़े लोगों के अवैध तौर पर कब्जाई गई 25000 एकड़ से अधिक भूमि पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीएसपीसीएल पर कोई श्वेत पत्र नहीं, कोई उत्पाद शुल्क आयोग नहीं, कोई खनन नीति नहीं

कॉन्ग्रेस नेता सिद्धू ने कहा कि जिन्होंने उत्पाद शुल्क नीति और रेत खनन के माध्यम से राजस्व बढ़ाने का वादा किया था, वे खुद इन क्षेत्रों के माध्यम से धन की अवैध निकासी को संरक्षण दे रहे। उन्होंने आगे कहा कि एल-1 (थोक शराब के लाइसेंस) केवल कुछ चुनिंदा लोगों को दिए गए। इसके अलावा सरकार के संरक्षण में बड़े पैमाने पर अवैध खनन असली कारण है, जिसकी वजह से पंजाब में राजस्व को उम्मीदों से ज्यादा नुकसान पहुँचा है।

सवाल करते हुए सिद्धू ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए:

“उन्हें हमारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले बड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने से कौन रोक रहा है? केवल माफिया के एकाधिकार को ख़त्म करने से उन्हें कौन रोक रहा है?”

‘सत्ता में बैठे लोग जनता को मूर्ख बना रहे’

कॉन्ग्रेस के हाजिर जवाब नेता सिद्धू ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग लोकलुभावन राजनीति से जनता को मूर्ख बना रहे हैं। पंजाब की जनता को कर्ज के जिस जाल में धकेला गया है, उसमें हर पंजाबी पर लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए का कर्ज है और यह आँकड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है।

सिद्धू ने सवाल किया कि जब पंजाब कर्ज के जाल में फँसा हुआ है तो इसका राजस्व मॉडल कहाँ है? पंजाब सरकार को साफ करना चाहिए कि क्या राज्य उधार से चलेगा या आय से चलेगा?

गंभीर आरोप लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाले सत्ता में बैठे लोगों द्वारा खर्च के लिए कर्ज लिया जाता है जबकि राजस्व को जेब में डाल लिया जा रहा। उन्होंने आगाह किया कि इस प्रणाली के जारी रहने से भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी। यह गंभीर चिंता का विषय है और मुख्यमंत्री को पंजाब के भविष्य और वित्तीय स्थिरता से संबंधित इन सवालों का जवाब देना चाहिए?

मंच पर साथ लेकिन AAP और कॉन्ग्रेस में है रार

विपक्षी INDI गठबंधन की हालिया बैठक में कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी और AAP के संस्थापक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भले ही एक मंच पर दिखे, एक ही नारा लगा रहे, लेकिन राजनीति की जमीन पर दोनों में रार है। कॉन्ग्रेस और AAP के बड़े नेताओं के एक-दूसरे के साथ दोस्ताना रवैया सिर्फ मंच तक ही दिखता है। जमीनी हकीकत यही है – कॉन्ग्रेसी नवजोत सिंह सिद्धू AAP की भगवंत मान सरकार पर आरोप लगा रहे, भ्रष्टाचार में लिप्त बता रहे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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