Friday, April 25, 2025
Homeराजनीतिनानी गाम से लौट आए राहुल गाँधी: नए साल पर इटली में क्या सब...

नानी गाम से लौट आए राहुल गाँधी: नए साल पर इटली में क्या सब किया, कहाँ मनाई छुट्टियाँ?

राहुल गाँधी 27 दिसंबर 2020 को कॉन्ग्रेस के स्थापना दिवस से ठीक एक दिन पहले देश छोड़ विदेश रवाना हो गए थे। राहुल गाँधी ने ऐसे समय में विदेश यात्रा की थी, जब उनकी पार्टी ‘किसान’ विरोध-प्रदर्शन का जोरशोर से समर्थन करने में जुटी थी।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार राहुल गाँधी नया साल मनाकर रविवार (10 जनवरी, 2021) को देश लौट आए। हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वह इटली में किस जगह गए हुए थे। रिपोर्ट्स ने उनके भारत लौटने की पुष्टि की है। लोगों का मानना है कि जिस अज्ञात स्थान पर राहुल गाँधी नए साल से पहले रवाना हुए थे, वह इटली का मिलान शहर है। उनकी माँ सोनिया गॉंधी इतालवी मूल की ही हैं।

राहुल गाँधी के देश लौटने की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई के नेशनल ब्यूरो चीफ नवीन कपूर ने ट्विटर पर दी है।

गौरतलब है कि राहुल गाँधी 27 दिसंबर 2020 को कॉन्ग्रेस के स्थापना दिवस से ठीक एक दिन पहले देश छोड़ विदेश रवाना हो गए थे। राहुल गाँधी ने ऐसे समय में विदेश यात्रा की थी, जब उनकी पार्टी ‘किसान’ विरोध-प्रदर्शन का जोरशोर से समर्थन करने में जुटी थी।

बता दें राहुल गाँधी किसानों के विरोध को लेकर बहुत मुखर थे और पंजाब कॉन्ग्रेस नेता तो उन विरोधियों को भी अपना समर्थन दे रहे थे, जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी को बंधक बना लिया है। हालाँकि, केंद्र सरकार को हर मामले में जिम्मेदार ठहरा रहे राहुल गाँधी चुपके से बिना किसी को बताए, पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रदर्शनकारियों को छोड़कर विदेश निकल लिए थे।

इस विदेश यात्रा की खबर आते ही सोशल मीडिया पर राहुल के राजनीति को लेकर गंभीर न होने की चर्चा शुरू हो गई थी। माना जा रहा था कि वह मिलान में अपने ननिहाल नया साल मानने गए हुए थे।

राहुल की विदेश यात्राओं की टाइमिंग पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनावों में अपमानजनक हार के बाद राहुल गाँधी की मिलान यात्रा, उनकी पहली विदेश यात्रा थी। उनके ऐसे रवैए के बावजूद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि राहुल गाँधी देश लौटने के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी का कार्यभार सँभालेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बंगाल की प्रियंका दत्ता को रेप की धमकी, पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ डाला था पोस्ट: अधिकारी बोले – डिलीट करो वरना माता-पिता भुगतेंगे...

पश्चिम बंगाल की प्रियंका दत्ता ने बताया है कि कैसे पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने पर उसे मुसलमानों से अपहरण और बलात्कार की धमकियाँ मिलीं। यही नहीं अधिकारी भी घर पर आकर धमकी देकर गए हैं कि पोस्ट हटा लो वरना माता-पिता को भुगतना पड़ेगा।

गाँधी भी ख़ुद को बताते थे अंग्रेज वायसराय का ‘वफादार सेवक’: वीर सावरकर पर टिप्पणी को लेकर राहुल गाँधी को सुप्रीम कोर्ट की फटकार,...

सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि राहुल गाँधी का बयान स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के खिलाफ और पूरी तरह गैर-जिम्मेदाराना हैं।
- विज्ञापन -