देश-समाज
पिता की मौत के बाद 10000 की ‘घर वापसी’ कराने वाला बेटा, चरण पखार आदिवासियों को मूल धर्म में ला रहे: मिलिए प्रबल प्रताप...
दिलीप सिंह जूदेव की मौत के बाद से आदिवासियों की घर वापसी के अभियान को प्रबल प्रताप आगे बढ़ा रहे हैं। वे कहते हैं- न कन्वर्ट होंगे, न किसी को करने देंगे।
अजीत झा -
अन्य
‘मेरे बाबू बाबर के नाती चले थे मस्जिद बनाने और पार्टी (कॉन्ग्रेस) घुस गई…’: जब अयोध्या में चला महंत का फावड़ा, दलित ने रखी...
9 नवंबर 1989 को राम मंदिर का शिलान्यास भले उस जगह से कुछ मीटर दूर करना पड़ा था जहाँ रामलला विराजमान थे, लेकिन इसी तारीख ने यह तय कर दिया था कि भव्य राम मंदिर इस देश में बनकर जरूर खड़ा होगा।
अजीत झा -
अन्य
छोटे भाई को घर से खींचा… सिर उड़ा दी… बड़े भाई के गले को पार कर गई गोली: राम मंदिर के लिए बलिदान की...
शरद और रामकुमार राम मंदिर आंदोलन की कहानी बन गए थे। उन्होंने मुलायम के दावे "परिंदा भी पर नहीं मार सकता" की हवा निकाल दी। लेकिन 2 नवंबर को...
अजीत झा -
देश-समाज
‘ये तो कसाई हैं, किसान थोड़े हैं’: कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या के बाद कसार के सरपंच ने याद दिलाया कैसे जिंदा...
कुंडली बॉर्डर पर बर्बर हत्या से पहले टिकरी बॉर्डर से किसानों के टेंट में मुकेश को जिंदा जलाए जाने की खबर भी आ चुकी है।
अजीत झा -
सामाजिक मुद्दे
बेगानी कामयाबी में बिहारी दीवाना, UPSC टॉपर शुभम कुमार के बहाने कुछ कड़वी बातें
UPSC में शुभम की इस सफलता से बिहार के उन सभी विश्वविद्यालयों के सत्र नियमित हो जाएँगे जो 3 साल की डिग्री देने में 5-6 साल भी लगा देते हैं?
अजीत झा -
राजनैतिक मुद्दे
राजनीति के कालनेमि जप रहे लक्ष्मी-दुर्गा का नाम, गले में रामनामी-माथे पर चंदन: यूपी का चुनाव आया है क्या
राजनीति के कालनेमि जिस तरीके से चोले बदल अपने-अपने दड़बों से निकल रहे हैं, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव आ गया है।
अजीत झा -
राजनीति
‘बॉस’➔यशपाल कपूर➔इंदिरा गाँधी… 1975 में हुई जिस ललित नारायण मिश्र की हत्या उनके परिवार को आज भी ‘न्याय’ का इंतजार
क्या राजनीतिक हत्या थी एलएन मिश्र की मौत? क्यों सीबीआई जाँच पर पीड़ित परिवार को नहीं है भरोसा? इंदिरा गाँधी से कैसे थे रिश्ते?
अजीत झा -
राजनैतिक मुद्दे
कल्याण सिंह एक प्रयोग हैं, प्रयोग मरते नहीं: वह फॉर्मूला जिसके दम पर BJP आज अपराजेय है, जिसने हिंदुओं को जोड़ा
कल्याण सिंह ने राम का स्वप्न पूरा किया। अब कृष्ण और शिव के स्वप्नों को पूरा करने की बारी हमारी और आपकी है।
अजीत झा -