Friday, March 28, 2025
Homeराजनीतिमुंडेरा बाज़ार का नाम हुआ चौरी-चौरा, तेलिया अफ़ग़ान अब कहलाएगा तेलिया शुक्ल: योगी सरकार...

मुंडेरा बाज़ार का नाम हुआ चौरी-चौरा, तेलिया अफ़ग़ान अब कहलाएगा तेलिया शुक्ल: योगी सरकार के फैसले पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की मुहर

किसी भी स्थान का नाम बदलने के लिए रेल मंत्रालय, डाक विभाग और भारतीय सर्वेक्षण विभाग से सहमति लेने के बाद ही गृह मंत्रालय की तरफ से एनओसी जारी किया जाता है।

उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों के नाम बदलने के प्रस्तावों को गृह मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। इसी के साथ गोरखपुर के मुंडेरा बाज़ार को अब चौरी-चौरा के नाम से जाना जाएगा। साथ ही देवरिया के तेलिया अफ़ग़ान का नाम बदल कर तेलिया शुक्ल कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को 2 स्थानों के नाम बदलने की सिफारिश की थी। प्रस्ताव के तहत गोरखपुर स्थित मुंडेरा बाज़ार और देवरिया के तेलिया अफगान का नाम बदलने की अपील की गई थी। जिसपर मंत्रालय ने अपनी सहमति दे दी है। दी गई जानकारी के मुताबिक गोरखपुर जिले में नगर पालिका परिषद मुंडेरा बाजार का नाम बदलकर ‘चौरी-चौरा’ कर दिया गया है। वहीं देवरिया जिले के तेलिया अफ़ग़ान गाँव का नाम बदलकर ‘तेलिया शुक्ल’ करने के लिए मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी कर दिया है।

आपको बता दें कि किसी भी स्थान का नाम बदलने के लिए रेल मंत्रालय, डाक विभाग और भारतीय सर्वेक्षण विभाग से सहमति लेने के बाद ही गृह मंत्रालय की तरफ से एनओसी जारी किया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंडेरा बाज़ार और तेलिया अफ़ग़ान का नाम बदलने की माँग काफी पुरानी है। दरअसल चौरी-चौरा की घटना के सौ साल पूरे होने के अवसर पर कई गलत तथ्यों को सुधारा जा रहा है। इसी कड़ी में चौरी-चौरा के मुख्य बाजार ‘मुंडेरा बाजार’ का नाम बदलने की माँग की जा रही थी। उसी तरह देवरिया जिले के बरहज का गाँव ‘तेलिया अफ़ग़ान’ आम लोगों के बीच ‘तेलिया शुक्ल’ के नाम से ही प्रचलित है। जबकि राजस्व अभिलेखों (revenue records) में इसका नाम तेलिया अफ़ग़ान ही चला आ रहा था।

इन नामों को सुधारने के प्रस्ताव पहले जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजे जिसे स्वीकारने के बाद राज्य सरकार ने केंद्र से सिफारिश की। आपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार ने कई स्थानों के नाम बदले हैं। कुछ महीनों पहले ही लखनऊ के बर्लिगटन चौराहे का नाम बदलकर अशोक सिंघल चौराहा कर दिया गया था। सर्वोदय नगर में एक गेट का नाम विनायक दामोदर सावरकर द्वार रखा गया था, सिकंदराबाद चौराहे का नाम वीरांगना उदादेवी कर दिया गया था जबकि विराम खण्ड राम भवन चौराहा,अमर शहीद मेजर कमल कालिया चौराहा कर दिया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ST की कुलदेवी को हटाकर बनाया ‘माता मरियम का मंदिर’, अकेले तापी में बन गए 1500 चर्च: दक्षिण गुजरात में ईसाई धर्मांतरण से हिंदू...

कार्यकर्ता ने पूछा, "हम वनवासी हैं, तो हमारे इलाके में ईसाई जनसभा और बड़े कार्यक्रमों की क्या ज़रूरत है? अलग-अलग राज्यों से ईसाई पादरी, प्रचारक और बड़े लोग सिर्फ़ यहीं सभा करने क्यों आते हैं?"

बंगाल के मालदा में हिंसा, दावा- हिंदुओं के घरों-दुकानों को ‘मुस्लिम भीड़’ ने चुन-चुनकर बनाया निशाना: गवर्नर को लिखा पत्र- सनातनियों की रक्षा के...

पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हिंसक भीड़ हिंदुओं की दुकानों को निशाना बना रही है। हिंसा से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
- विज्ञापन -