Friday, November 8, 2024
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‘स्वरा भास्कर हिंदू, उसका निकाह इस्लाम में मान्य नहीं’: मुफ्ती ने कुरान की आयत का दिया हवाला, RJ सायमा जैसे लिबरलों की भी लगाई क्लास

मुफ्ती यासिर नदीम ने स्वरा भास्कर और फहद अहमद के निकाह का जश्न मनाने वाले मुस्लिमों की भी आलोचना की है। कहा कि इनमें 'उदारवाद का कीड़ा' है। उन्हें इस कीड़े से अलग किया जाना चाहिए।

फुल टाइम एक्टिविस्ट और पार्ट टाइम हिरोइन स्वरा भास्कर ने 16 फरवरी 2023 को सपा नेता फहद अहमद से शादी की जानकारी दी थी। लेकिन अमेरिका में शिकागो में रहने वाले मुफ्ती यासिर नदीम अल वाजिदी का क​हन है कि य​ह निकाय मान्य नहीं है। इसकी वजह उन्होंने स्वरा भास्कर का हिंदू होना बताया है। साथ ही उन्होंने भारत के लिबरल मुस्लिमों की क्लास भी लगाई है।

मुफ्ती यासिर ने कुरान की एक आयत का हवाला देते हुए कहा है, “स्वरा भास्कर मुस्लिम नहीं हैं। उनके कथित शौहर मुस्लिम हैं। इसलिए यह निकाह इस्लामिक रूप से मान्य नहीं है। जब तक गैर मुस्लिम औरतों पर पूरा ईमान नहीं आता तब तक उनसे निकाह नहीं करना चाहिए। यदि वह केवल निकाह के लिए इस्लाम कबूलती है, तो यह अल्लाह को मंजूर नहीं है।”

लेकिन मुफ्ती का यह ट्वीट आरजे सायमा जैसे लिबरलों को नहीं भाया। उसने मुफ्ती के ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, “बज़ ऑफ!”

मुफ्ती यासिर ने सायमा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें ‘लिबरल बीमारी है’। कुरान को ‘बज़ ऑफ’ कहने के बावजूद वह अपने नाम की वजह से इस्लाम से जुड़ी रहेंगी।

लेकिन यह बहस यही खत्म नहीं हुई। सायमा ने एक और ट्वीट कर मुफ्ती यासिर से पूछा , “आप कौन है? दूसरों का न्याय करने के लिए क्या अल्लाह ने आपको नियुक्त किया है? हम किसी के लिए नहीं, बल्कि अल्लाह और सिर्फ अल्लाह के प्रति जवाबदेह हैं। जब तक कोई आपकी राय नहीं माँगे, तब तक अपनी सलाह न दें। एक अच्छे मुस्लिम बनो।”

जवाब में मुफ्ती यासिर ने ट्वीट किया, “मैं एक ऐसा व्यक्ति हूँ, जिससे आप जैसे लिबरल सबसे ज्यादा नफरत करते हैं। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूँ, जो अक्सर आप जैसों लोगों द्वारा इस्लाम की गलत व्याख्या करने वालों का पर्दाफाश करता है। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूँ, जो तब बोलूँगा, जब आरजे इस्लाम की गलत व्याख्या करना शुरू करेगी। तुम खुद को एंटरटेनमेंट बिजनेस तक ही रखो और इस्लाम को विशेषज्ञों के लिए छोड़ दो।”

‘मिस्टर रिएक्शन वाला’ नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “हम भारत में रहते हैं, किसी इस्लामिक देश में नहीं, इसलिए कृपया करके सऊदी अरब में इसका प्रचार करें।” उसके ट्वीट का जवाब देते हुए मुफ्ती यासिर ने लिखा कि इस्लाम केवल सऊदी अरब के लिए नहीं है और भारत में रहने का मतलब यह नहीं है कि कोई इस्लाम को नहीं मानता है।

एक अन्य ट्वीट में, मुफ्ती यासिर नदीम अल वाजिदी ने स्वरा भास्कर (जो उनके अनुसार, मुस्लिम नहीं हैं) के एक मुस्लिम शख्स के साथ निकाह का जश्न मना रहे लिबरल मुस्लिमों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि उनमें ‘उदारवाद का कीड़ा’ है। उन्हें इस कीड़े से अलग किया जाना चाहिए। कानूनी तौर पर वे जो चाहे करने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन मुस्लिमों के लिए इसमें खुश होने की कोई बात नहीं है।

गौरतलब है कि स्वरा भास्कर ने सोशल मीडिया के जरिए फहद अहमद के साथ निकाह की जानकारी दी थी। बताया जाता है कि दोनों ने इस संबंध में कोर्ट में 6 जनवरी 2023 को ही दस्तावेज जमा कर दिए थे, लेकिन निकाह की खबर अब सार्वजनिक की है। इसके बाद स्वरा भास्कर और उनके शौहर फहद अहमद सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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