Thursday, November 14, 2024
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हिंदू महिला के टुकड़े-टुकड़े करने वाला गुलामुद्दीन मुंबई से गिरफ्तार: ‘गफ्फार’ नाम की फर्जी ID लेकर नेपाल हो रहा था फरार, पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर दबोचा

लामुद्दीन ने अनीता चौधरी की हत्या करने से कुछ महीने पहले पड़ोस में रहने वाली एक महिला का जेवर लूटने की भी साजिश रची थी। गंगाणा में ग्रीन सिटी क्षेत्र में रहने वाली वह महिला सोने का तिमणिया पहनती थी। इस जेवर पर गुलामुद्दीन की नजर पड़ गई थी। उसने धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में यह जेवर लूटने की साजिश रची थी। उसे भी नशीला पदार्थ दिया था।

राजस्थान के जोधपुर में 51 वर्षीय ब्यूटीशियन अनीता चौधरी उर्फ अनीता जाट की हत्या का मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन को पुलिस ने मुंबई से दबोच लिया है। उसे शुक्रवार (8 नवंबर) की रात को जोधपुर लाकर पूछताछ की जा रही है। हत्या के बाद गुलामुद्दीन मुंबई से बिहार के रास्ते नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था। उसके पास से गफ्फार नाम की एक फर्जी ID भी मिली है

जोधपुर डीसीपी (वेस्ट) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गुलामुद्दीन वारदात के बाद अहमदाबाद होते हुए मुंबई भाग गया था। वह बिहार की ट्रेन पकड़ कर नेपाल भागने की योजना बना रहा था। मुंबई में बिहार जाने के लिए उसने ट्रेन का टिकट बुक करने के लिए अपना मोबाइल फोन ऑन किया था। इसके बाद पुलिस को उसकी लोकेशन का मुंबई का पता चल गया।

आनन-फानन में राजस्थान पुलिस मुंबई पहुँची। इसके बाद उसने अपना फोन फिर स्विच ऑफ कर दिया। मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर जैसे ही उसने अपना फोन ऑन किया तो पुलिस उसे दबोचने के लिए दौड़ी। स्टेशन पर पुलिस को देखकर वह भागा तो पुलिस ने बाइक से उसका पीछा करके उसे दबोच लिया। इसके बाद जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी करके उसे जोधपुर लाया गया।

डीसीपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि गुलामुद्दीन ने अपना नाम बदलकर गफ्फार रख लिया था। उसकी तलाशी में उसके पास से गफ्फार नाम की एक फर्जी पहचान पत्र और बिहार जाने के लिए ट्रेन का टिकट मिला है। उन्होंने बताया कि हत्या की जाँच के दौरान उसके पास पुलिस का कॉल आया तो वह जोधपुर से बस पकड़कर गुजरात के अहमदाबाद शहर भाग गया। वहाँ से ट्रेन पकड़कर वह मुंबई चला गया।

मुंबई में वह हाजी अली, काठियावाड़़ और चौपाटी वाले क्षेत्र में अलग-अलग लॉज में ठहरा। इन सभी जगहों पर उसने गफ्फार नाम की आईडी का इस्तेमाल किया था। वह 7 नवंबर को ट्रेन से बिहार जाने वाला था। इसलिए 6 और 7 नवंबर की रात को वह मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ही सोया था। उसने अपना मोबाइल जोधपुर के एमडी हॉस्पिटल की पार्किंग में खड़ी अपनी स्कूटी में ही छोड़ दिया था।

वह दूसरे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था। उसका यह नंबर पुलिस के हाथ लग गया था। वह अपने मोबाइल को कुछ मिनट के लिए ही ऑन करता था। डीसीपी वर्मा ने बताया कि एक बार उसने फोन ऑन किया तो पुलिस को उसके अहमदाबाद में होने की जानकारी मिली। दूसरी बार में लोकेशन मुंबई में मिली। इसके बाद उसने फोन ऑन नहीं किया। पुलिस को उसकी अगली लोकेशन का पता नहीं चला।

