Monday, December 23, 2024

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Lalu Yadav

लालू का MLA, दलित लड़की से रेप… लेकिन ‘बाबू साहब के सामने सीना तानकर चलते थे’ के नाम पर वोट!

जब तक ये फैसला आया तब तक अपराधियों में से एक मर चुका था, लेकिन पच्चीस साल बीतने पर भी एक दूसरा अपराधी फरार ही...

छपरा के ‘नाथ’ जिसे अपने ही चेले से मिली हार तो बदले में उसे बम से उड़ाया, RJD से बेटा लड़ रहा चुनाव

सियासत में कूदने से पहले ही प्रभुनाथ का आस्तीन दाग़दार हो चुका था। 1980 में मशरक के विधायक रामदेव सिंह की हत्या हुई थी और आरोप लगा था प्रभुनाथ सिंह पर।

समुदाय विशेष को BJP का डर भी दिखाया, ‘जात’ देख कर आरोपित को भी बचाया: लालू यादव का MY समीकरण

उन्हें जम कर भाजपा का डर दिखाया। इससे वो मुस्लिमों के मसीहा भी बने रहे और यादवों का वोट भी उन्हें मिलता रहा। इस तरह उन्होंने MY समीकरण बना कर राज किया।

लालू यादव के 3 बकरों की बलि, मुझे मारने के लिए कराई थी तांत्रिक पूजा: सुशील मोदी

"लालू को जनता पर भरोसा नहीं, इसलिए वे तंत्र-मंत्र, पशुबलि और प्रेत साधना जैसे कर्म-कांड कराते रहे हैं।" - सुशील मोदी के इस ट्वीट के बाद...

खून पर खून और खून के बदले खून: बिहार में जातीय नरसंहार के बूते लालू ने कुछ यूँ खड़ी की थी ‘सामाजिक न्याय’ की...

अगस्त 12-13, 1992 का दिन। गया जिला का बारा गाँव। माओवादियों ने इलाके को घेरा और 'भूमिहार' जाति के 35 लोग घर से निकाले गए। पास में एक नहर के पास ले जाकर उनके हाथ बाँधे गए और सबका गला रेत कर मार डाला गया। लालू राज में जाति के नाम पर ऐसी न जाने कितनी घटनाएँ हुईं।

‘लालू के रेल’ की तरह ही था बिहार का ‘चरवाहा विद्यालय’: जिस काम में लगे 6 विभाग, वो बना शराब, जुआ और ताश का...

चरवाहा स्कूल को चलाने की जिम्मेदारी कृषि, सिंचाई, उद्योग, पशु पालन, ग्रामीण विकास और शिक्षा विभाग को दी गई थी। लालू ने एक तरह से बच्चों पर ज़िंदगी भर के लिए 'चरवाहा' का टैग लगा दिया।

‘एक्के केस में बाभन का रिहाई और यादव को सजा, मोदी उसको सड़ा दिया जेल में’ – ‘विकास’ के बाद भी जातीय गोलबंदी

लखीसराय जिले की दो विधानसभा सीटों के समीकरण, यादव बहुल पंचायतों का इस बार कैसा है चुनावी मिजाज। नीतीश का सूर्यगढ़ा से क्या है 'नाता'?

वह बाहुबली जिसके पीछे पड़ी रही यूपी-बिहार की पुलिस: अस्पताल में पूर्व मंत्री पर चलाई गोलियाँ, 15 साल खाई जेल की हवा, मिला RJD...

बिहार की राजनीति में सक्रिय ऐसे ही माफियाओं की फेहरिस्त में एक नाम राजन तिवारी का भी है। राजन तिवारी ऐसे बाहुबली हैं, जिनका दबदबा दो राज्यों यूपी और बिहार दोनों जगह रहा है।

जंगलराज का डर ऐसा कि लालू से अपने भी काट रहे कन्नी, ‘मोदी के हनुमान’ कहीं चुस्त तो कहीं सुस्त

जमीन पर यह चर्चा जोर-शोर से है कि लोजपा के कुछ कैंडिडेट जीतने में सफल रहे तो बीजेपी नीतीश कुमार को छोड़ देगी।

जेल में ‘टेनिस खेलती लड़की’ से जिन्हें हुआ प्यार, वो दिल्ली दंगों के आरोपित PFI-SDPI संग उतरे हैं बिहार ‘सुधारने’

“मैं तो एक सीधा-सादा छात्र था। लालू का प्रशंसक था। उनको अपना आदर्श मानता था, लेकिन लालू मेरे साथ बार-बार छल करते गए। मुझे..."

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