विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि इस तरह की ख़बरें 'सेक्युलर मीडिया' द्वारा नहीं दिखाई जाती हैं और न ही कोई 'सेक्युलर नेता' इस तरह की वीडियो पर आपत्ति जताता है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए।
पुलिस ने युवती की तलाश में कई जगह दबिश दी, मगर कामयाबी नहीं मिली। तलाशी अभियान फिलहाल जारी है। इस दौरान पुलिस जमील के गाँव सरूरपुर भी पहुँची और पूछताछ के लिए 3 संदिग्धों को हिरसत में ले लिया है।
बिहार के नरकटियागंज और झंझारपुर में भी मुहर्रम के जुलुस के दौरान मारपीट और विवाद की खबर है। वहीं, दरभंगा के सिंहवारा में भी मुहर्रम जुलूस के दौरान झड़प हो गई, जिसमें 6 लोग जख्मी हो गए।
पुलिस द्वारा मामले में ढिलाई दिखाने के कारण परिवार ने खुद ही मामले की छानबीन करनी शुरू की। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खँगाले और एक कार के नंबर के आधार पर वसीम को पुलिस के हवाले किया।
एक पीड़ित के अनुसार, आरोपितों ने उससे संपर्क कर के 2 लाख भारतीय मुद्रा के बदले 1 लाख सऊदी करेंसी देने का वादा किया। इसकी क़ीमत लगभग 19 लाख रुपए हो जाती है और इसीलिए ऐसा ऑफर ठुकराना मुश्किल होता है।
आरोपित ओबेद अफरीदी फोटोग्राफर है और गुनबीन को अच्छी तरह से जानता है। इसी का फायदा उठाकर वो खुद को गुनबीन बताकर अलग-अलग वीआईपी नंबरों से मॉडल्स व लड़कियों को फोन कर उनसे इंडस्ट्री में सेटल करवाने के नाम पर अश्लील और न्यूड फोटो माँगता था।
सोमवार की सुबह करीब साढ़े 4 बजे शंकर को एहसास हुआ कि रघुवीर अभी भी अपने फोन पर पबजी खेल रहा है। वे उसके कमरे में गए और फोन छीन लिया। इसके बाद रघुवीर अपने पिता पर झपटा और हसियां से हमला कर उनके टुकड़े कर दिए।
वेस्ट दिल्ली के डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मोहम्मद रजी, कासिम अंसारी, बालकिशन, मैमून अहमद, तसलीम और फरदीन सिद्दिकी उर्फ शम्मी के रूप में हुई है। मुख्य आरोपित मोहम्मद रजी, एक ऑनलाइन फूड डिलिवरी ऐप बेस्ड कंपनी में काम करता है।
नाले में मिली लाश। शर्ट देख कर टेलर ने मृतक की पहचान कृष्णा के तौर पर की। असल में कृष्णा अपने शर्ट के कॉलर के नीचे के 3-4 बटन हमेशा अलग रंग के लगवाता था। जब पुलिस हत्या के तह तक पहुँची तो उसे प्यार, धोखा और लालच से भरी एक कहानी मिली।
गुना के फतेहगढ़ में 8 साल के लड़के का विवाह 7 साल की एक लड़की के साथ किया गया है। इस बाल विवाह में दोनों पक्षों की रजामंदी थी। दोनों पक्षों ने बकायदा कार्ड भी छपवाए और पूरे रीति-रिवाज के साथ मासूमों की शादी करवाई।