अमेरिका से भारत लाया गया आतंकी तहव्वुर राणा सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली पर भी आतंकी हमला करवाने वाला था। इसके लिए उसने साजिश रच ली थी। यह खुलासा उसके प्रत्यर्पण के बाद चल रही अदालती कार्रवाई में हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विशेष NIA जज चंदरजीत सिंह ने 10 अप्रैल, 2025 को अपने आदेश में कहा कि NIA द्वारा पेश की गई जानकारी से यह साफ है कि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है और जाँच को पूरी गंभीरता के साथ अंजाम दिया जाना चाहिए।
जज के 12 पन्नों के आदेशनुसार, “जाँच एजेंसी ने जो सामग्री कोर्ट में पेश की है। उससे पता चलता है कि यह एक गहरी और अंतरराष्ट्रीय स्तर की साजिश है, जिसमें राजधानी दिल्ली समेत भारत के कई शहरों को टारगेट करने की योजना बनाई गई थी।”
कोर्ट ने यह भी कहा कि राणा से गहराई से पूछताछ की ज़रूरत है। जज ने कहा, “उससे गवाहों, जब्त दस्तावेजों और फॉरेंसिक सबूतों के साथ आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जानी चाहिए ताकि इस साजिश की पूरी परतें खुल सकें।”
तहव्वुर राणा को इसी आधार पर कोर्ट ने 18 दिन की NIA हिरासत में भेजने का आदेश दिए हैं। इस दौरान जाँच एजेंसी उसे उन जगहों पर भी ले जा सकती है, जहाँ उसकी गतिविधियाँ पहले से रिकॉर्ड में हैं। ताकि घटनाओं को दोबारा जोड़ा जा सके और सच्चाई सामने लाई जा सके।
अदालत ने राणा की सेहत को लेकर भी दिए थे निर्देश
इससे पहले दिल्ली की एक अदालत में NIA की तरफ से वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन और विशेष लोक अभियोक नरेंद्र मान ने पक्ष रखते हुए राणा की सेहत को लेकर भी निर्देश जारी किए थे। उसका हर 48 घंटे में मेडिकल चेकअप कराने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है, “चूंकि आरोपित ने अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की जानकारी दी है और प्रत्यर्पण प्रक्रिया में भारत ने उचित इलाज का आश्वासन दिया है, इसलिए उसके इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।”
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे। आतंकी समुद्र रास्ते पाकिस्तान से आए थे और उन्होंने मुंबई में कई जगह पर हमला कर 60 घंटे तक दहशत फैलाई थी। इसमें 166 लोग मारे गए थे। तहव्वुर राणा ने इन हमले वाली जगहों की रेकी और प्लानिंग में मदद की थी।