Saturday, July 27, 2024
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सिर्फ ₹3000 में ही केरल में किए 6 बम प्लांट, दुबई में भी रहा है डोमिनिक मार्टिन: रिपोर्ट में दावा- जिस प्रार्थना सभा में किया ब्लास्ट, उसमें सास भी थी मौजूद

कोरोना महामारी के दौरान उसका यह काम मंदा पड़ने के कारण वह दुबई चला गया और वहाँ उसने 2 वर्ष तक काम किया है। इसके पश्चात वह भारत आ गया। ज़लील ने यह भी बताया है कि डोमिनिक को प्लम्बर का काम बहुत अच्छे से आता था।

केरल के एर्नाकुलम में ‘यहोवा के साक्षी’ (Jehovah’s Witnesses) की प्रार्थना सभा में धमाका करने वाले डोमिनिक मार्टिन के बारे में नया खुलासा हुआ है। साथ ही यह भी सामने आया है कि डोमिनिक 2 माह पहले ही दुबई से केरल लौटा था। इससे पहले 2 वर्ष तक दुबई में काम कर रहा था। इस धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि लगभग 50 लोग घायल हुए हैं।

धमाका करने के बाद डोमिनिक मार्टिन ने खुद ही थ्रिसुर के एक थाने में जा कर आत्मसमर्पण कर दिया था और इस धमाके की जिम्मेदारी ली थी। उसने आत्मसमर्पण करने से पहले एक फेसबुक लाइव भी किया था। इसमें उसने बताया था कि ‘यहोवा के साक्षी’ देश विरोधी बातें करते हैं इसलिए उसने यह धमाका किया। अंग्रेजी समाचार चैनल ‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए डोमिनिक के मकान मालिक जलील ने बताया है कि वह अपने परिवार के साथ बीते साढ़े 5 वर्षों से उनके मकान में रह रहा है। वह यहाँ पर रह कर इंग्लिश स्पीकिंग की क्लास चलाता था।

कोरोना महामारी के दौरान उसका यह काम मंदा पड़ने के कारण वह दुबई चला गया और वहाँ उसने 2 वर्ष तक काम किया। इसके पश्चात वह भारत आ गया। ज़लील ने यह भी बताया है कि डोमिनिक को प्लम्बर का काम बहुत अच्छे से आता था। डोमिनिक के साथ उसका बेटा और बेटी भी यहीं रहते थे।

डोमिनिक मार्टिन का बेटा वर्तमान में इंग्लैंड में रहता है। उसकी पत्नी को भी उसके इन इरादों की जानकारी नहीं थी, वह धमाके वाले दिन जल्दी सुबह ही घर से निकल गया था। यह भी सामने आया है कि सुबह पति-पति में किसी बात को लेकर लड़ाई भी हुई थी। वहीं अन्य रिपोर्ट्स में डोमिनिक के दुबई में रहने को लेकर अलग-अलग दावे किए गए हैं। एबीपी न्यूज ने बताया है कि वह 15 वर्ष दुबई में रहा था और वहाँ इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम करता था। केरल की समाचार वेबसाइट ऑनमनोरमा ने बताया है कि वह 6 वर्षों बाद धमाका करने के लिए दुबई से लौटा था।

इस बीच डोमिनिक मार्टिन ने कई खुलासे पुलिस की पूछताछ में किए हैं। डोमिनिक ने बताया है कि उसने पिछले 6 महीने में बम बनाना सीखा है। इसके लिए उसने इंटरनेट का सहारा लिया। उसने यह भी बताया है कि बम बनाने के लिए उसने कुल ₹3000 रुपए खर्चे।

डोमिनिक ने पुलिस को बताया कि उसने बम बनाने के लिए 50 गुंडू (एक प्रकार का पटाखा) और आठ लीटर पेट्रोल का उपयोग किया है। उसने यह सब विस्फोटक येहोवास विटनेस प्रार्थना सभा में 6 जगह रखे थे। उसने पुलिस के सामने अपना दावा मजबूत करने के लिए इस धमाके की वीडियो भी फ़ोन में रिकॉर्ड की थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मार्टिन ने जिस प्रार्थना सभा में धमाका किया उसमें उसकी सास भी मौजूद थीं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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