भारत ने मंगलवार (13 मई 2025) को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत पाकिस्तानी नागरिक एहसान उर रहीम उर्फ दानिश को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ यानी आवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दानिश भारत में ISI के लिए जासूसी कर रहा था। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पाकिस्तान के उच्च आयोग को इस बारे में सूचना दे दी है। साथ ही दानिश को 24 घंटे में भारत छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
#BREAKING: One Pakistan High Commission New Delhi based ISI operative under diplomatic cover namely Ehsan Ur Rahim @ Danish has been declared Persona-Non Grata by Govt. of India for his involvement in espionage activities. Punjab Police had cracked the case on Sunday after…
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 13, 2025
विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा, “भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को अवांछित व्यक्ति घोषित किया है क्योंकि वह भारत में अपने पद के अनुरूप काम नहीं कर रहा था। अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। इस संबंध में पाकिस्तान उच्चायोग के कार्यवाहक राजदूत को एक विरोध पत्र (डिमार्शे) जारी किया गया।”
रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब पुलिस ने पिछले सप्ताह अमृतसर में रहीम के लिए जासूसी कर रहे दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी की। रहीम इन लोगों के संपर्क में था। पंजाब पुलिस ने केंद्र सरकार को इस बारे में सूचना दी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने रहीम को 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया।
अप्रैल की शुरुआत में, भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वाराइच को दिल्ली में तलब किया और उसके सैन्य राजनयिकों को औपचारिक तौर पर ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ दिया।
भारत की ये कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद की गई है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। मरने वालों से उनका धर्म पूछा गया और गैर मुस्लिम होने पर मार दिया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि एक्शन के तहत पाकिस्तान उच्च आयोग की कुल संख्या को 55 से घटाकर 30 रह जाएगी।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ किया। इसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया।