Tuesday, November 19, 2024
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14 चेहरे-18 मौके: TV डिबेट में जब गाली-गलौज और धमकी पर उतरे कॉन्ग्रेस-AAP-SP के नेता

बीजेपी पर हमला करने के लिए कॉन्ग्रेस, आप पार्टी के नेताओं को गालियाँ, धमकी और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने से कोई गुरेज नहीं है। जब वाजिब तर्क नहीं होते हैं, तब लोग ऐसा ही करते हैं।

लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए मजबूत नेतृत्व के साथ मजबूत इरादों का होना भी अति आवश्यक है। लेकिन कॉन्ग्रेस और अन्य विपक्षी दलों में इसका अभाव स्पष्ट रूप से दिखता है। यही कारण है कि कॉन्ग्रेस, आप और अन्य विपक्षी दलों के प्रवक्ताओं को अक्सर टीवी पर बहस के दौरान गाली-गलौज व अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए देखा जाता है। भाजपा को बदनाम करने के लिए ये दल सोची-समझी रणनीति के तहत निम्न स्तरीय व्यवहार करते हैं, जो उनकी घटिया मानसिकता का परिचय देता है।

लंबे समय से विपक्षी प्रवक्ताओं ने अपनी पार्टी की कमियों पर पर्दा डालने के लिए गाली-गलौज का सहारा लिया है। हाल ही में, एक ट्विटर यूजर @moronhumour ने अपने अकाउंट से 18 ऐसे उदाहरणों का उल्लेख किया है, जब कॉन्ग्रेस और आप के नेता ने अपने विरोधियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत

पिछले हफ्ते कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज तक न्यूज चैनल पर एक लाइव बहस में असभ्य भाषा का प्रयोग किया था। उन्होंने भाजपा नेता संबित पात्रा को ‘नाली का कीड़ा’ कहा था। मालूम हो कि श्रीनेत कभी NDTV की पत्रकार रह चुकी हैं।

हालाँकि, यह कोई पहली घटना नहीं थी, जब श्रीनेत ने लाइव बहस के दौरान असभ्य भाषा का प्रयोग किया था। अगर उनकी कुछ पुरानी बहसों को एक बार फिर से देखा जाए तो वह इसमें भी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आ रही हैं। वह अपने विरोधियों द्वारा दिए गए तर्कों और विचारों को सुनना ही नहीं चाहती हैं, केवल अपनी ही बातों को सबसे सटीक बताने का प्रयास करती हैं। यही कारण है कि इस दौरान जब अन्य दलों के प्रवक्ता उनके बयानों का खंडन करने की कोशिश करते हैं, तो वह अपना आपा खो बैठती हैं। वह अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर विरोधियों को रोकती हैं।

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक

श्रीनेत के अलावा कॉन्ग्रेस के कई अन्य प्रवक्ता भी हैं, जो न्यूज चैनल में बहस के दौरान अपने विरोधियों का मुकाबला करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। रागिनी नायक भी उन्ही में से एक हैं। आज तक पर एक डिबेट के दौरान कॉन्ग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने बीजेपी के गौरव भाटिया को सड़क छाप, तोतला, थाली के बैगन, तूझे जूते पड़ेंगे और बदतमीज कहा। दरअसल, उन्होंने (रागिनी) ने इस तरह की अपमानजनक भाषा से डिबेट की शुरुआत इसलिए की, क्योंकि उनके पास बीजेपी प्रवक्ता का मुकाबला करने के लिए बाजिब तर्क नहीं थे। ध्यान दें कि कॉन्ग्रेस की यह प्रवक्ता DUSU अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

दरअसल, नायक को भी टीवी पर बहस के दौरान अपना आपा खोने की आदत है। साल 2018 में, रागिनी ने इंडिया टीवी पर एक न्यूज़ शो के दौरान गौरव भाटिया को कहा था, “तेरा बाप चोर है।”

कॉन्ग्रेस नेता अलका लांबा

एक अन्य कॉन्ग्रेसी नेता जो टीवी डिबेट में असभ्य भाषा का प्रयोग करने के लिए जानी जाती हैं, वह अलका लांबा हैं। अलका पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की सदस्य थीं। अलका ने इस साल की शुरुआत में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया का अपमान किया था। उन्होंने इंडिया टीवी पर एक डिबेट में कहा था, “बदतमीज इनका बाप होगा, बदतमीज इनकी माँ होगी।”

इसके अलावा जब अलका को अपने विरोधियों का खंडन करने के लिए कोई तर्क नहीं मिलता है, तो कॉन्ग्रेस वह विरोधियों का मजाक उड़ाने की कोशिश करती हैं। उनके नामों का मजाक उड़ाती है, संभवत: उन्हें उकसाने के लिए। न्यूज 18 पर एक बहस के दौरान, लांबा ने भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान का मजाक उड़ाते हुए कहा था, “गुरु प्रकाश में नहीं, गुरु अंधकार में है।”

दिवंगत कॉन्ग्रेस नेता राजीव त्यागी

कॉन्ग्रेस के कुछ प्रवक्ता वाद-विवाद के दौरान उनसे पूछे गए सवालों से इतने बौखला गए थे कि वे शो के एंकर को गाली देने से भी नहीं हिचके। कॉन्ग्रेस पार्टी के दिवंगत राजीव त्यागी ने 2018 में एक टीवी डिबेट के दौरान पत्रकार अमीश देवगन को ‘भड़वा’ और ‘दलाल’ कहा था।

