गुनहगारों के वकील एपी सिंह ने फाँसी दिए जाने और ना दिए जाने पर रोष जताते हुए कहा कि आज चौथा डेथ वॉरंट जारी हुआ है, 2013 में चारों दोषियों को फाँसी दी गई, फिर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने फाँसी दी और इसके बाद पुनर्विचार याचिका में चारों गुनहगारों को फाँसी दी गई।
तजाद्दीन ने गैंगरेप का विडियो भी शूट किया। कई महीनों तक पीड़िता इंसाफ के लिए भटकती रही। आखिरकार सोमवार को उसका मामला दर्ज किया गया। आरोपितों की धर-पकड़ के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
आरोपित मौलाना तीन बच्चों का बाप है। वह अपने घर में ही मदरसा चलाता था। मामले को दबाने के लिए उसने बच्ची का जबरन गर्भपात करवाया। उसके परिजनों से सौदा करने की कोशिश की।
पीड़िता के ससुर ने उसे खेत में सिंचाई के लिए साथ चलने के लिए कहा। इस पर वह अपने ससुर के साथ खेत पर सिंचाई करने चली गई। लेकिन वहाँ उसके ससुर ने उसके मुँह में कपड़ा ठूँसकर उससे बलात्कार किया।
7 फरवरी को पीड़िता का कोर्ट में बयान दर्ज होना है। आरोपितों के परिजन राजीनामे के लिए दबाव बना रहे थे। इनकार करने पर 8-10 लोग अवैध हथियार लेकर पीड़िता के घर में घुस आए और हमला बोल दिया।
आरोपित ने अपनी रूममेट एवं अपने कंपनी में काम करने वाली लड़की को कमरे में अकेला देखकर उसके साथ रेप करने की पहले कोशिश की। लेकिन, जब लड़की ने ऐसा करने से मना किया तो आरोपित ने उसके मुँह में कपड़ा ठूँस दिया, जिसके बाद वो बेहोश हो गई।
घटना 14 जनवरी की है। इस मामले को लेकर गॉंव में चार-पॉंच दिन तक पंचायत चलती रही। पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया गया कि वे मामला दर्ज नहीं कराएँ, क्योंकि इससे कौम और मस्जिद की बदनामी होगी।
चलने-फिरने में असमर्थ लेकिन हत्या, बलात्कार, धर्म के नाम पर कत्लेआम और धार्मिक विरासत स्थलों को नष्ट करने का आदेश देता था यह ISIS आतंकी मुफ्ती। रेप के बाद लड़कियों-औरतों को गुलाम बनाने के लिए भी दिया था फतवा।
13 साल की लड़की से रेप की कोशिश। आबिद, मिंटू, महबूब, चाँद बाबू, जमील और फिरोज इस मामले में जाते हैं जेल। लेकिन जमानत पर बाहर आते हैं। आते ही क्या करते हैं? पीड़िता की माँ को सबके सामने बेरहमी से मारते हैं, इतना कि वो मर जाती हैं।