पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, संस्थान ने डेवलेपमेंट स्टडीज में डॉक्टरेट कर रहे रामदास प्रिंसी शिवानंदन (30) पर मुंबई, तुलजापुर, हैदराबाद और गुवाहाटी में अपने कैंपस में प्रवेश करने पर भी पाबंदी लगा दी है।
ऑप्टिक्स और मेकेनिक्स के माध्यम से भारत के वैज्ञानिकों ने ये कमाल किया। सूर्य की किरणों को लेंस और दर्पण के माध्यम से सीधे राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला के मस्तक तक पहुँचाया गया।
राम नवमी के दिन प्रभु राम का अयोध्या में सूर्य की किरणों स तिलक हो पाए... इसके लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है। दर्पणों की मदद से किरणों को डायवर्ट करके ऐसा संभव होगा।
मीसा भारती ने कहा, "राम मंदिर जाने की क्या जरूरत है? हमारे पास सोनपुर में हरिहर बाबा का मंदिर है, जहाँ मेरे पूरे परिवार ने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया है।"
राष्ट्रपति मुर्मू को राम मंदिर ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया गया था।