Friday, April 18, 2025

विचार

दिल्ली की 55% आबादी AAP सरकार के कामकाज से नाराज, मतदान से पहले C वोटर के नंबर्स बता रहे मतदाताओं का मिजाज: जानिए कौन...

2015 के चुनाव में कॉन्ग्रेस 9.7% पर आ गई और 2020 में तो वह 4% पर आकर अटक गई। यह वोट बढ़ने पर AAP को नुकसान होगा।

पुरुष भी होते हैं क्रूरता के शिकार… दिल्ली HC का ये सिर्फ फैसला नहीं, बल्कि आंदोलन की शुरुआत: समाज भी बदले अब सोच, मर्दों...

दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में एक ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा कि पुरुष भी महिलाओं की तरह क्रूरता और हिंसा से समान सुरक्षा के हकदार हैं।

बिहार चुनाव से पहले जाति के जिस गुब्बारे को फूला रहे थे तेजस्वी यादव, उसमें राहुल गाँधी ने ही कर दिया भूर: कॉन्ग्रेस नेता...

राहुल गाँधी ने बिहार की जाति गणना को फेक बताकर तेजस्वी के हाथ मुद्दा छीन लिया है और दूसरी तरफ दलितों को अपनी तरफ करने का प्रयास किया है।

मेरा नाम अजीत झा है, शहजाद पूनावाला ने मुझे नहीं कहा ‘Jha2’; आपको कहा तो AAP के ऋतुराज का पकड़िए गला

झा उपनाम धारी होने के कारण लगता है कि मैथिल ब्राह्मणों को गाली दी गई है तो ऋतुराज का गला पकड़िए जिसने शहजाद पूनावाला के समाज को अपमानित किया।

AAP का भ्रष्टाचार: INDI गठबंधन वाले कॉन्ग्रेस ने ही ‘कट्टर ईमानदार’ का सर्टिफिकेट किया कैंसल, कोर्ट ने भी फटकारा

तेलंगाना कॉन्ग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली की शराब नीति से हासिल पैसों के जरिए AAP ने गोवा चुनाव लड़ा, नतीजा यह है कि कॉन्ग्रेस हार गई।

‘पूजा करो तो मातृभूमि की, सेवा करो तो देशवासियों की’: शिकागो से 4 साल बाद लौट स्वामी विवेकानंद ने भावुक होकर माँगी थी ‘धरती...

शिकागो में 11 सितंबर 1893 को स्वामी विवेकानंद के ओजस्वी भाषण ने दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी वाणी भारत के पुनरुत्थान का शंखनाद थी।

माना आपकी तरह ‘एलीट’ नहीं था मुकेश चंद्राकर, पर जिसे तड़पा-तड़पाकर मारा गया वह भी पत्रकार ही था… कॉन्ग्रेस की ‘चाटुकारिता’ में अपने ही...

राजदीप सरदेसाई ने यह दिखाने की कोशिश की कि मुकेश की हत्या का आरोपित सुरेश कॉन्ग्रेस का नेता भले ही था लेकिन बाद में वह भाजपा में चला गया था।

नागनाथ और साँपनाथ की राजनीति के बीच प्रशांत किशोर BPSC आंदोलन से कितना उठा पाएँगे लाभ?: जिस बिहार की राजनीति में ‘जाति’ ही प्रमुख...

बीपीएससी आंदोलन के जरिए प्रशांत किशोर ने अपनी राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश की है, लेकिन बिहार की राजनीति का जातिगत और जमीनी स्वरूप उनके आड़े आ सकता है।

धार्मिक विवादों की समय से सुनवाई के लिए जरूरी है रिलीजियस ट्रिब्यूनल: कोर्ट और सरकार को अब इस दिशा में सोचने की क्यों है...

केंद्र की मोदी सरकार एवं अन्य राज्य सरकारों को धार्मिक स्थलों से संबंधित विवादों के समाधान के लिए एक अलग ट्रिब्यूनल की स्थापना करनी चाहिए।

सजग-जागृत-समृद्ध हिंदू और अखंड भारत: 1 जनवरी 2025 का संकल्प और बाकी 364 दिन भी यही

किसी RSS, किसी BJP ने अखंड भारत का सपना देखा, इसलिए आप भी मत देखिए। सपना देखिए क्योंकि यह सभी हिंदुओं के अस्तित्व की लड़ाई है।

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