इसके बाद पुलिस ने उसके अंतिम लोकेशन वाले इलाके की सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया। अपनी पहचान छुपाने के लिए वह कैप लगाता था। इससे सीसीटीवी फुटेज में उसका चेहरा नहीं दिखता था। पुलिस के इस बीच 7 नवंबर को टिकट लेने के बाद उसने मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर अपना मोबाइल ऑन किया। इससे उसका लोकेशन ट्रैस हो गया।

पुलिस ने संदेह के आधार पर उससे उसका पहचान पत्र माँगा तो उसने गफ्फार नाम का पहचान पत्र दिखाया। इसके बाद पुलिस उसे पहचान नहीं पाई और उसे छोड़ दिया। फरार होने के बाद उसने अपना हुलिया पूरी तरह बदल लिया था। पुलिस के पास उसकी जो तस्वीर थी, वह भी काफी पुरानी थी। हालाँकि, जब अन्य साथी पुलिसकर्मियों ने उसे देखा तो उसे पहचान लिया और बाइक से पीछा करके दबोच लिया।

आपराधिक इतिहास है गुलामुद्दीन का

पुलिस ने बताया कि गुलामुद्दीन की हिस्ट्री खंगालने पर वह बदमाश प्रवृत्ति का आदमी निकला। उसने लूट के इरादे से जहरखुरानी की कई वारदातों को अंजाम दिया है। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। वह बेहद शातिर है। उसे अच्छी तरह पता है कि पुलिस से कैसे बचा जाए। इसलिए मोबाइल का उपयोग नहीं करता था। सिर पर कैप लगाकर चलता था।

गुलामुद्दीन ने अनीता चौधरी की हत्या करने से कुछ महीने पहले पड़ोस में रहने वाली एक महिला का जेवर लूटने की भी साजिश रची थी। गंगाणा में ग्रीन सिटी क्षेत्र में रहने वाली वह महिला सोने का तिमणिया पहनती थी। इस जेवर पर गुलामुद्दीन की नजर पड़ गई थी। उसने धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में यह जेवर लूटने की साजिश रची थी।

गुलामुद्दीन ने अपनी बीवी और तीनों बेटियों को और पड़ोसी महिला के परिवार को नशीला शर्बत पिला दिया था। शर्बत पीने के बाद सभी लोग बेहोश हो गए थे। हालाँकि, पड़ोसी महिला को इस बात की आशंका हो गई थी कि कुछ गड़बड़ है। इसलिए उसने शर्बत नहीं पीया था। इसके चलते उसका जेवर बच गया था और संभवत: उसकी जिंदगी भी बच गई थी।

इसको लेकर आस-पड़ोस के लोगों ने गुलामुद्दीन पर संदेह के इरादों पर संदेह जताया था। हालाँकि, उसने अपनी बीवी और बेटियों के भी बेहोश होने की बात कहकर अपनी साजिश को छिपा लिया था। जोधपुर पुलिस ने बताया कि गुलामुद्दीन ने लोगों को तर्क दिया था कि बाजार से लाए गए शर्बत में ही कुछ गड़बड़ी थी। इसी कारण से पीने के बाद लोग बेहोश हो गए थे।

लूटने के इरादे से अनीता चौधरी को बुलाया था घर

जानकारी के मुताबिक, गुलामुद्दीन मृतक अनीता चौधरी को अक्सर गहने में देखता था। इसलिए उसने गहने लूटने की साजिश रची। वह अनीता चौधरी को बहन कहकर बुलाता था और दोनों के बीच लगभग 25 साल पुरानी जान-पहचान थी। उसने अनीता चौधरी को 27 अक्टूबर को गंगाना स्थित अपने घर पर बुलाया था। अनीता रात में उसी के घर रुकने वाली थी। इसलिए कपड़े भी अपने साथ लेकर गई थी।

