बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने 1.09 करोड़ रुपए का गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) जमा कराया है। दरअसल पिछले साल नवंबर में नीलामी के जरिए उन्होंने 7.15 करोड़ रुपए के Non-fungible tokens (NFTs) की बिक्री की थी। इस पर उन्होंने जीएसटी नहीं भरा था। इसी को लेकर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस (DGGI) ने उन्हें नोटिस भेजा था। जिसके बाद उन्होंने GST जमा कराया।
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक हालाँकि, अमिताभ बच्चन ने टैक्स की रकम जमा कर दी है, लेकिन टैक्स अधिकारियों द्वारा जाँच जारी है। बताया गया कि बच्चन ने नीलामी के माध्यम से अपने कंटेंट को NFT में बदलने के लिए रीति एंटरटेनमेंट पीटीई लिमिटेड, सिंगापुर के साथ एक एग्रीमेंट किया था। सूत्रों ने कहा कि इन NFT में मधुशाला का पाठ शामिल है, जो उनके पिता द्वारा लिखी गई कविताओं का एक प्रसिद्ध संग्रह, पोस्टर और चित्र हैं।
NFT की बिक्री से अभिनेता को 7.15 करोड़ रुपए मिले थे और इस पर 18 फीसदी IGST लगेगा। बिक्री से कर देनदारी 1.09 करोड़ रुपए है, जो कि अमिताभ बच्चन ने जमा कर दिया है।
क्या होता है NFT
एनएफटी एक डिजिटल संपत्ति है जो वास्तविक दुनिया की वस्तुओं जैसे पेंटिंग, फोटो, म्यूजिक, वीडियो और अन्य वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करती है। डेटा की यह इकाई एक डिजिटल लेजर पर संग्रहित होती है जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है, जो इसे अद्वितीय और अपरिवर्तनीय बनाता है। कई बॉलीवुड अभिनेता और मशहूर हस्तियाँ जैसे सलमान खान, मनीष मल्होत्रा, क्रिकेटर जहीर खान और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों ने एनएफटी प्लेटफॉर्म पर वस्तुओं की नीलामी कर खूब कमाई की है। बच्चन एनएफटी का समर्थन करने वाले पहले अभिनेताओं में से एक थे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा एनएफटी को आभासी डिजिटल संपत्ति के रूप में वर्गीकृत करने वाले आयकर अधिनियम में बदलाव का प्रस्ताव देने के बाद कर अधिकारियों ने क्रिप्टोकरेंसी और एनएफटी में व्यापार करने वाले निवेशकों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है।