Friday, May 3, 2024
119 कुल लेख

रचना कुमारी

ज्योति बसु: सामूहिक हत्याओं का वो वामपंथी प्रतीक जिसे भारत भूल चुका है

1979 में तत्कालीन ज्योति बसु सरकार की पुलिस व सीपीएम काडरों ने बांग्लादेशी हिंदू शरणार्थियों के ऊपर जिस निर्ममता से गोलियाँ बरसाईं उसकी दूसरी कोई मिसाल नहीं मिलती।

104 साल की उम्र में आनंदी झा ने कोरोना को हराया, आज भी किलो भर खाते हैं माछ; दूध-मिठाई की पूछिए ही मत

आनंदी झा केवल एक नाम नहीं है। न महाराष्ट्र में कोरोना को मात देने वाले सबसे बुजुर्ग इंसान की पहचान। वे प्रतीक हैं जीवटता की, जिजीविषा की।

नेहरू की ऐतिहासिक भूलों और निर्लज्ज कॉन्ग्रेस से फिर मुकाबिल मोदी-शाह: सब याद रखा जाएगा

आर्टिकल 370 हटाए जाने के वक्त कॉन्ग्रेस ने सीमा पार के प्रोपेगेंडा में जैसे सुर मिलाया था, वैसा ही चीन को लेकर भी कर रही। एक बार फिर उसके इस एजेंडे की राह में मोदी-शाह हैं।

योग शिक्षिका राफिया को कट्टरपंथियों से मिल रही धमकी, सुरक्षा माँगने पर गेट से ही भगा दिया

राफिया नाज ने कहा कि वो डेढ़ घंटे तक गेट के बाहर खड़ी रही, लेकिन महिला सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली झारखंड सरकार के राज में उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

हिंदू होने और जनेऊ पहनने की सजा मिली सरपंच अजय पंडिता को: हिंदुओं का पैसा चलेगा, हिन्दू नहीं

"आतंकियों ने संदेश दिया है कि अगर आप यह सोचते हैं कि कोई दूसरे धर्म का यहाँ पर आकर रह सकता है, तो वो बात अपने दिलो-दिमाग से निकाल दीजिए।”

दिल्ली में बाहरी का इलाज नहीं होगा: काश कि ये पोस्ट रवीश लिखते… नहीं लिखा तो हमने लिख दिया

दूसरे राज्यों से मजदूर चाहिए, लेकिन उन्हीं राज्यों से बीमार आएँगे तो इलाज नहीं! केजरीवाल के वैमनस्यता का यह विषाणु कोरोना से ज्यादा घातक है।

पत्रकारिता की उबड़-खाबड़ पगडंडी पर महिलाओं का संघर्ष कैसा: बिहार के एक छोटे से शहर की लड़की की आपबीती

भले आज पत्रकारिता में महिलाओं का प्रतिशत बढ़ गया हो, लेकिन चुनौतियॉं कायम हैं। कई तरह की धारणाओं से उनकी लड़ाई बदस्तूर जारी है।

हलाल नहीं… झटका मीट ऑनलाइन ऑर्डर कर मँगवा सकते हैं अब आप: वराह फाउंडेशन की नई शुरुआत

झटैक.कॉम (jhattack.com) पर झटका मीट और झटका मीट से बने प्रोडक्ट ही बेचे जाएँगे। इस वेबसाइट के माध्यम से हिंदू और सिख समुदाय के लोग...