Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजरेलवे में 4 लाख युवाओं को मिलेगा रोज़गार: रेल मंत्री पीयूष गोयल

रेलवे में 4 लाख युवाओं को मिलेगा रोज़गार: रेल मंत्री पीयूष गोयल

ख़ास बात ये है कि 2 लाख 30 हज़ार नए पदों पर होने वाली भर्ती में आर्थिक रूप से कमज़ोर सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 10% आरक्षण दिया जाएगा। ये भर्ती 2 चरणों में होगी। पहले चरण में 1 लाख 31 हज़ार 428 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफ़िकेशन जारी किया जाएगा।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देश के नौजवानों के लिए नौकरियों के रूप में एक बड़ी सौगात दी है। पीयूष गोयल ने कहा, “पिछले साल हमने डेढ़ लाख लोगों को नौकरी देने का अवसर प्रदान किया था। अगले दो वर्षों में रेलवे सेवानिवृति से होने वाली वैकेंसी और अन्य वैकेंसी को मिलाकर कुल 4 लाख लोगों को नौकरी देने जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “रेलवे में 2 लाख 30 हज़ार और वेकैंसी निकाली जाएगी। रेलवे में अभी 1 लाख 32 हज़ार पद खाली है। दो साल में 1 लाख लोग और रिटायर होने वाले हैं। लिहाज़ा पुरानी ग्रुप सी और ग्रुप डी की वेकैंसी और इस बार जो वेकैंसी रेलवे निकालने जा रहा है, उसको मिला दें तो रेलवे 2 साल में लगभग 4 लाख नई नौकरियाँ प्रदान करेगा।”

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2018 में Railway Recruitment Board (RRB) ग्रुप सी एएलपी, टेक्नीशियन के 60 हज़ार से ज़्यादा पदों की वैकेंसी निकली गई थी। इसके अलावा पिछले वर्ष ही ग्रुप डी के 62 हज़ार 907 पदों पर भी वैकेंसी निकाली गई थी। अभी ग्रुप सी और ग्रुप डी दोनों ही भर्तियों की प्रक्रिया चल रही है।

ख़ास बात ये है कि 2 लाख 30 हज़ार नए पदों पर होने वाली भर्ती में आर्थिक रूप से कमज़ोर सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 10% आरक्षण दिया जाएगा। ये भर्ती 2 चरणों में होगी। पहले चरण में 1 लाख 31 हज़ार 428 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफ़िकेशन जारी किया जाएगा। ये नोटिफ़िकेशन फ़रवरी या मार्च में जारी होने की सम्भावना है। जबकि दूसरे चरण में 99 हज़ार पदों पर भर्ती के लिए मई-जून 2020 में नोटिफ़िकेशन जारी किया जाएगा।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “नौजवानों का जोश भारतीय रेल की सेवा में काम आए, और भारतीय रेल भी उसी जोश के साथ और अधिक सुविधाजनक व अच्छी बने। इसके लिये हम युवाओं का स्वागत करते हैं।”

भर्तियों की घोषणा के अलावा उन्होंने पिछली सरकारों को निशाने पर लेते हुए कहा, “यदि पिछ्ली सरकारों ने आज की तरह रेलवे में भारी निवेश किया होता तो आज देशवासियों को जो समस्या हो रही है वो नहीं हुई होती। इस सरकार ने जहाँ जितनी आवश्यकता है, उस पर फ़ोकस करते हुए योजनाबद्ध तरीक़े से काम किया। जिसका परिणाम आने वाले समय में देश के सामने होगा।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -