कुछ दिन पहले ही टीएमसी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने सुवेंदु को अपने पिता और भाइयों को टीएमसी से बीजेपी में शिफ्ट करने में नाकाम रहने के लिए ताना मारा था।
2019 में बिहार के मुख्यमंत्री को जदयू का अध्यक्ष चुना गया था और उनका कार्यकाल 3 साल का था। उन्होंने इस्तीफ़ा देते हुए इस पद को आरसीपी सिंह के हवाले कर दिया जो कि राज्यसभा में जदयू का प्रतिनिधित्व करते हैं।
“ये भाजपा आईटी सेल ने यह हरकत कॉन्ग्रेस की मीटिंग रोकने के लिए की है। भाजपा के पूरे आईटी सेल को इस प्रोपेगेंडा प्रचार की ज़िम्मेदारी मिली है कि मुझे कॉन्ग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया जाए।”