Wednesday, May 1, 2024
Homeदेश-समाज'हिंदुस्तान और सनातन की करूँगा रक्षा' : जितेंद्र त्यागी (पूर्व में वसीम रिजवी) ने...

‘हिंदुस्तान और सनातन की करूँगा रक्षा’ : जितेंद्र त्यागी (पूर्व में वसीम रिजवी) ने कहा- ‘1400 साल पहले अरब में हुआ एक दानवी ताकत का जन्म’

"अब मुझे अपने हिंदुस्तान और सनातन की रक्षा करनी होगी। मुझे ख़ुशी है कि अब मैं एक हिन्दू हूँ। मुझे आतंकी गुट में शामिल होने जैसी घुटन महसूस हो रही थी। हर मस्जिद और मदरसे में ISIS की सोच का प्रचार किया जा रहा है।"

इस्लाम त्याग कर हिन्दू धर्म में शामिल होने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व में वसीम रिज़वी) 15 दिसम्बर, 2021 (बुधवार) को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने मंच से ‘भारत माता की जय’ और ‘हर हर महादेव’ का उद्घोष किया। उन्होंने महादेव के नाम को शक्ति देने वाला बताया है। इसी के साथ उन्होंने हिन्दू धर्म को सबसे महान कहा है। जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा, “हमने जिंदगी में पहली बार किसी धर्म स्वीकार किया है। इस्लाम का पूरा अध्ययन करने के बाद हमने इस्लाम को कभी धर्म माना ही नहीं। जो इंसान को इंसान से काटने की बात करता हो वो धर्म नहीं हो सकता। हिन्दू समाज द्वारा स्वीकार किए जाने और उनसे मिल रहे प्रेम के हम आभारी हैं।”

पूर्व में वसीम रिज़वी व वर्तमान में जितेंद्र नारायण त्यागी का यह कार्यक्रम सीतापुर के खैराबाद में था। यहाँ हिन्दू समाज के एक प्राचीन मंदिर बड़ी संगत भुईयां ताली में उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबरी और रामजन्मभूमि केस में उन्होंने पहले ही जन्मभूमि को हिन्दुओं को सौंप देने की अपील की थी। उन्होंने बताया, “जब मैंने ऐसा कहा तो मेरा भरी सभा में विरोध होने लगा। वहाँ मौजूद तमाम मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो हमें कई और जगहों को भी हिन्दुओं को देना पड़ेगा। उनकी हालत चोर की दाढ़ी में तिनका जैसी थी। वो सब खुद जानते हैं कि उन्होंने हिन्दुओं के कई धर्मस्थल तोड़ कर अपनी इमारतें बनाई हैं।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वसीम रिज़वी ने आगे कहा, “1400 साल पहले अरब की जमीन पर एक दानवीय ताकत ने जन्म लिया। आज वही संसार भर में आतंक का केंद्र बना हुआ है। उसे जो मानता है वह भी आज परेशान है। मैंने उस सोच को बदलने की बहुत कोशिश की लेकिन दानव की मानसिकता वही की वही रहेगी। अब मुझे अपने हिंदुस्तान और सनातन की रक्षा करनी होगी। मुझे ख़ुशी है कि अब मैं एक हिन्दू हूँ। मुझे आतंकी गुट में शामिल होने जैसी घुटन महसूस हो रही थी। हर मस्जिद और मदरसे में ISIS की सोच का प्रचार किया जा रहा है।

ऑपइंडिया ने इस मामले में कार्यक्रम के आयोजक और बड़ी संगत मंदिर के महंत बजरंग मुनि उदासीन से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया, “यह इलाका मुस्लिम बहुल है। प्रशासन के अधिकारी भी चाह रहे थे कि जितेंद्र नारायण त्यागी का आयोजन टल जाए। सूचना मिली है कि इस कार्यक्रम के विरोध में मस्जिदों में सभाएँ की गई हैं जो आज भी जारी रह सकती हैं। फिर भी सत्य सनातन को स्वीकार करने वाले वसीम रिज़वी से जितेंद्र नारायण त्यागी बने समाज सुधारक का भव्य स्वागत मेरे और मेरे शिष्यों द्वारा किया गया। जो भी इस प्रकार से असत्य से सत्य की राह पर चलेगा हम उसका ऐसे ही सम्मान करेंगे। हम जितेंद्र नारायण त्यागी के साथ पूरी ताकत और मजबूती से खड़े हैं। चरमपंथी समाज अब जान ले कि उनकी पोल पट्टी दुनिया के आगे सबूतों के साथ खुल रही है।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु…. हर जगह OBC का हक मार रहे मुस्लिम, यूँ ही PM मोदी को नहीं कहना पड़ा- मेरे जीते जी...

पीएम मोदी ने कहा कि वे जब तक जिंदा हैं, तब तक देश में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू नहीं होने देंगे। हालाँकि, कुछ राज्यों में मुस्लिम आरक्षण है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अयोध्या में रामलला के किए दर्शन: हनुमानगढ़ी में आशीर्वाद लेने के बाद सरयू घाट पर सांध्य आरती में भी हुईं...

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अयोध्या पहुँची। राष्ट्रपति ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किए। वहाँ पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रामलला के दर्शन करने पहुंचीं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -