म्यांमार में शुक्रवार (28 मार्च, 2025) को आए भूकंप के चलते 700 मुस्लिम मारे गए हैं। भूकंप आने के दौरान यह लोग जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद गए हुए थे। मस्जिदों को हुए नुकसान के चलते इनकी मौतें हुईं। घायल होने वालों में भी बड़ी तादाद मुस्लिमों की है। कई नमाजियों की दबे होने की आशंका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, म्यांमार के एक मुस्लिम संगठन ने 700 नमाजियों के मारे जाने का आँकड़ा दिया है। उन्होंने बताया है कि इस भूकंप के चलते म्यांमार के अलग-अलग हिस्सों में लगभग 60 मस्जिदें तबाह हो गई हैं। कई पूरी तरह से ढह गई हैं।
इनमें से कई मस्जिदें ऐसी हैं, जो 18वीं शताब्दी में बनी थीं। सबसे अधिक नुकसान मांडले में हुआ है। भूकंप का सबसे ज्यादा प्रभाव यहीं पड़ा था। इसके अलावा सगैंग इलाके में भी बड़ा नुकसान हुआ है। भूकंप के दौरान नमाज पढ़ने गए मुस्लिमों की इधर उधर भागने और चीखने-चिल्लाने की वीडियो भी सामने आई हैं।
#MyanmarEarthquake
— Zia Hero (@SahatZia_Hero) March 28, 2025
The scene after the collapse of the Shwe Pho Shing Mosque in #Mandalay due to the 7.7 magnitude #earthquake hit #Myanmar.
At least 20 people were killed when the Shwe Pho Shing Mosque in Mandalay collapsed during worship today due to a devastating… pic.twitter.com/UkJBGRRTkY
एक वीडियो में बड़ी संख्या में नमाजी एक मस्जिद के भीतर इकट्ठा हुए हैं और पूरी इमारत हिलती है। यहाँ वजू के लिए बनाए गए जलाशय में भी इस दौरान तेज हरकत होती है। कई जगह मस्जिदों के गिरने और उनमें से नमाजियों को बचाने जाने के वीडियो सामने आए हैं।
मस्जिदों में बड़ी संख्या में मौतें होने के पीछे उनकी जीर्ण शीर्ण हालत होना कारण बताया जा रहा है। इसके अलावा शुक्रवार (जुमा) का दिन और रमजान का महीना होने के चलते मुस्लिम और बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए थे, इससे भी आँकड़ा बढ़ा। कई इलाकों में हुए नुकसान की जानकारी तक सामने नहीं आई है।
म्यांमार की सैन्य सरकार ने बताया है कि अब तक 1600 लोग इस भूकंप के चलते मारे गए हैं जबकि 300 का पता नहीं लगाया जा सका है। 3400 से अधिक गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। म्यांमार की मदद के लिए भारत, चीन और रूस जैसे देश आगे आए हैं।
म्यांमार में अभी राहत-बचाव का काम चल रहा है। म्यांमार में आए इस भूकंप का असर पड़ोसी देश थाईलैंड पर भी हुआ है।