Sunday, September 8, 2024
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इंडिया जीता… लेकिन सब गोल पंजाबी खिलाड़ियों ने किया: CM अमरिंदर सिंह के ट्वीट में भारत-पंजाब अलग-अलग क्यों?

हॉकी एक टीम स्पोर्ट है जिसमें 10 फील्ड प्लेयर और 1 गोलकीपर होता है। टीम में हर प्रदेश के अलग-अलग खिलाड़ी होते हैं लेकिन जब वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने जाते हैं तो टीम ‘भारतीय’ कहलाती है।

टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल्स में 49 साल बाद जगह बनाने पर पूरे देश को भारत की पुरुष हॉकी टीम पर गर्व महसूस हो रहा है। ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह इस मौके पर भी क्षेत्रीय राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे।

उन्होंने पुरुष टीम की जीत पर ट्वीट किया और ट्वीट में मुख्य रूप से तीन खिलाड़ियों की बात की। उन्होंने ध्यान दिलवाया कि गोल करने वाले खिलाड़ी पंजाब से हैं। अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, ”…41 साल बाद टीम इंडिया ने टॉप 4 में प्रवेश किया है। इस बात को जानकर खुश हूँ कि सभी 3 गोल पंजाब खिलाड़ी दिलप्रीत सिंह, गुरजंत सिंह और हार्दिक सिंह ने किए। शुभकामनाएँ। गोल्ड लेकर आएँ।”

इसके बाद पंजाब सीएम ने ऐसा ही ट्वीट महिला टीम की जीत पर भी किया। उन्होंने लिखा, “हमारी महिलाओं पर गर्व है कि वह तीन बार की विजेता को हराकर सेमीफाइनल्स में पहुँचीं। अमृतसर की गुरजीत कौर को शाबाशी जिन्होंने पूरे मैच का अकेला गोल किया। हम इतिहास की दहलीज पर हैं। शुभकामनाएँ लड़कियों। गोल्ड लेकर आओ।”

अब मालूम हो कि हॉकी एक टीम स्पोर्ट है जिसमें 10 फील्ड प्लेयर और 1 गोलकीपर होता है। टीम में हर प्रदेश के अलग-अलग खिलाड़ी होते हैं लेकिन जब वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने जाते हैं तो टीम ‘भारतीय’ कहलाती है। मगर, पंजाब मुख्यमंत्री का ट्वीट बताता है कि वह इस क्षण में भी अपनी राजनीति घुसाना चाहते हैं और पंजाब को भारत से अलग दिखाना चाहते हैं।

हालाँकि, सोशल मीडिया यूजर्स इतने सक्षम हैं कि बात जब भारत की अखंडता की हो तो वो किसी भी घटिया प्रयास को तर्कों से धराशायी कर देते हैं। यूजर्स ने इस बार भी बातों ही बातों में कैप्टेन अमरिंदर को बताया कि जिन्हें वह पंजाबी प्लेयर कह रहे हैं वो दरअसल टोक्यो में भारतीय के रूप में जाने जा रहे हैं।

स्वंय एक सिख यूजर ने लिखा, “एक सिख होने के नाते मैं कहना चाहता हूँ कि वह पहले भारतीय हैं। अगर बाकी प्लेयर बॉल को आगे बढ़ाते ही नहीं, तो वो स्कोर कैसे करते।”

अंकुर चतुर्वेदी इस ट्वीट को पढ़कर अपनी निराशा दिखाते हैं। वह कहते हैं, “आपसे यह उम्मीद नहीं थी सर। हर गोल एक भारतीय ने किया। पंजाबियों ने कोई स्कोर नहीं किया और न ही मलयालियों ने कोई गोल बचाया। हमारे पास भारतीय गोलकीपर था।”

हरिओम मिश्रा लिखते हैं, “जीवन भर पंजाब और अमृतसर की बात करते रहो। गलती से देश की बात मत कर लेना। मैं अचंभित हूँ कि आपने कैसे राष्ट्र में बतौर कैप्टेन सेवा दी।”

उल्लेखनीय है कि भारत की दोनों हॉकी टीमें जहाँ एक साथ बढ़त बनाते हुए सेमीफाइनल्स में पहुँच चुकी हैं। ऐसे में ऑपइंडिया की टीम पूरी भारतीय टीम को शुभकामना देती है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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