Saturday, May 17, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षागुजरात की समुद्री सीमा में घुस रहा था पाकिस्तानी जंगी जहाज 'आलमगीर', भारत के...

गुजरात की समुद्री सीमा में घुस रहा था पाकिस्तानी जंगी जहाज ‘आलमगीर’, भारत के ‘डार्नियर’ की उड़ान देखकर भागा

पाकिस्तानी के पीएनएस आलमगीर ने समुद्री रास्ते से भारत में घुसपैठ की कोशिश की थी। लेकिन इंडियन कोस्ट गार्ड पर तैनात डोर्नियर सर्विलांस एयरक्राफ्ट ने उसे खदेड़कर वापस कर दिया।

भारत की सीमा में घुसने का प्रयास पाकिस्तान हर तरफ से करता रहता है। हाल में उसके जंगी जहाज पीएनएस आलमगीर ने समुद्री रास्ते से भारत में घुसपैठ की कोशिश की थी। लेकिन, इंडियन कोस्ट गार्ड पर तैनात डोर्नियर सर्विलांस एयरक्राफ्ट ने उसे खदेड़कर वापस लौटा दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएनएस आलमगीर को आता देख पहले भारतीय एयरक्राफ्ट ने चेतावनी जारी की। लेकिन, इसके बावजूद वह भारत की ओर आता रहा और कोई जवाब तक नहीं दिया। भारत ने अपनी ओर से कोई एक्शन लेने से पहले उन्हें रेडियो संचार सेट पर कॉल भी किया। मगर फिर भी उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद भारतीय डॉर्नियर ने उस जहाज को खदेड़ने की कार्रवाई शुरू की, जिसे देख पाकिस्तानी जहाज का कप्तान घबराया और आलमगीर को भारतीय समुद्री सीमा से बाहर निकाल ले गया।

बताया जा रहा है कि भारतीय सीमा से आलमगीर को भगाने के लिए इंडियन डॉर्नियर ने उसके सामने दो से तीन दफा एग्रेसिव फॉर्मेशन में उड़ान भरी। यही देख पीएनएस कप्तान को पता चल गया कि भारत गुस्से में एक्शन लेने की बात कर रहा है। पीएनएस के वापस जाते समय भारत ने उस पर लगातार नजर बनाए रखी।

बता दें कि घुसपैठ की यह घटना जुलाई 2022 के शुरुआती दिनों की हैं। पाकिस्तानी पीएनएस ने गुजरात के नजदीक समुद्री सीमा में घुसने की कोशिश की थी। ये वो जगह है जहाँ भारत अपने देश के मछुआरों को भी जाने की अनुमति नहीं देता है। यहाँ की सुरक्षा में इंडियन कोस्ट गार्ड और इंडियन एयर फोर्ट तैनात रहते हैं ताकि पाकिस्तान की किसी भी घटिया हरकत को अंजाम तक न पहुँचने दिया जा सके।

यहाँ की सुरक्षा को देखने के लिए कुछ दिन पहले ही डायरेक्टर जनरल वी एस पठानिया ने भी कुछ दिन पहले ही पोरबंदर क्षेत्र का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने तटीय इलाके की निगरानी के लिए नए कोस्ट गार्ड में ध्रुव हेलिकॉप्टर्स को शामिल किया था। इन्हीं एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर्स और कोस्ट गार्ड के जहाजों से दिन-रात समुद्री तट की निगरानी होती है। इनका काम आने वाले खतरों पर नजर रखना होता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर में झेलम के अधूरे तुलबुल प्रोजेक्ट को लेकर भिड़े उमर अब्दुल्ला और महबूबा, खेलने लगे ‘इस पार और उस पार’ का खेल: सिंधु...

उमर अब्दुल्ला ने महबूबा के आरोपों को 'सस्ता प्रचार' करार देते हुए कहा कि वह बहस को 'गटर' के स्तर पर नहीं ले जाएँगे।

’43 रोहिंग्या औरतों-बच्चों-बुजुर्गों को समंदर में फेंक दिया’: सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- किसने देखा, कहाँ है सबूत? वकील से कहा- देश में इतना कुछ...

जस्टिस सूर्या कांत ने वकील से सख्त लहजे में कहा, "हर दिन आप नई-नई कहानी लेकर आते हैं। इस कहानी का आधार क्या है? कोई सबूत तो दिखाइए।"
- विज्ञापन -