Friday, May 3, 2024
Homeदेश-समाजलाल किले के भीतर दंगाइयों का आंतक: चकनाचूर हुए काउंटर पर लगे शीशे, उखाड़...

लाल किले के भीतर दंगाइयों का आंतक: चकनाचूर हुए काउंटर पर लगे शीशे, उखाड़ दिए गए रेलिंग व बैनर

जारी तस्वीरों में देख सकते हैं। शीशे चकनाचूर पड़े हैं। काउंटर को पलट दिया गया है। सारी चीजें तितर-बितर हैं। एजेंसी का कहना है कि ये तस्वीर टिकट काउंटर, मेटल डिटेक्टर गेट की हैं। जहाँ टूटे शीशों के अलावा लाल किले में पुलिसकर्मियों की टोपियाँ भी पड़ी हैं।

दिल्ली के लाल किले पर गणतंत्र दिवस के दिन किसान दंगाइयों ने खूब उत्पात मचाया। न केवल तिरंगे का अपमान करते हुए उन्होंने वहाँ सिख झंडा किले से फहराया बल्कि अंदर भी काफी तोड़फोड़ की। आज घटना की अगली सुबह सारे नुकसान की तस्वीरें सामने आ गई हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी तस्वीरों में देख सकते हैं। शीशे चकनाचूर पड़े हैं। काउंटर को पलट दिया गया है। सारी चीजें तितर-बितर हैं। एजेंसी का कहना है कि ये तस्वीर टिकट काउंटर, मेटल डिटेक्टर गेट की हैं। जहाँ टूटे शीशों के अलावा लाल किले में पुलिसकर्मियों की टोपियाँ भी पड़ी हैं।

न्यूज 18 के अनुसार, लाल किले में घुसी भीड़ ने उपद्रव के दौरान न केवल टिकट काउंटर को पूरी तरह फोड़ा। उन्होंने इसके साथ लगे बोर्डों को भी निकाल कर फेंक दिया। वहीं एसी और रेलिंग को उखाड़कर भी नीचे कर दिया गया है।

यहाँ मालूम हो कि किसान ट्रैक्टर रैली के बाद जहाँ लाल किला को काफी हानि पहुँची है, वहीं पूरे आयोजन का सबसे बुरा प्रभाव पुलिसकर्मियों पर पड़ा है। आज सुबह तक इस हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों की संख्या 109 हो गई है। दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा कि ट्रैक्टर रैली में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

बता दें कि कल उपद्रवी किसानों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने रखे बैरिकेड्स को तोड़ने के साथ ही पुलिस वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। आईटीओ में कुछ प्रदर्शनकारी एक पुलिसकर्मी को निर्ममता से पीटते दिखे थे। इस बीच एक हिस्से ने उस पुलिसकर्मी को बचाया भी। दूसरी जगह ट्रैक्टर पर बैठे प्रदर्शनकारी ने पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने कोशिश की थी। आईटीओ में खड़ी सरकारी बसों में तोड़फोड़ हुई थी। घोड़े पर बैठे निहंगों ने बैरिकेडिंग को तोड़ा था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

शहजादा अमेठी से इतना डरा हुआ है कि रायबरेली भाग गया, उनकी नेता राजस्थान भागी, अरे डरो मत-भागो मत: पीएम मोदी का गाँधी परिवार...

पीएम मोदी ने कहा कि शहजादा राहुल गाँधी अमेठी में हार के डर से रायबरेली चुनाव लड़ने गए, सोनिया गाँधी राजस्थान से राज्यसभा गईं।

जिस रोहित वेमुला के नाम पर इकोसिस्टम ने काटा था बवाल, वह दलित नहीं था: रिपोर्ट में बताया- पोल खुलने के डर से किया...

हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में तेलंगाना पुलिस ने बताया है कि वह दलित नहीं था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -