जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आंतकवादियों के ऊपर की गई भारतीय सेना की कार्रवाई ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन की कमर को तोड़ कर रख दिया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कमांडर रियाज नायकू की मौत पर आयोजित एक शोकसभा में हिजबुल प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने कहा, “इस समय दुश्मन (भारत) का पड़ला भारी है।”
सोशल मीडिया पर आई एक वीडियो में देखा जा सकते है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सैयद सलाउद्दीन रियाज की मौत पर पाकिस्तान में आयोजित शोकसभा में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहा है। इस दौरान मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमीन पर बैठे देखे जा सकते हैं, शोकसभा में सैयद सलाउद्दीन कह रहा है-
“मुझे बहुत दिली सदमा हुआ है, लेकिन दोस्तों-बुजुर्गों ये शहादत का सिलसिला पहले दिन से ही चला आ रहा है। सिर्फ 1 जनवरी 2020 से अब तक बहुत से मुजाहिद्दीन अपनी शहादत दे चुके हैं। ये सभी पढ़े-लिखे हैं। मुजाहिद्दीन ने भी हालिया, हंदवाड़ा और राजवाड़ की कार्रवाई में दुश्मन का कमर तोड़ दिया है। लेकिन जरूरी यह है कि इस वक्त दुश्मन (भारत) का पलड़ा भारी है।” बताया जा रहा है कि इस वीडियो को अमेरिकी विदेश विभाग ने जारी किया है।
इस वीडियो को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है, “हिज़बुल मुजाहिद्दीन का सरग़ना आतंकवादी सैयद सलाउद्दीन का विडीओ सामने आया है, अब वो मान गया है की दुश्मन (भारत) का पलड़ा भारी है! जय हिंद की सेना।”
हिज़बुल मुजाहिदीन का सरग़ना आतंकवादी Sayeed Salahudeen का विडीओ सामने आया है …अब वो मान गया है की दुश्मन(भारत) का पलड़ा भारी है!
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 9, 2020
जय हिंद की सेना🙏 pic.twitter.com/CXnBu5fV7I
आपको बता दें कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का गठन 1990 के आसपास हुआ था। इसका गठन मास्टर एहसान डार ने किया था। इस आतंकी संगठन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में भय का वातावरण बनाकर कश्मीर को भारत से अलग करके पाकिस्तान में उसका विलय करना है। भारत में कई आतंकी घटनाओं के पीछे हिजबुल मुजाहिद्दीन का ही हाथ रहा है।
जम्मू-कश्मीर में अप्रैल 2014 में हुए बम धमाकों में 17 लोगों की जान चली गई थी, ये हमला हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ही कराया था। इस संगठन का प्रमुख इस समय सैयद सलाउद्दीन है, जो कि मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के बड़गाम का रहने वाला है। अमेरिका ने सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित कर रखा है। सलाहुद्दीन कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देता है।
गौरतलब है कि हंदवाड़ा में 6 मई को सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के सबसे बड़े आतंकी रियाज नायकू को मार गिराया था। इस कार्रवाई को सेना, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स ने मिलकर अंजाम दिया था। रियाज ने जुलाई 2016 में अनंतनाग में बुरहान वानी की मौत के बाद हिजबुल की कमान संभाली थी। 33 वर्षीय इस आंतकी पर 12 लाख रुपए का इनाम भी था।
इससे पहले 3 मई को हंदवाड़ा एनकाउंटर में पाकिस्तान के रहने वाले टॉप लश्कर आतंकी हैदर को भारतीय सेना ने मार गिराया था। इसके कुछ दिनों बाद भारत ने कहा था कि वो पाकिस्तान के उन सभी क़दमों का कड़ा विरोध करता है, जिनके तहत वो अपने कब्जे वाले भारतीय प्रदेशों की स्थिति में बदलाव लाने के लिए उठा रहा है। भारत ने पाकिस्तान को तुरंत अपने अवैध कब्जे वाले प्रदेशों को खाली करने को कहा था।