राजस्थान के अजमेर में एक दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है। आरोपित टीपू सुल्तान पर अपने दो साथियों के साथ इस घटना को अंजाम देने का आरोप है। घटना के दौरान टीपू सुल्तान के साथ उसके साथी भी मौजूद थे, पीड़िता ने आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज करा दिया है। पुलिस फ़िलहाल इस मामले की जाँच कर रही है।
युवती मंगलवार (29 सितंबर 2020) को अजमेर स्थित रामगंज अपनी माँ के घर जा रही थी। रास्ते में उस क्षेत्र का ही रहने वाला टीपू सुल्तान उसे बहला फुसला कर खेतों में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। इस दौरान उसके दो साथी भी मौजूद थे और उन्होंने भी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया। टीपू के साथियाें ने युवती के मुँह में कपड़ा ठूँस दिया था।
टीपू सुल्तान के युवती को लगभग 8 घंटों तक बंधक बना कर रखा और उसे यातनाएँ भी दीं। इसके बाद रात के लगभग 1 बजे आरोपित टीपू सुल्तान ने युवती को उसकी माँ के घर छोड़ा और वहाँ धमकी भी दी कि घटना के बारे में किसी को भी सूचित करने का अंजाम बुरा होगा। इसके बाद पीड़िता ने अपनी पूरी आपबीती अपने घर वालों से बताई।
फिर बुधवार (30 सितंबर 2020) को युवती ने अपनी माँ और भाई के साथ रामगंज थाने में पूरे घटनाक्रम की जानकारी और मामला दर्ज कराया। पुलिस ने बलात्कार की धाराओं और अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में जाँच शुरू कर दी है। घटना की वजह से ग्रामीणों में आक्रोश है, इस घटना पर स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करती है तो क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। घटनाक्रम की जाँच रामगंज थाने के थानाध्यक्ष मुकेश सोनी के अंतर्गत की जा रही है।
बुधवार को ही राजस्थान के बारां (Baran) जिले में भी दो नाबालिग लड़कियों से गैंगरेप (Gang rape) का मामला सामने आया था। ज़ी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, आरोपितों ने पहले बारां से दो नाबालिग लड़कियों का अपहरण किया फिर अपहरण के बाद आरोपित दोनों लड़कियों को कोटा, जयपुर और अजमेर ले गए। कथिततौर पर तीन दिनों तक उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था।