सीबीआई की टीम सुशांत के फ्लैट पर क्राइम सीन को दोबारा रीक्रिएट कर रही है। ताकि घटनास्थल की जाँच व तमाम जानकारी कंफर्म हो सके और हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जाँच की जा सके। फ्लैट पर बेडरूम में डमी टेस्ट भी किया गया।
कोर्ट ने कहा कि सभी बातों से ये मालूम होता है कि मुंबई पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत जो जाँच की, वह निश्चित कारण के लिए बहुत सीमित थी। इस केस को अपराध की धारा 157 के तहत नहीं जाँचा गया।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मुद्दे पर कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि अभिनेता की मृत्यु के बाद दो एम्बुलेंस क्यों बुलाई गई थी? इस बात की जाँच क्यों नहीं होती है कि किसने मौके पर दो एम्बुलेंस बुलाई थी?