नैरेटिव सेट करने वालों में बड़ी ताकत है। पूरी दुनिया में आग लग जाए तो उसे वो बाढ़ बता सकते हैं। चर्चा दंगों पर नहीं, एक बयान पर हो रही। चर्चा बयान की सत्यता-असत्यता पर नहीं हो रही। हत्या की धमकियों पर नहीं हो रही।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि यह अधिनियम धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है, विदेशी आक्रांताओं की इमारतों को वैधता देता है।