प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कॉन्ग्रेस पर खूब निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस जिसका बुरा चाहती है, वह उसका भला हो जाता है। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कहा कि कॉन्ग्रेस को यह सिक्रेट वरदान मिला हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा, “विपक्ष के लोगों को सिक्रेट वरदान मिला है। ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे, उसका भला ही होगा। इसके मैं तीन उदाहरण दूँगा।” पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को घोटाला रहित सरकार दी है। भाजपा सरकार ने भारत की बिगड़ी हुई साख को सुधारा और फिर से इसे नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।”
पीएम मोदी ने कहा कि पहला उदाहरण कॉन्ग्रेस की ये है कि इन लोगों ने बैंकों का बुरा चाहा। इन लोगों ने बैंकों के NPA को बढ़ा दिया। उसके बाद सरकार ने एकीकरण करना शुरू किया तो ये कॉन्ग्रेस ने इस पर सवाल उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि तो पब्लिक सेक्टर के बैंकों का नेट प्रॉफिट दोगुना हो गया।
HAL का उदाहरण देेते हुए पीएम ने कहा, “HAL को लेकर भी इन लोगों ने सवाल खड़ा किया था। कहने लगे HAL डूब रहा है। कर्मचारी सड़क पर आ गए। इन लोगों ने उसके कर्मचारियों को भड़काकर वीडियो बनाया। आज HAL बुलंदियों को छू रहा है। इसने अब तक का सबसे अधिक रेवेेन्यू बटोरा है। कर्मचारी भी खुश हैं।”
इसी तरह पीएम मोदी ने LIC का भी उदाहरण भी दिया। पीएम मोदी ने कहा, “LIC बर्बाद हो गई, गरीबों के पैसे डूब गए। उनके दरबारियों ने जितने कागज दिए, वे सबको पढ़ते रहे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि आज LIC देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
उन्होंने कहा, “जिन लोगों को शेयर मार्केट में रूचि होगी वे कहते हैं कि ये जिन सरकारी कंपनियों को ये गाली दें, उस पर दाँव लगा दो, वह उसका अच्छी हो जाएगी। ये जिन संस्थाओं की मृत्यु की घोषणा करते हैं, उसका भाग्य चमक जाता है। जिस तरह ये लोकतंत्र और देश को कोसते हैं उससे ये दोनों मजबूत होंगे।”
पीएम मोदी ने कहा कि विरोधी दलों को देश को लेकर कोई चिंता नहीं रही। पीएम ने कहा, “आज देश विश्व की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जब 2028 में ये लोग अविश्वास प्रस्ताव लाएँगे, तब भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “ये कोशिश कर रहे हैं कि इसमें किसी तरह दाग लग जाए, लेकिन दुनिया को भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की आड़ में जनता के विश्वास को तोड़ने की विफल कोशिश की है। विपक्ष इस वक्त भारत से जुड़ी कोई अच्छी बात सुन नहीं सकता।”