Monday, May 6, 2024
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‘जिसको डायरी में लिखना हो वह लिख ले’: नए हेल्थ मिनिस्टिर मनसुख मांडविया, 9 साल पहले ही मोदी ने कर दिया था बड़ा ऐलान

"आज की तारीख और 9:35 को मैं यह बोल रहा हूँ जिसको डायरी में लिखना हो वह लिख ले... मुझे साफ दिख रहा है। उनमें रही शक्तियाँ आनेवाले कल को कैसे सँवारने वाली है उसका मुझे पूरा भरोसा है दोस्तों। मुझे विश्वास है मैं सच्चा साबित होऊँगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (7 जुलाई 2021) को अपने कैबिनेट का विस्तार किया। 43 लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। इनमें कुछेक नाम ऐसे भी थे जिनको कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोशन मिला है। इनमें से एक नाम मनसुख मांडविया का भी है। उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है।

कैबिनेट विस्तार से पहले 12 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया था। इनमें स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी थे। इसके बाद से उनकी जगह लेने वाले नाम को लेकर उत्सुकता बनी हुई थी। खासकर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के मद्देनजर। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात से राज्यसभा सांसद मांडविया पर भरोसा जताया है।

49 साल के मांडविया पर प्रधानमंत्री का भरोसा नया नहीं है। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिससे साफ है कि मांडविया तब से ही उनके गुड लिस्ट में थे, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।

यह वीडियो 2012 का बताया जा रहा है। वीडियो मांडविया के सम्मान में सूरत में आयोजित एक कार्यक्रम का है। उनके राज्यसभा के लिए पहली बार चुने जाने के बाद यह कार्यक्रम हुआ था। इसमें तत्कालीन मोदी उनके भविष्य को लेकर बातें करते हुए इतने आश्वस्त हैं कि लोगों से अपनी बात डायरी में नोट कर लेने तक को कह रहे हैं।

सोशल मीडिया में इस कार्यक्रम का जो क्लिप शेयर किया गया है उसमें मोदी गुजराती में कह रहे हैं, “आपको शायद लग रहा होगा, अपने मनसुख भाई राज्यसभा में गए, सम्मान है, चलिए हो आएँ। मित्रो यह घटना इतनी छोटी नहीं है। आज की तारीख और 9:35 को मैं यह बोल रहा हूँ जिसको डायरी में लिखना हो वह लिख ले। मित्रो मैं स्पष्ट देख रहा हूँ मनसुख भाई का भविष्य कितना उज्ज्वल है। यह मुझे साफ दिख रहा है। उनमें रही शक्तियाँ आनेवाले कल को कैसे सँवारने वाली है उसका मुझे पूरा भरोसा है दोस्तों। मुझे विश्वास है मैं सच्चा साबित होऊँगा।”

गौरतलब है कि मांडविया 2002 में पहली बार विधायक बने थे। तब उनकी उम्र केवल 28 साल थी और वह सबसे कम उम्र के विधायक थे। 2012 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए। 2018 में उन्हें दोबारा संसद के उच्च सदन में भेजा गया। 2019 में मोदी ने उन्हें राज्य मंत्री बनाते हुए बंदरगाह, पोत, जलमार्ग परिवहन के साथ साथ रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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