दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है जिसे ‘साहेबगंज का रावण’ के नाम से जाना जाता है। इसका असली नाम राम नरेश सहनी है। उसके खिलाफ 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। राम नरेश सहनी लम्बे समय से फरार चल रहा था। वह वर्तमान में 50 से अधिक बदमाशों का गैंग चला रहा है।
सहनी 2005 से लगातार अपराध करता आ रहा है। उसने गुजरात, दिल्ली और बिहार में तमाम अपराध कर रखे थे। इसके कारण पुलिस उसे ढूंढ रही थी। सहनी बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। उसे हाल ही में बिहार में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले आई।
सहनी ने वर्ष 2005 में गुजरात के सूरत शहर में दशहरा के त्यौहार में कुमोद नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इसके बाद वह फरार हो गया था। इसके बाद वर्ष 2012 में उसे दिल्ली में गाँजा बेचते हुए पकड़ा गया था। इस मामले में उसे 2013 में जमानत मिली थी। वह जमानत के बीच से ही फरार हो गया। तबसे उसकी तलाश थी।
सहनी के खिलाफ लूट, हत्या, फिरौती के लिए अपहरण, रंगदारी, गाँजा बेचने समेत 25 आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह भी सामने आया है कि वह वर्तमान में मुजफ्फरपुर में अवैध शराब का कारोबार कर रहा था। उसने इसके लिए उसने गैंग बना रखा था। उसके गैंग में 50 से अधिक बदमाश थे। उसको ढूँढने के लिए पुलिस लम्बे समय से सक्रिय थी।
राम नरेश सहनी उर्फ ‘साहेबगंज का रावण’ लगातार अपना हुलिया और पता-ठिकाना भी बदलता रहता था। उसे कोर्ट ने भी भगोड़ा घोषित कर रखा था। इस इलाके में इतना खौफ था कि उसके विषय में कोई खुलकर नहीं बोलता था। उसने बिहार में शराबबंदी के बाद से अवैध शराब बेचनी शुरू कर दी और इससे काफी सम्पत्ति भी अर्जित की है।
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि सहनी को पकड़ने के लिए 5 जनवरी 2024 को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक टीम बिहार के मुजफ्फरपुर भेजी गई थी। दिल्ली पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मोतीपुर थाना क्षेत्र से उसे पकड़ा। सहनी से शुरुआती पूछताछ के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया है।