Sunday, November 17, 2024
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भारत दौरे से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘मोदी है तो मुमकिन है’

इंडिया आइडियाज समित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भारत में हुए 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार द्वारा इस्तेमाल किए गए नारे ‘मोदी है तो मुमकिन है’ को दोहराया। माइक पॉम्पियो ने इस नारे का इस्तेमाल भारत और अमेरिका के संबंधों को नई ऊँचाई तक पहुँचाने के संदर्भ में किया।

अमेरिका में इंडिया आइडियाज समिट में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, “…प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान जो नारा दिया, ‘मोदी है तो मुमकिन है’, ‘मोदी मेक्स इट पॉसिबल’, मैं भी भारत और अमेरिका के बीच संबंध को आगे बढ़ते देख रहा हूँ।”

माइक पॉम्पियो ने अपने संबोधन में भारत आने को लेकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर से मिलने को लेकर उत्सुकता दिखाई। उन्होंने कहा, “मैं इस महीने के अंत में नई दिल्ली की यात्रा, पीएम मोदी और उनके नए विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने के लिए बहुत उत्सुक हूँ।”

गौरतलब है पॉम्पियो 24 से 30 जून तक भारत, श्रीलंका, जापान और साउथ कोरिया का दौरा करेंगे। चार देशों की इस यात्रा का खाका राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प के हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के मद्देनजर तैयार किया गया है।

खबरों के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पियो इस मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के दौरान भारत और अमेरिका के मध्य सामरिक साझेदारी के महत्तवकांक्षी एजेंडे पर चर्चा करेंगे।

इस विषय पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्तागस ने मंगलवार को कहा था कि पोम्पियो की हिंद-प्रशांत यात्रा का मकसद अमेरिका के महत्तवपूर्ण देशों के साथ साझेदारी और मज़बूत करना है, जिससे साझा लक्ष्य को पाने की दिशा में आगे बढ़ा जा सकेगा।

HSTDV विकसित कर भारत महाशक्तियों में शामिल, हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल बनाने में होगा इस्तेमाल

भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने भविष्य में स्वदेशी मिसाइल प्रोग्राम को ऊँचाईयों तक पहुँचाने की दिशा में बुधवार (जून 12, 2019) को हाइपरसोनिक रफ्तार हासिल करने लिए टेस्ट लॉन्च किया। इस हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी डिमोन्स्ट्रेटर व्हीकल (एचएसटीडीवी) का भविष्य में न केवल हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल बनाने में इस्तेमाल होगा बल्कि इसकी मदद से काफ़ी कम खर्चे में सैटेलाइट लॉन्चिंग भी की जा सकेगी।

इस परीक्षण की जानकारी एक प्रेस रिलीज के जरिए दी गई कि ओडिशा तट के निकट एक बेस से हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी डिमोन्स्ट्रेटर व्हीकल को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया।

गौरतलब है इस एचएसटीडीवी प्रोग्राम को अपने मिसाइलों के निर्माण के लिए डीआरडीओ पिछले 2 दशकों से आगे बढ़ा रहा है। इसमें SCRAMJET इंजन इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी मदद से 6 मैक तक की रफ्तार हासिल की जा सकती है।

इस परीक्षण में 1 टन वजन वाले और 18 फीट लंबे एयरव्हीकल को अग्नि मिसाइल से लॉन्च किया गया था। इस दौरान एचएसटीडीवी को विभिन्न रडार, टेलीमेट्री स्टेशन्स और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग के जरिए ट्रैक किया गया। इस परीक्षण का उद्देश्य एचएसटीडीवी को एक खास ऊँचाई तक पहुँचाना था, जिसके बाद स्क्रैमजेट इंजन अपने आप चालू हो जाता है और व्हीकल को 6 मैक की रफ्तार तक ले जाता है।

खबरों के मुताबिक यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के वरिष्ठ वैज्ञानिकों और रक्षा सचिव संजय मित्रा की मौजूदगी में किया गया। खास बात ये है कि रूस, अमेरिका और चीन के बाद सिर्फ़ भारत ऐसा देश है, जिसने इस तकनीक को विकसित किया है। इस परीक्षण के साथ ही 6 मैक की रफ्तार हासिल करने वाला भारत चौथा देश बन गया है।

ममता बनर्जी का अल्टिमेटम – 4 घंटे में खत्म करो हड़ताल, डॉक्टरों ने चिल्ला कर कहा, ‘हमें चाहिए न्याय’

पश्चिम बंगाल में अपने सहयोगी डॉक्टर पर हमला होने के विरोध में डॉक्टर्स की हड़ताल चल रही है। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टर्स को चार घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है। ख़बर के अनुसार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोलकाता के राजकीय SSKM अस्पताल का दौरा किया, जहाँ उन्होंने आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों को 4 घंटे के भीतर काम पर लौटने के लिए कहा। लेकिन, डॉक्टरों ने उनके समक्ष ही ‘हम न्याय चाहते हैं’ के नारे लगा दिए।

इसस पहले कोलकाता के नील रतन सरकार (NRS) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से मरीज़ों को दूसरे दिन (बुधवार, जून 12, 2019) भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इससे लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काफ़ी परेशानियाँ आईं।

इस समस्या के निदान के लिए कॉन्ग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस संबंध में पीएम मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र के माध्यम से उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को कोलकाता में मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के डॉक्टर्स की हड़ताल मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।

अपने पत्र में कॉन्ग्रेस सांसद ने लिखा, “मैं पश्चिम बंगाल की गंभीर स्थिति पर आपका ध्यान आकर्षित कर रहा हूँ, जहाँ कोलकाता के NRS अस्पताल में जूनियर डॉक्टर्स पर क्रूर हमले के मद्देनज़र सभी मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों के डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं… आपसे अनुरोध है कि आप जल्द से जल्द हस्तक्षेप करें।”

कोलकाता स्थित नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सोमवार (10 जून) को एक बुजुर्ग मरीज मोहम्मद शाहिद की मौत के बाद उसके परिजनों ने डॉक्टर परिबाह मुखोपाध्याय पर घातक हमला किया। डॉक्टरों की मानें तो करीब 200 की भीड़ ने मोहम्मद शाहिद की मौत के बाद अस्पताल में जमकर उत्पात मचाया। इस घटना के बाद राज्य के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टर न्याय की माँग करते हुए हड़ताल पर चले गए।

जूनियर डॉक्टर्स के आंदोलन के बाद पैथोलॉजिकल प्रयोगशालाओं, आउट-पेशेंट विभाग समेत सभी विभागों ने काम करना बंद कर दिया था। इस बीच, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने अपनी सभी राज्य शाखाओं के सदस्यों को शुक्रवार (14 जून) को विरोध प्रदर्शन करने और काले बैज पहनने का निर्देश भी दिया है।

अपने सभी राज्य अध्यक्षों और सचिवों के लिए एक विज्ञप्ति में, IMA ने उन्हें शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ज़िला कलेक्टरों के कार्यालयों के सामने प्रदर्शन आयोजित करने और प्रत्येक ज़िले में कलेक्टरों को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपने के लिए कहा है।

ख़बर के अनुसार, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने भी अपने सदस्यों से गुरुवार (13 जून) को इस क्रूर हमले के ख़िलाफ़ ‘ब्लैक डे’ मनाने का आग्रह किया है। इसके साथ ही, IMA की सभी स्थानीय शाखाएँ और सदस्य, डॉक्टर्स और अस्पतालों के ख़िलाफ़ हुई हिंसा पर एक केंद्रीय अधिनियम की माँग करते हुए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से अपील करेंगे।

₹1566 करोड़ का खर्च हर साल: मेट्रो में महिलाओं को मुफ्त सफर करवाने के लिए केजरीवाल कितने तैयार?

दिल्ली मेट्रो में महिलाओं को मुफ्त सफर कराए जाने को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने प्रस्ताव बनाकर दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार को सौंप दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (जून 12, 2019) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। डीएमआरसी ने सरकार के सामने इस व्यवस्था को लागू करने के लिए दो प्रस्ताव रखे हैं। मेट्रो ने पहले प्रस्ताव में योजना को लंबे समय के लिए लागू करने के लिए तकरीबन 12 महीने से अधिक समय लगने की बात कही है, क्योंकि इस व्यवस्था को कार्यांवित करने के लिए सॉफ्टवेयर बदलना पड़ेगा। वहीं, दूसरे प्रस्ताव में अस्थायी रूप से लागू करने के लिए गुलाबी टोकन व्यवस्था के जरिए 8 महीने का समय माँगा है।

प्रस्ताव की जानकारी देते हुए दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल ने कहा कि डीएमआरसी का दूसरा प्रस्ताव ज्यादा ठीक है। इससे महिलाओं के लिए न केवल टोकन काउंटर और वेडिंग मशीन अलग लगी होगी, बल्कि एंट्री गेट भी अलग होंगे। हालाँकि महिलाएँ निकासी किसी भी गेट से कर सकती हैं। महिलाओं को यह टोकन मुफ्त में दिए जाएँगे। इसके लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव करने की भी जरूरत नहीं होगी। इन 8 महीने के भीतर दिल्ली मेट्रो पिंक टोकन छापने के साथ ही 170 मेट्रो स्टेशनों पर टोकन खिड़की खोलेगी, जो कहीं-कहीं बंद हो चुकी हैं।

डीएमआरसी ने बताया कि इस पूरी योजना पर सालाना ₹1566 करोड़ का खर्च आएगा। साथ ही मेट्रो ने योजना के लागू होने के बाद मुसाफिरों की संख्या में 15 से 20 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है। डीएमआरसी ने इस योजना को लागू करने के लिए किराया निर्धारण समिति (एफएफसी) से मंजूरी लेना अनिवार्य बताया है। हालाँकि, केजरीवाल का मानना है कि वैसे तो इसकी कोई जरूरत नहीं है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वो इसकी मंज़ूरी लेकर आएँगे। दिल्ली सरकार इसे जल्द से जल्द लागू करना चाहती है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 8 महीने के समय को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो ने इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए आठ महीने का वक्त माँगा है। लेकिन, सरकार की कोशिश होगी कि अस्थायी तौर पर इसे दो-तीन महीने में लागू कर दिया जाए।

इधर, डीटीसी ने भी महिलाओं को मुफ्त सफर कराने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए फिलहाल टिकट जारी करने वाली इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) के सॉफ्टवेयर में बदलाव करने का प्रस्ताव है। उसमें महिलाओं के लिए टिकट का एक अलग से विकल्प जोड़ा जाएगा। उसके लिए महिलाओं को कोई शुल्क नहीं देना होगा।

NIA ने किया दक्षिण भारत में बड़े आतंकी हमले की साज़िश का खुलासा, अजहरुद्दीन सहित 6 गिरफ़्तार

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने दक्षिण भारत में आतंकी हमला अंजाम देने की फिराक में लगे 6 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई तमिलनाडु के कोयम्बतूर में 7 संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद की गई। सभी आरोपित खूँखार वैश्विक इस्लामिक आतंकी संगठन आइएसआइएस की विचारधारा के समर्थक थे और युवाओं को बरगला कर किसी आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे। इन सभी की उम्र 26 से 32 वर्षों के बीच है। मुख्य आरोपित मोहम्मद अजहरुद्दीन है, जो श्री लंका ईस्टर ब्लास्ट का साजिशकर्ता जहरान हाशिम का फेसबुक फ्रेंड भी है। उसे एनआइए द्वारा हिरासत में ले लिया गया है। उसे लेकर कोच्ची पहुँची जाँच एजेंसी की टीम जल्द ही उसे न्यायिक हिरासत में लेगी।

मोहम्मद अजहरुद्दीन की उम्र 32 वर्ष है। एनआईए ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा है:

“सभी आरोपित और उसके सहयोगी प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) की विचारधारा फैला रहे थे। वे ऐसा सोशल मीडिया पर कर रहे थे ताकि कट्टर विचारधारा फैला कर युवाओं को बरगलाया जा सके और अपने संगठन में उन्हें भर्ती किया जा सके। ये सभी दक्षिण भारत में आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे थे, ख़ासकर केरल और तमिलनाडु में।”

मोहम्मद अजहरुद्दीन ‘KhilafahGFX’ नामक फेसबुक पेज भी चलाता है, जिस पर उसने जहरान हाशिम से जुड़े कट्टरवादी पोस्ट शेयर किए थे। दो महीने पहले NIA ने ISIS से जुड़े जिस अन्य रियास अबुबकर नामक शख्स को गिरफ्तार किया था, वह श्री लंका ब्लास्ट से प्रेरित होकर केरल में आतंकी हमले करना चाहता था और इसके लिए वो सहयोगी ढूँढ रहा था। रियास की तर्ज पर ही मोहम्मद अजहरुद्दीन भी काम कर रहा था, सोशल मीडिया पर ISIS के प्रोपेगेंडा को बढ़ा रहा था। रियास की गिरफ्तारी के बाद अजहरुद्दीन की गिरफ्तारी इस मायने में बहुत महत्व रखती है। ताज़ा छापेमारी के दौरान एनआइए ने 14 मोबाइल फोन, 29 सिम कार्ड्स, 6 मेमोरी कार्ड्स, 3 लैपटॉप, 4 हार्ड डिस्क ड्राइव, 1 इन्टरनेट डॉन्गल और 13 सीडी व डीवीडी बरामद किया। इसके अलावा 300 एयर गन पेलेट और कई भड़काऊ दस्तावेज भी बरामद किए गए।

अजहरुद्दीन के साथ गिरफ्तार हुए अन्य आरोपितों के नाम हैं- अकरम सिंधा, शेख हिदायतुल्लाह, अबुबकर, सद्दाम हुसैन और शहीम शह उर्फ़ इब्राहिम। सुबह 5.30 से लाकर दोपहर तक जाँच एजेंसी द्वारा छापेमारी की गई, जिसमें कई आपत्तिजनक वस्तुएँ बरामद हुईं। अन्य सभी आरोपितों को भी जाँच एजेंसी ने हिरासत में ले लिया है, पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपितों के पूछताछ के आधार पर कोयम्बतूर पुलिस ने भी कई जगहों पर छापेमारी की है। मुख्य आरोपित अजहरुद्दीन से कुल 14 घंटे तक पूछताछ की गई।

FACT CHECK: इंग्लैंड में World Cup और भोजपुरी गाना ‘लॉलीपॉप लागेलू’, मीडिया फैला रहा झूठ

कई मीडिया पोर्टल्स ने एक वीडियो शेयर कर के यह दिखाया कि लंदन में भोजपुरी गाने ‘लॉलीपॉप लागेलु’ पर विदेशी नाचते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के साथ यह बताया गया कि यह यूनाईटेड किंगडम का है और यहाँ भोजपुरी गाने पर सभी देशों के लोग नृत्य कर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस और एबीपी न्यूज़ सहित कई मीडिया संस्थानों ने अपने वेबसाइट पर इस वीडियो के बारे में ख़बर छापी और इसे भोजपुरी गाने पर झूमते विदेशियों के रूप में दिखाया।

MenXP ने भी इस वीडियो को लन्दन का बताया और भोजपुरी गाना बजने की बात कही
इंडियन एक्सप्रेस जैसा बड़ा मीडिया संस्थान ने भी इसे भोजपुरी गाने का लन्दन में जलवा बताया
In.com की ख़बर जिसमें इस एडिटेड वीडियो को लेकर बातें की गई
‘वाह क्रिकेट’ ने भी इसे सच्चा वीडियो माना

नीचे आप एडिटेड विडियो देख सकते हैं, जिसमें ऐसा लगता है कि ये सभी भोजपुरी गाने पर नाच रहे हैं।

असल में, फैक्ट-चेक के बाद हमें पता चला कि इस वीडियो में लोग किसी भोजपुरी गाने पर नहीं झूम रहे हैं बल्कि ओरिजिनल साउंड हटा कर भोजपुरी गाने को इसमें अलग से एडिट कर के डाला गया है। यह वीडियो लन्दन का नहीं है, बल्कि जर्मनी के बर्लिन का है, जहाँ एक कार्निवाल के दौरान ये नाच चल रहा है। हाँ, इसमें भारतीय लोग भी हैं लेकिन किसी भी भोजपुरी गाने पर डांस नहीं किया जा रहा है। नीचे आप ओरिजिनल वीडियो देख सकते हैं।

जहाँ कई अन्य मीडिया संस्थान इस भ्रामक एडिट के चक्कर में फँस गए, डीएनए और न्यूज़ नेशन ने अपनी वेबसाइट पर इसका फैक्ट चेक किया और लोगों को सच्चाई से रूबरू कराया। इसी तरह हमने भी जब सोशल मीडिया पर गहनता से खंगाला तो असली सच्चाई पता चली।

AAP विधायक पर FIR: बुजुर्ग का प्लॉट हथियाने को भेजे थे गुंडे, 2016 में MLA खुद हुए थे अरेस्ट

विकासपुरी से आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र यादव पर दिल्ली पुलिस ने प्लॉट कब्जा करवाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। 62 वर्षीय बुजुर्ग की शिकायत पर विधायक महेंद्र यादव के अलावा 2 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ भी शिकायत दर्ज हुई है, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। इन 2 युवकों की पहचान प्रदीप और विपिन के रूप में हुई है। इन दोनों को विधायक का करीबी बताया जा रहा है।

विधायक महेंद्र यादव पर विकास नगर इलाके में 150 स्क्वायर गज के प्लॉट पर अवैध कब्जा करने का आरोप है। लेकिन, विधायक का कहना है कि उनका इस मामले से कोई ताल्लुक नहीं है।

अमर उजाला की खबर के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि 62 वर्षीय बुजुर्ग ओम प्रकाश शर्मा परिवार के साथ विकास नगर के गुप्ता इंक्लेव में रहते हैं। उन्होंने 2002 में दीप इंक्लेव पार्ट-2 में स्क्वायर 150 गज का एक प्लॉट खरीदा था, लेकिन 2006 में अचानक महेंद्र यादव ने उस प्लॉट को अपना प्लॉट बताना शुरू कर दिया। इसको लेकर कई बार उनके बीच विवाद भी हुआ।

महेंद्र यादव ने इस बीच प्लॉट पर कोई निर्माण कार्य भी नहीं होने दिया। 2013 में विधायक बनते ही महेंद्र यादव का दबदबा और बढ़ गया। हालाँकि, 2017 के अगस्त में ओमप्रकाश ने प्लॉट की चारदीवारी करवाने के लिए वहाँ एक छोटा कमरा बनवा दिया था, लेकिन इस रविवार (9 जून 2019) को दिन दहाड़े विधायक के इशारे पर कुछ बदमाश उस प्लॉट में घुस गए और मेन गेट का ताला तोड़ डाला और फिर उन्होंने पीछे वाली लकड़ी का दरवाजा तोड़ा।

बुजुर्ग की शिकायत पर पुलिस ने प्रदीप और विपिन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस दोनों आरोपितों से मामले की पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने पिछले 6 साल के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों पर 100 से अधिक मामले दर्ज किए, जिसमें कोर्ट में सुनवाई के दौरान 60 से अधिक मामले खारिज हो चुके हैं। जबकि कुछ में गिरफ्तारी भी हुई है।

आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि महेंद्र यादव वही विधायक हैं जो 2016 में सरकारी कर्मचारी पर हाथ उठाने के मामले में गिरफ्तार भी हो चुके हैं।

‘चर्च में जाने से ठीक होंगी बीमारियाँ’ – इस प्रलोभन में फँस ईसाई बने 25 आदिवासियों की अब हुई ‘घर वापसी’

झारखण्ड के गुमला में कई परिवारों ने स्वेच्छा से अपनी ‘घर वापसी’ करवाई। इन सभी लोगों ने सरना धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म को अपना लिया था। सरना सम्प्रदाय से आने वाले इन आदिवासी परिवारों ने प्रलोभन में फँस कर अपना धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म को अपना लिया था, लेकिन अब ये पुनः अपने पुराने धर्म में लौट आए हैं। इस पूरी प्रक्रिया में हिन्दू जागरण मंच ने अहम भूमिका निभाई। प्रभात ख़बर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, गुमला जिला के भरनो प्रखंड स्थित मसिया महुआटोली गाँव के 10 परिवारों ने ग़रीबी के कारण ईसाई धर्म को अपना लिया था, ग्राम प्रधान ने इन सभी के पाँव धो कर इन्हें इनके धर्म में वापसी करवाई।

बुधवार (जून 12, 2019) को ‘घर वापसी’ की प्रक्रिया पूरी की गई। हिन्दू जागरण मंच ने इस प्रक्रिया को पूरी करने से पहले ग्राम प्रधान, पंचायत के जनप्रतिनिधियों, बुजुर्गों व युवाओं की सलाह ली। सभी से सलाह-मशविरा करने के बाद ही यह कार्य किया गया। सभी की देखरेख में गाँव में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहाँ पर ये कार्य किए गए। इस मौके पर वक्ताओं ने लोगों को समझाते हुए कहा कि धर्म बदलना महापाप है। धर्म परिवर्तन कराने वाले अधिकतर लोग बीमारी से पीड़ित थे और उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।

आदिवासी सरना विकास समिति और झारखंड जनजातीय सुरक्षा मंच ने भी इस पूरी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई। देवी मंडप में पूजा करा कर और प्रक्रिया में शामिल लोगों को अंगवस्त्र दे कर उनका ‘शुद्धिकरण’ किया गया, इसके बाद ‘घर वापसी’ कराई गई। दैनिक जागरण में प्रकाशित एक ख़बर के अनुसार, धर्म में वापसी करने वाले परिवार के सदस्यों ने धर्म परिवर्तन करने का कारण बताते हुए कहा कि उनके परिवारों में मिरगी, यक्ष्मा, गठिया आदि बीमारियों से आक्रांत लोग हैं। वे लोग करीब एक दशक से इन बीमारियों से पीड़ित हैं।

उन लोगों ने बताया कि चर्च के पादरियों ने उन्हें बहलाया-फुसलाया और धर्म परिवर्तन कराने को कहा। पादरियों ने कई अन्य प्रकार के प्रलोभन देते हुए बीमारी ठीक कर देने का भी आश्वासन दिया। पादरियों ने उन्हें बताया कि ईसाई चंगाई सभा में जाने से ऐसी बीमारियाँ ठीक हो जाती हैं। जब हिन्दू जागरण मंच के लोगों को यह बात पता चली तो उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को समझाना शुरू किया। इसके बाद इन लोगों की ‘घर वापसी’ हो सकी।

9:30 और कोई WFH नहीं: प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रियों को किया ‘टाइट’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रियों से साफ़-साफ़ कहा कि वे समय पर दफ्तर पहुँचे और घर से काम करने वाली आदत से बचें। पीएम ने उन्हें नसीहत दी कि वे लोगों के लिए एक अच्छा उदाहरण पेश करें। मीडिया में चल रही ख़बरों के अनुसार, नई सरकार के मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में प्रधानमंत्री ने वरिष्ठ मंत्रियों से कहा कि वे नए व जूनियर मंत्रियों को साथ लेकर चलें। राज्य मंत्रियों को बड़ी भूमिका देने की बात करते हुए मोदी ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों को उनके साथ महत्वपूर्ण फाइलें साझा करनी चाहिए। इससे उत्पादकता बढ़ेगी। पीएम ने कहा कि बेहतर कोआर्डिनेशन से बेहतर परिणाम आएँगे।

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में नए ट्रिपल तलाक बिल को मंजूरी दे दी गई। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने जम्मू और कश्मीर में छह महीने के लिए राष्ट्रपति शासन के विस्तार को भी अपनी मंजूरी दे दी है। इसी बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से ऑफिस समय पर आने की सलाह दी। पीएम मोदी ने मंत्रियों को सांसदों से मिलने के लिए उनको अपना वक़्त देने के लिए भी कहा है। पीएम ने कहा है कि उनके राज्यों के सांसदों से वो नियमित तौर पर मिलते रहें और मिलने के लिए सांसदों को समय देते रहें। इससे उन्हें जनता की दिक्कतों का पता चलेगा और समस्याएँ सुलझाने में मदद मिलेगी।

12 जून को नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि मुस्लिम महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार संसद सत्र में तीन तलाक़ बिल पेश करेगी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि पुराने अध्यादेश को ही बिल के रूप में तब्दील किए जाने का निर्णय लिया गया है।

जावड़ेकर ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में 200 प्वाइंट रोस्टर के हिसाब से नियुक्ति के लिए सदन में बिल पेश करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने 13 प्वाइंट रोस्टर का जो फैसला दिया था, उससे अनुसूचित जाति और जनजाति के वर्ग के लोगों को नुकसान हो रहा था। इसी कारण से केंद्रीय कैबिनेट ने फैसला किया है कि 200 प्वाइंट रोस्टर बहाल करने के लिए सरकार जो अध्यादेश लाई थी, उसे अब बिल के तौर पर सदन में पेश किया जाएगा।

बंगाल: नहीं थम रही हिंसा, राज्यपाल ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

बंगाल में लोकसभा निर्वाचन खत्म हो जाने के बाद भी न रुक रही हिंसा को देखते हुए राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने सभी मुख्य राजनीतिक दलों की सर्वदलीय बैठक कल (बृहस्पतिवार) बुलाई है। बैठक का आमंत्रण पत्र चारों बड़े राजनीतिक दलों कॉन्ग्रेस, माकपा, भाजपा, और तृणमूल कॉन्ग्रेस को भेजा गया है। बैठक शाम 4 बजे होने की उम्मीद है।

भाजपा-तृणमूल की हाँ, माकपा-कॉन्ग्रेस नखरे के मूड में

हैरत की बात यह है कि भाजपा के अलावा जहाँ तृणमूल कॉन्ग्रेस भी (जिसके इस बैठक में शामिल होने को लेकर सर्वाधिक संशय किया जा सकता था) बैठक के लिए मान गए हैं, वहीं कॉन्ग्रेस और माकपा ने अभी बैठक में शामिल होने को लेकर अंतिम उत्तर नहीं दिया है (टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबर)। वहीं इंडिया टुडे ने इसके उलट यह दावा किया है कि तृणमूल से पार्थो चटर्जी, भाजपा से दिलीप घोष के अलावा माकपा से एसके मिश्रा और कॉन्ग्रेस से एसएन मित्रा भी बैठक में शामिल होंगे।

तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि राज्यपाल का पद संवैधानिक संस्था है, और तृणमूल उसका सम्मान करेगी। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी बैठक का स्वागत करते हुए कहा कि बेहतर होता अगर ममता सरकार इसके लिए उपक्रम करती। इस मीटिंग के पहले राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर उन्हें बंगाल के हालात की सूचना दी।

राष्ट्रपति शासन की संभावना ख़ारिज?

बंगाल में राष्ट्रपति शासन की संभावना पर त्रिपाठी का कहना था कि बैठक में यह मसला नहीं उठा। बंगाल में आसन्न राष्ट्रपति शासन की सम्भावनाएँ तब तेज हो गईं थीं जब गृह मंत्रालय ने बंगाल में चल रही इस हिंसा को राज्य सरकार की नाकामी करार दिया था। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा काडर पर बंगाल में हिंसा भड़काने की कोशिश का आरोप लगाया था।