Monday, May 6, 2024
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‘हमारा शरीर, हमारा अधिकार’: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात पर लगाया बैन तो सड़क पर उतरीं महिलाएँ, बायडेन और ओबामा की पत्नी भी नाराज़

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को 'दिल तोड़ने वाला' बताया। उन्होंने एक ट्विटर पोस्ट के जरिए कहा, "मैं इस देश के उन लोगों के लिए दुखी हूँ, जिन्होंने अपने शरीर के बारे में निर्णय लेने का मौलिक अधिकार खो दिया है।"

अमेरिका (America) में गर्भपात (Abortion) के कानूनों पर पर बड़ा फैसला लेते हुए वहाँ के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया है। शीर्ष अदालत ने 50 साल पुराने रो बनाम वेड के फैसले को पलट दिया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सैमुअल ए अलिटो ने अपने फैसले में कहा कि देश का संविधान गर्भपात की इजाजत नहीं देता है।

कोर्ट ने रो वी वेड मामले में 49 साल पुराने कानूनी फैसले को पलट दिया, जिसमें गर्भपात को कानूनी संरक्षण दिया गया था। इस फैसले को सुनाने वाली बेंच में कुल 6 जज शामिल थे, जिसमें से पाँच पुरुष थे। जबकि, दो महिला जजों समेत तीन लिबरल जजों ने अबॉर्शन को बैन करने के फैसले के विरोध में वोट किया। फिलहाल कोर्ट के इस फैसले का अमेरिका में विरोध भी शुरू हो गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए कहा, “देश के लिए दुखद दिन है। करीब 50 साल पहले रो बनाम वेड का फैसला हुआ था। आज संयुक्त राज्य के सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से अमेरिकी लोगों से एक संवैधानिक अधिकार को छीन लिया। ये व्यक्तिगत स्वतंत्रता के हनन है।”

वहीं पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस फैसले को लाखों अमेरिकियों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता को कुचलने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी महिलाएँ इस लड़ाई में आगे रहेंगी।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “गर्भपात सभी महिलाओं का मौलिक अधिकार है। इसे संरक्षित किया जाना चाहिए। मैं उन महिलाओं के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहता हूँ, जिनकी स्वतंत्रता को संयुक्त राज्य के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कम किया जा रहा है।”

विरोध में उतरी महिलाएँ

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ‘दिल तोड़ने वाला’ बताया। उन्होंने एक ट्विटर पोस्ट के जरिए कहा, “मैं इस देश के उन लोगों के लिए दुखी हूँ, जिन्होंने अपने शरीर के बारे में निर्णय लेने का मौलिक अधिकार खो दिया है।”

इसी तरह से एक्ट्रेस और कॉमेडियन एमी शूमर ने गर्भपात के अधिकारों पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर कहा कि हमारे शरीर पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एमी ने दावा किया कि गर्भपात एक हेल्थ सर्विस है। सुप्रीम कोर्ट गलत दिशा में जा रहा है। उन्होंने कहा, “महिलाएँ अधिक अधिकार चाहती हैं, गर्भपात तक अधिक पहुँच और अधिक स्वतंत्रता चाहती हैं, कम नहीं।”

अमेरिकन सुपर स्टार ओलिविया रोड्रिगो ने गर्भपात पर बैन का विरोध करते हुए कहा, “हमारे शरीर कभी भी राजनेताओं के हाथों में नहीं होने चाहिए।” उन्होंने कहा कि हम सुरक्षित गर्भपात की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठा सकते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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