इससे पहले गुलामुद्दीन ने अपनी बीवी आबिदा परवीन और तीनों बेटियों को अपने साढ़ू (साली के पति) के घर भेज दिया था। अनीता जब ऑटो रिक्शा से गंगाना पहुँची तो एक रिसॉर्ट के पास गुलामुद्दीन उसे लेने के लिए गया। गुलामुद्दीन मृतक अनीता चौधरी का अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर उसे ब्लैकमेल करके और वसूली करना चाहता था।

हालाँकि, जब अनीता उसके घर पहुँची तो उसने बेहोश करने की दवा मिलाकर अनीता को पीने के लिए दिया। शर्बत पीने के कारण अनीता बेहोश हो गई तो उसने अनीता का सोने का मंगलसूत्र और तीन अंगूठियाँ निकाल ली। देर रात तक अनीता को होश नहीं आया। इसके बाद गुलामुद्दीन ने धारदार चाकू से उसके ललाट पर वार करके हत्या दी। फिर 6 टुकड़ों में काटने के बाद बोरे में बंद करके दफन कर दिया। 

हालाँकि, पुलिस ने विस्तृत जानकारी नहीं दी है। माना जा रहा है कि पहले से ही गिरफ्तार उसकी बीवी आबिदा परवीन को आमने-सामने बैठाकर उससे पूछताछ करेगी। इसमें अन्य लोगों और प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी की भूमिका के बारे में भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने गुलामुद्दीन की बीवी आबिदा परवीन से पूछताछ के लिए 6 दिन का रिमांड और माँगा कोर्ट से माँगा है।

शव का अभी तक नहीं हुआ है पोस्टमार्टम

उधर अनीता के शव का 10 दिन बीत जाने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। उसके परिजन 1 करोड़ रुपए मुआवजा और एक व्यक्ति की सरकारी नौकरी की माँग करते हुए धरना दे रहे हैं। प्रशासन के साथ मृतक के परिजनों का कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं, शव के अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस परिजनों को सफीना नोटिस भी जारी कर चुकी है।

इतना ही नहीं, इतना दिन बीत जाने के बावजूद शव का अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। परिजन इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। हनुमान बेनीवाल सहित कई नेता तेजा मंदिर के पास धरने पर बैठे मृतक के परिजनों से मुलाकात की। इसको लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी लग रहे हैं।

वहीं, इस हत्याकांड में कई परतें हैं, जिनका खुलासा होना बाकी है। इसमें प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी की भूमिका, अनीता चौधरी के साथ उसके रिश्ते, गुलामुद्दीन के साथ उसके रिश्ते, लेन-देन सहित कई एंगल शामिल हैं। तैयब अंसारी के घर पुलिस ने रेड भी किया था और उससे पूछताछ भी की थी। मृतक के पति ने अपनी शिकायत में तैयब अंसारी का भी नाम लिया है।

हत्याकांड में कई गिरफ्तार

इस मामले में सरदारपुरा पुलिस ने कृष्णलीला नगर निवासी सुमन उर्फ सुनीता सेन, बागर चौक निवासी मोहम्मद यासीन अली, राबडिया निवासी जैफू खान, निवार घरों का मोहल्ला निवासी मोहम्मद शरीफ उर्फ मुन्ना, कलीमुद्दीन उर्फ कालिम, मोहम्मद हमीमुद्दीन, मकबुल अहमद, मोईनुददीन, मोहम्मद अज्जरम, युनुस को गिरफ्तारी किया है। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।

बता दें कि इस हत्याकांड का मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन अब तक फरार है। उसे पुलिस खोज नहीं पाई है। हालाँकि, पुलिस ने वारदात की साथी उसकी बीवी आबिदा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 20 से अधिक लोगों से पूछताछ भी की है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी के बंगले पर भी दो दिन छापेमारी की थी। हालाँकि, हत्या की वजह की तह तक अभी भी वह नहीं पहुँच पाई है।

