Saturday, April 20, 2024
908 कुल लेख

अनुपम कुमार सिंह

चम्पारण से. हमेशा राइट. भारतीय इतिहास, राजनीति और संस्कृति की समझ. बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस में स्नातक.

जब हत्या और अपहरण थे ‘उद्योग’, चलती थी तो सिर्फ शहाबुद्दीन और ‘सालों’ की: बिहार का ‘जंगलराज’ और अपराध का साम्राज्य

अगर कुल अपराध की बात करें तो 2004 में हत्या की 3861, डकैती की 1297, दंगे के 9199, और अपहरण के 2566 मामले दर्ज किए गए थे। इसी तरह 2003 में हत्या की 3652 और अपहरण की 1956 वारदातें दर्ज की गईं।

IAS की पत्नी, माँ, भतीजी से रेप… लगातार 2 साल तक, करवाना पड़ा था अबॉर्शन: वो RJD नेता कौन, जिसे बचाया गया?

एक अधिकारी की पत्नी थीं चम्पा विश्वास। चम्पा विश्वास के साथ रेप एक ऐसी घटना थी, जिसने पूरे बिहार ही नहीं, बल्कि देश को हिला कर रख दिया था।

पहले घटिया ‘सेक्युलर’ एड बना कर लव जिहाद को किया मेनस्ट्रीम, अब फर्जी हिंसा की धमकी की बात कर रहा Tanishq

एक तो 'Tanishq ने विज्ञापन वीडियो बना कर 'लव जिहाद' का महिमामंडन किया, ऊपर से अब वो स्पष्टीकरण जारी कर के हिन्दुओं को ही हिंसक दिखा रहा है।

‘गरीब का बेटा’ जिसने 100 करोड़ रुपए में की बेटी की शादी, इनकम टैक्स को 4 लाख बोल कर ले लिया क्लीन चिट

लालू यादव की बेटी की शादी वो शादी थी, जिसमें राजद के नेता-कार्यकर्ता तो छोड़िए, बिहार सरकार का हर महकमा लगा हुआ था, सारे अधिकारी लगे हुए थे।

IIT का वो इंजीनियर, जो चाहता था सड़कें चकाचक बने, सड़क पर मारा गया: भ्रष्टाचार को लेकर PM को लिखा था पत्र

इंजीनियर सत्येंद्र दुबे की क्या गलती थी, जो उनकी हत्या हुई? उन्होंने भ्रष्टाचार और ठेकेदारी में हो रही गड़बड़ियों को लेकर शिकायत भर की थी।

₹10 लाख नगद, ₹15 लाख की FD..गाँव में जमीन व पक्का घर: मृतक पुजारी के परिवार की कुछ यूँ मदद कर रहे कपिल मिश्रा

BJP नेता कपिल मिश्रा ने राजस्थान के दिवंगत पुजारी बाबूलाल वैष्णव के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए एक कैम्पेन शुरू किया। अब तक जुटे 30 लाख रुपए।

जब पैदा होते ही अपराधी घोषित हो जाते थे बच्चे… अंग्रेजों का वो कानून, जिसने 160 जनजातियों को हाशिए पर धकेला

अंग्रेजों के 'आपराधिक जनजाति अधिनियम (Criminal Tribes Act, 1871)' के तहत भारत की कई जनजातियों को 'आदतन अपराधी' घोषित कर दिया गया।

मंदिर में छेड़खानी, मस्जिद मतलब शांति: सलीम-जावेद का रामगढ़, जहाँ ‘रहीम चाचा’ ही एकलौते बेदाग मानुष

1975 में आई रमेश सिप्पी की बॉलीवुड फिल्म 'शोले', जिसकी कहानी सलीम-जावेद ने लिखी थी। यहाँ हम इसी फिल्म का पोस्टमॉर्टम करेंगे।

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