Friday, April 19, 2024

हास्य-व्यंग्य-कटाक्ष

इना-मीना-डीका, सबा-राना-ज़ुबैर झूठा, रवीश कुमार छींका-अरफा चुप्पा; क्योंकि FIR ही आज की सच्चाई है

FIR क्या हुई। आपस में ही उलझ गए जुबैर, राना और सबा। आखिर में तय हुआ रवीश के पास चलने का जो अरफा के साथ बैठे थे। फिर क्या हुआ?

सूना पड़ा प्रोपेगेंडा का फिल्मी टेम्पलेट! या खुदा शर्मिंदा होने का एक अदद मौका तो दे 

कितने प्यारे दिन थे जब हर दस-पंद्रह दिन में एक बार शर्मिंदा हो लेते थे। जब मन कहता नारे लगा लेते। धमकी दे लेते थे कि टुकड़े होकर रहेंगे, इंशा अल्लाह इंशा अल्लाह।

यदि सिद्धू रहा, जड़ से उखाड़ देगा इन्हें, जब चाहेगा कुर्ते की तरह झाड़ देगा इन्हें…

ये सत्य है। और सिद्धू सत्य बोलता है। सिद्धू के बिना माल नहीं छनता, माल नहीं छनता गुरु। सिकंदर हूँ मैं, और सिकंदर हालात के आगे कभी...

पार्टी जान कहती है – कोई भी स्कैम छोटा नहीं होता… और स्कैम से बड़ा कोई धर्म नहीं होता

लोग ताना दें या गाली, स्कैम नहीं रुकना चाहिए। यह सोच मत रुको कि ये विभाग तुम्हारे पास नहीं, इस विभाग में केवल छोटा स्कैम किया जा सकता है।

अनशन पर बैठे गाँधी: खलीफा से शादी पर चर्चा, फुर्सत में नुसरत को समझाया जहां से जैन तक की बात

नुसरत जहां ने सांसद के रूप में शपथ लेते हुए अपना नाम नुसरत जहां रूही जैन बताया था। अब नुसरत जहां हैं। रूही जैन कौन है, उन्हें नहीं पता।

ई चीटिंग है, बात तोता दिखाने की थी-तोते उड़ाने की नहीं: देश का पप्पू

सबको फ्री वैक्सीन और 80 करोड़ को दीवाली तक फ्री अनाज! देश के पप्पू से रहा न गया, प्रधानसेवक को चिट्ठी लिख डायरेक्ट चेतावनी दी है।

5G इंटरनेट से भी फास्ट है एक्टिविज्म: इधर से पिटीशन डालो, उधर से तारीख लो – टूलकिट सेलेब्रिटी के लिए स्पेशल ऑफर

अदालत केस लेती रहेगी, तारीख देती रहेगी और सरकार अपना समय अदालतों में खर्च करती रहेगी। उधर अमेरिका में बैठा कोई एनजीओ...

गाँधी जब उठाए थे लाठी: PETA ने उनकी बकरी और दूध पर कर दी थी हिंसक बात

ऐसे भारतवासियों से आज PETA कह रहा है कि वेगन मिल्क पीयो। बता रहा है कि गाय और भैंस का दूध पीना पाप है। दूध निकालना गायों और भैंसों के साथ क्रूरता है, निष्ठुरता है, निर्दयता है।

शाहरुख़ आपना फिलिम में बोला… दील से चाहो तो सारा कायोनात तुम्हारा

राहुल से लेकर सलमान तक... मोदी से लेकर चीन तक... सबकी चाहत फेल... काहे कि इन सबके पास मोमता दीदी वाला शाहरुख नहीं था।

प्लेन से उतार रवीश को सरकार ने किया अरेस्ट: बाल्टी पर बरखा ने की रिपोर्टिंग, ‘वल्चर’ राजदीप ने कहा- शाम बन गई

"रवीश कुमार हिंदी पत्रकारिता के बरखा दत्त थे... भारत की आवाज़ थे। किसी ने उनसे सवाल पूछा तो जवाब में उन्होंने उसे ब्लॉक कर दिया।"

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