मृतक के पति और उसकी सहेली का ऑडियो हुआ था वायरल

अनीता के पति मनमोहन चौधरी और अनीता की ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली सुनीता उर्फ सुमन सेन के बीच बातचीत का एक ऑडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था। इसमें सुनीता अंसारी का नाम ले रही थी। अंसारी को केस में नामजद तैयब अंसारी माना जा रहा है। इसमें सुनीता अपनी जान को खतरा बताती है और कई लोगों के नाम भी लेती है।

शव मिलने से पहले की इस बातचीत में सुनीता ने मनमोहन से कहा था कि तैयब अंसारी सुनीता चौधरी को मार सकता है। सुनीता ने मनमोहन से कहा था, “तैयब दीदी (अनीता) को निपटा दिया होगा। अब मैं अंसारी को फोन करूँगी तो चार दिन के अंदर वह मुझे भी मरवा देगा।” मृतक अनीता के पति ने ऑडियो की पुष्टि की है। अब इस मामले में कई मोड़ आ गए हैं।

अनीता के पति मनमोहन और उसकी सहेली सुनीता की कॉल रिकार्डिंग बाहर आने के बाद पुलिस की रडार पर कई लोग आ चुके हैं। इनमें लोगों में कई डॉक्टर, ब्यूटी पार्लर संचालक, पाली के प्रॉपर्टी डीलर, बदमाश एवं अपराधी, व्यवसायी, अधिकारी और नेता भी शामिल हैं। तैयब अंसारी के घर छापेमारी के दौरान पुलिस ने यहाँ से मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर सहित कई दस्तावेज बरामद किए हैं।

तैयब अंसारी 30 साल पहले तक पाली में ऑटो चलाता था। अब वह प्रॉपर्टी का कारोबार करता है। पाली में कुछ विवादित जमीनें भी ले रखी हैं। मारवाड़ के इलाकों में विवादित प्रॉपर्टी को लेकर तैयब अंसारी का नाम कई बार सामने आ चुका है। जोधपुर में सोजती गेट इलाके में एक होटल और जैसलमेर बाइपास पर उसका एक फार्म हाउस सह मैरिज गार्डन है। पाली और जोधपुर रोड पर भी एक फार्म हाउस है।

तैयब अंसारी से भी अनीता की थी बातचीत

पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, 50 वर्षीय मृतक अनीता और 42 के मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन फारूकी तथा 55 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी के बीच बातचीत होती थी। फोन की सीडीआर से पुलिस के हाथ कई सुराग लगे हैं। आशंका कि अनीता की मौत के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद भी हो सकता है। इसे सत्यापित करने के लिए पुलिस अनीता के नाम की प्रॉपर्टी की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के अनुसार, अनीता औऱ तैयब अंसारी के बीच प्रॉपर्टी को लेकर रिश्ते थे। आशंका है कि अंसारी ने अनीता के नाम पर काफी प्रॉपर्टी खरीद रखी है। इसमें से कुछ प्रॉपर्टी तैयब अंसारी ने बेच दी। इसके बाद अनीता उससे नाराज थी। अनीता की हत्या से 15 दिन पहले से ही अंसारी और अनीता के बीच अनबन हुई थी। इसके बाद अनीता और अंसारी ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को ब्लॉक कर दिया था।

पुलिस ने गुलामुद्दीन के घर की गहन तलाशी ली थी, लेकिन वहाँ खून का एक भी धब्बा नहीं मिला। पुलिस को शक है कि अनीता की हत्या किसी दूसरे जगह पर की गई है। हत्या से पहले उसे प्रताड़ित भी किया होगा। अनीता के शव को 6 टुकड़ों में काटा गया था। ऐसे में हत्याकांड वाली जगह पर खून के धब्बे नहीं मिलना पुलिस को आशंका पैदा करता है। गुलामुद्दीन की गिरफ्तार बीवी आबिदा भी कह चुकी है कि हत्या करने में कई लोग शामिल हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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