Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षा370 का 'पावर' खत्म होने के बाद कश्मीर दौरे पर अजित डोभाल, स्थितियाँ सामान्य...

370 का ‘पावर’ खत्म होने के बाद कश्मीर दौरे पर अजित डोभाल, स्थितियाँ सामान्य होने तक नजर रखेंगे

किसी भी अप्रिय घटना को रोकने या शांति भंग की आशंका के मद्देनजर जम्मू कश्मीर के निवासियों और वहाँ के छात्रों का विशेष ध्यान रखने के लिए...

जम्मू कश्मीर पर सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद देश भर में जश्न का माहौल है। इसी बीच खबर आ रही है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल आज (5 अगस्त, 2019) जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएँगे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। साथ ही वे अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर जमीनी हालात की समीक्षा करेंगे। इधर, केंद्र ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित फैसलों के बाद राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सुरक्षाबलों को अधिकतम सतर्कता बरतने के लिए कहा है।

केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिया है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने या शांति भंग की आशंका के मद्देनजर जम्मू कश्मीर के निवासियों और वहाँ के छात्रों का विशेष ध्यान रखा जाए। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार कर रखा गया है। बताया जा रहा है कि अजित डोभाल जम्मू कश्मीर की स्थितियों को देखते हुए वहाँ रुक भी सकते हैं और स्थितियाँ सामान्य होने तक सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखेंगे।

गौरतलब है कि अजीत डोभाल जुलाई के अंतिम सप्ताह में भी कश्मीर पहुँचे थे। यहाँ उन्होंने सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के आला अफसरों के साथ अलग-अलग बैठकें की थीं। इनमें राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यन, डीजीपी दिलबाग सिंह, आईजी एसपी पाणि जैसे लोग शामिल थे। कश्मीर दौरे पर दिल्ली से आईबी के आला अधिकारियों की टीम भी एनएसए के साथ थी।

अजित डोभाल के कश्मीर दौरे से लौटते ही वहाँ 10,000 अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजने का फैसला हुआ था। तब केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती से कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने का अभियान मजबूत होगा। साथ ही, राज्य में कानून-व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने में मदद मिलेगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -