उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में मंदिर में घुस कर रामचरितमानस फाड़ने का मामला सामने आया है। मंदिर में देवी-देवताओं के कपड़े फाड़ कर उन्हें गाँव के अलग-अलग हिस्सों में बिखेर दिया गया है। घटना का आरोप नफीस नाम के एक स्थानीय व्यक्ति पर लगा है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नाराज ग्रामीणों ने आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। घटना 8 जून, 2023 (गुरुवार) की है।
यह मामला सीतापुर जिले के थाना क्षेत्र रेउसा का है। घटनास्थल गाँव करसा के रामलखन रस्तोगी ने मामले की शिकायत पुलिस में दी है। रामलखन के मुताबिक, उसी गाँव के रफीक का बेटा नफीस 8 जून की रात लगभग 12 बजे गाँव के शिव मंदिर में घुसा था। यहाँ उसने रामचरितमानस को फाड़ दिया। फिर महादेव शिव की मूर्ति से वस्त्र उतारे। उन कपड़ों को भी फाड़ कर फेंक दिया गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि नफीस की इस हरकत से पूरे गाँव में ग़ुस्सा है।
दिनांक 09.06.2023 को थाना रेउसा पर प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है। आरोपी को हिरासत में लेकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी है।अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
— Sitapur Police (@sitapurpolice) June 10, 2023
अपनी शिकायत में रामलखन रस्तोगी ने आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने नफीस पर IPC की धारा 295-A के तहत FIR दर्ज की। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। आरोपित को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया है। मामले की जानकारी जब हिन्दू संगठनों को हुई तो वो भी मौके पर पहुँचे। हिन्दू संगठनों का आरोप है कि नफीस महज एक मोहरा है और किसी ने उस से इस कृत्य को करवाया है। हिन्दू संगठनों ने गाँव में परिक्रमा कर के रोष जताया। इस परिक्रमा में गाँव के स्थानीय लोग भी शामिल हुए।
हिन्दू संगठनों का यह भी आरोप है कि देवताओं के वस्त्रों को फाड़ कर नाली में फेंक दिया गया था। फ़िलहाल पुलिस मामले में जाँच के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। साथ ही मौके पर कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य बताई गई है। घटनास्थल पर पहुँचे राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकरियों ने आरोपित पर कार्रवाई में किसी भी प्रकार की ढिलाई पर आंदोलन की चेतावनी दी है।