Tuesday, May 7, 2024
Homeराजनीति'कॉन्ग्रेस में न नेतृत्व, न दिशा': गोवा कॉन्ग्रेस के मुल्ला ने दिया इस्तीफा, सोनिया...

‘कॉन्ग्रेस में न नेतृत्व, न दिशा’: गोवा कॉन्ग्रेस के मुल्ला ने दिया इस्तीफा, सोनिया गाँधी को भेजा खत

उरफान मुल्ला ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी को एक पत्र लिखकर अपना दर्द बताया है। मुल्ला ने सोनिया गाँधी को लिखे पत्र में कहा है, "कॉन्ग्रेस संगठन, दिशा और नेतृत्व की कमी से ग्रस्त है। गोवा में पार्टी के पुराने नेता निर्णय लेने में बुरी तरह विफल रहे हैं।"

गाँधी परिवार की अगुवाई में कॉन्ग्रेस पार्टी को एक बाद एक झटके लग रहे है। बिहार विधानसभा में करारी हार के बाद, अब गोवा प्रदेश कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यक कमेटी के अध्यक्ष, उरफान मुल्ला ने पार्टी में दिशा और नेतृत्व की कमी का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उरफान मुल्ला ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी को एक पत्र लिखकर अपना दर्द बताया है। मुल्ला ने सोनिया गाँधी को लिखे पत्र में कहा है, “कॉन्ग्रेस संगठन, दिशा और नेतृत्व की कमी से ग्रस्त है। गोवा में पार्टी के पुराने नेता निर्णय लेने में बुरी तरह विफल रहे हैं।”

गौरतलब है कि उरफान मुल्ला के इस्तीफा से पहले पार्टी के 23 सदस्यों ने भी सोनिया गाँधी को एक पत्र लिख पार्टी की स्थिति को लेकर चिंता और काम करने के तरीकों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। पत्र में कॉन्ग्रेस कार्यसमिति की तुरंत बैठक बुलाकर बिहार में चुनावी असफलता पर चर्चा करने और कथित तौर पर पार्टी में संगठनात्मक चुनाव की माँग की है।

रेडिफ पर प्रकाशित आर राजगोपालन की रिपोर्ट में बताया गया है कि सीडब्ल्यूसी के पाँच सदस्यों ने पत्र लिखे जाने की पुष्टि की है। कथित तौर पर पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि जब बिहार चुनाव प्रचार चरम पर था और यहाँ तक कि जिस दिन नतीजे आने थे, उस दिन भी पार्टी का नेतृत्व करने की बजाए राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा शिमला में छुट्टियाँ मना रहे थे।

पत्र में बिहार की चुनावी असफलता के संदर्भ में कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा कई तरह की चिंता जताई गई है। साथ ही अहमद पटेल के कोरोना संक्रमण और महामारी के कारण नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय 24, अकबर रोड में राजनीतिक गतिविधियाँ ठप होने को लेकर भी चिंता जाहिर की गई है।

रेडिफ ने एक वरिष्ठ नेता के हवाले से कहा, “क्या इस तरह की लापरवाही कोई और पार्टी दिखाई सकती है जिसका राष्ट्रीय प्रभव हो?” रिपोर्ट में एक अन्य नेता के हवाले से पार्टी में पैदा शून्य को लेकर कहा गया है, “कॉन्ग्रेस केवल प्रवक्ताओं के टेलीविजन बहस के आसरे चल रही है।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बंगाल भर्ती घोटाले पर ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, बताया ‘फ्रॉड’: CJI चंद्रचूड़ बोले – जनता का विश्वास चला जाता है तो...

सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट के भर्ती रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है।

‘पतंजलि’ केस में अब IMA ही फँस गया: जिस नियम के तहत बाबा रामदेव पर हुई कार्रवाई अब वही विवाद में, पुनर्विचार करेगी केंद्र...

ASG ने बताया कि 2018 में ड्रग्स-कॉस्मेटिक्स कानून की नियम संख्या 170 की अधिसूचना जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ 8-9 याचिकाएँ दायर हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -