शरद पवार ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए और आरोप लगाते समय, किसी को यह भी देखना चाहिए कि अतीत में क्या हुआ था।
चायनीज ऐप टिकटोक एप्लीकेशन यह जाँचता है कि क्लिपबोर्ड पर क्या कॉपी किया गया है। अपने बचाव में चीनी ऐप टिकटोक ने कहा कि फोन पर क्लिपबोर्ड का इस्तेमाल एक 'फ़ीचर' के कारण हुआ।
पीटीआई को प्रसार भारती से करोड़ों रुपए दशकों से मिलते आ रहे हैं। लेकिन, हालिया कवरेज के बाद संभावना जताई जा रही है कि प्रसार भारती वित्तीय मदद रोक सकती है।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी, चीनी पैसा। कॉन्ग्रेस में यह संस्कृति नई नहीं है। इंदिरा गाँधी के जमाने से ही इसके चलन बनने के तथ्य सार्वजनिक हैं। राजीव से होते हुए यह सोनिया-राहुल-प्रियंका की कॉन्ग्रेस तक पहुँची है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन से भारत की झड़प और जवाबी कार्रवाई से पाक घबरा गया है। भारत-चीन सीमा पर बढ़ते तनाव और युद्ध की आशंकाओं के बीच घबराई पाकिस्तानी सेना भी पीएलए के साथ साजिशों में जुट गई है।
वर्ष 1991-92 में भारत के तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्रीय बजट से सोनिया गाँधी के नेतृत्व वाले राजीव गाँधी फाउंडेशन को पाँच साल की अवधि में 100 करोड़ रुपए की राशि आवंटित करने की कोशिश की थी।