वहीं, एक बार राजीव त्यागी बहस के दौरान अपनी बात रखने के लिए सीएनएन आईबीएन7 के एंकर सुमित अवस्थी पर हमला करने के लिए उठ खड़े हुए थे। बाद में एंकर ने उन्हें सीट पर बिठाया था।

आप के पूर्व सदस्य एमसी अब्बास

एमसी अब्बास, जो कभी ‘आप’ के टिकट पर विधायक चुनाव लड़े थे, वह अब ‘स्वतंत्र राजनीतिक विश्लेषक’ के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने एक बार रिपब्लिक टीवी पर बहस के दौरान भाजपा की नूपुर शर्मा को दादी माँ, आंटी, एकता कपूर, वैंप कहकर परेशान करना शुरू कर दिया था।

सपा नेता अनुराग भदौरिया

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता न केवल गलियाँ देने के लिए, बल्कि भाजपा प्रवक्ताओं पर हमले करने के लिए भी मशहूर हैं। समाजवादी पार्टी के अनुराग भदौरिया ने एक बार बीजेपी के गौरव भाटिया को इंडिया टीवी के स्टूडियो में धक्का दिया था।

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा को तो सभी जानते हैं। इन्होंने एक बार न्यूज 24 चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान बीजेपी नेता पर गिलास में भरा पानी फेंक दिया था।

‘आप’ सदस्य निशांत वर्मा

कभी ‘आप’ पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके निशांत वर्मा ने पिछले साल रिपब्लिक टीवी पर एक बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा को उल्टा लटकाने की धमकी दी थी। वर्मा ने पात्रा को कहा था, “तुझे उल्टा टांग दूँगा।”

कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा

भले ही यह कॉन्ग्रेस पार्टी की टिप्पणी थी, लेकिन पाकिस्तानी नेताओं की भाषा में की गई थी। कॉन्ग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक बार इंडिया टीवी पर डिबेट के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए MODI का फुल फॉर्म मसूद अजहर, ओसामा, दाऊद और आईएसआई बताया था।

कॉन्ग्रेस के हमदर्द राजीव देसाई

राजीव देसाई, जो कॉन्ग्रेस के प्रति सहानुभूति रखने के लिए जाने जाते हैं और कथित तौर पर इस पार्टी के प्रवक्ता भी हैं। उन्होंने टाइम्स नाउ पर बहस करते हुए भाजपा नेता नुपुर शर्मा को मूर्ख, पागल और बबलहेड कहकर गाली दी थी।

‘आप’ विधायक सोमनाथ भारती

‘आप’ नेता सोमनाथ भारती ने भी टीवी चैनल पर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। उन्होंने एक बार सुदर्शन टीवी की एक महिला एंकर को गलियाँ दी थीं। उन्होंने कहा था, “भड़वागिरी बंद करो, धंधे पर बैठ जाओ।”

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुजाता पॉल

ऐसा लगता है कि टीवी पर बहस के दौरान विपक्ष के प्रवक्ताओं का नाम बिगाड़ना कॉन्ग्रेस नेताओं का शौक है। रिपब्लिक टीवी पर एक डिबेट शो में कॉन्ग्रेस की सुजाता पॉल ने संबित पात्रा को ‘दया पात्रा’ जैसे नामों से बुलाना शुरू कर दिया, ताकि उन्हें अपनी बात कहने का मौका ना मिल सके।

कॉन्ग्रेस नेता संजय निरुपम

कॉन्ग्रेस नेता संजय निरुपम ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (उस समय बीजेपी नेता) के खिलाफ सेक्सिस्ट और अपमानजनक टिप्पणी की थी।। उन्होंने 2012 में एक बहस के दौरान कहा का था कि कल तक तो आप टीवी पर ठुमके लगा रही थीं और आज चुनावी विश्लेषक बन गईं।

कॉन्ग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह


जब अयोग्य लोगों के पास अपना बचाव करने के लिए कोई तर्क नहीं होता है, तब कॉन्ग्रेस प्रवक्ता टीवी एंकरों को धमकाते हैं। कॉन्ग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह ने दो वरिष्ठ एंकर दिवंगत रोहित सरदाना और मानिक गुप्ता को धमकी दी थी कि वे अपनी नौकरी को बचाने के लिए लाइन में लग जाएँ।

ऊपर बताए गए 18 उदाहरण में आप देख सकते हैं कि किस तरह विपक्षी दलों के प्रवक्ता नेशनल न्यूज चैनल पर अमर्यादित भाषा का जमकर इस्तेमाल करते हुए नजर आए। इस तरह की कई और घटनाएँ भी हैं, जो इस सूची में शामिल नहीं हैं।

हालाँकि, इन उदाहरणों में साफ दिखाई दे रहा है कि बीजेपी पर हमला करने के लिए कॉन्ग्रेस, आप पार्टी के नेताओं को गालियाँ, धमकी और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने से कोई गुरेज नहीं है। जब वाजिब तर्क नहीं होते हैं, तब लोग ऐसा ही करते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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