हाल ही में गुजरात के आणंद जिले में हुए एक पार्किंग विवाद में एक मुस्लिम युवक की जान चली गई। विवाद के पीछे क्रिकेट टूर्नामेंट में बाइक की पार्किंग को लेकर हुई बहस थी। पार्किंग के चक्कर में हुई इस घटना को द वायर, मकतूब मीडिया, कश्मीरियत और क्विंट जैसी वामपंथी मीडिया ने हिन्दू-मुस्लिम विवाद के रूप में पेश किया। इन्होंने इस हत्या के मामले में हिन्दू-मुस्लिम विवाद पैदा करने की कोशिश की। पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है और साथ ही इन वामपंथी मीडिया के दावों को नकार दिया है।
यह घटना 22 जून, 2024 को हुई थी। इसमें मरने वाले युवक का नाम सलमान वोहरा था और वह 23 वर्ष का था। वह आणंद के चिखोदरा में देर शाम आयोजित एक क्रिकेट टूर्नामेंट देखने पहुँचा था, जहाँ यह विवाद हुआ। यहाँ सलमान के साथी युवक इमरोज अब्दुल रहीम का घटना के आरोपित से बाइक पार्किंग को लेकर विवाद हो गया।
थोड़ी ही देर में इस विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया और दोनों के बीच लात घूंसे चलने लगे। इसी बीच सलमान वोहरा ने इमरोज की तरफ से इस लड़ाई में बीच बचाव करने की कोशिश की। आरोप है कि इसके बाद आरोपितों ने सलमान पर क्रिकेट बैट और धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सलमान को अस्पताल ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस मामले में इमरोज ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करवाई है। इमरोज़ की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 2 को बाद में पुलिस ने पकड़ा। 2 आरोपित अब भी फरार हैं।
पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तर सभी आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट के सामने पेश किया हिया, जहाँ से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया। इस मामले में, पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा IPC की धारा 143, 147, 148, 149, 302, 324, 323 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पार्किंग विवाद को हिन्दू-मुस्लिम विवाद बताने लगा वामपंथी मीडिया
इस घटना के विषय में वामपंथी मीडिया पोर्टल्स वायर, द क्विंट, मकतूब मीडिया, कश्मीरियत ने खूब झूठ फैलाया। इन्होने इस पूरी घटना को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया।
![](https://i0.wp.com/www.opindia.com/wp-content/uploads/2024/07/The_Wire.jpg?w=596&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/www.opindia.com/wp-content/uploads/2024/07/Quint.jpg?resize=768%2C381&ssl=1)
इन मीडिया पोर्टल्स ने दावा किया कि घटना से पहले हिंदुत्व समर्थक मुसलमानों पर नाराज थे क्योंकि वह अच्छा खेल रहे थे और इसीलिए उन्होंने एक मुस्लिम लड़के को मार डाला। इन मीडिया पोर्टल्स ने दावा किया कि हिंदू भीड़ में इकट्ठा हुए थे और मैच के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे।
मीडिया के दावे फर्जी: डिप्टी एसपी
ऑपइंडिया ने इस घटना के बारे में पूरी सच्चाई जानने की कोशिश की। ऑपइंडिया ने आणंद के DSP जयेश पांचाल से संपर्क किया। ऑपइंडिया ने DSP पंचाल से इस घटना के विषय में जानकारी माँगी। उन्होंने बताया, ”मीडिया जिस तरह के सांप्रदायिक एंगल के विषय में बात कर रहा है, वह पूरी तरह गलत है। घटना के बाद पुलिस लगातार जाँच कर रही है। हमने गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की है, उन्होंने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है। घटना के दौरान मैदान में मौजूद लोगों के बयान भी लिए गए हैं। किसी ने अपने बयान में ऐसा कुछ नहीं कहा है।”
बातचीत के दौरान, उन्होंने आगे बताया कि खुद शिकायतकर्ता ने भी ऐसी कोई बात FIR में नहीं कही है। ऑपइंडिया ने जय श्री राम और हिन्दू भीड़ के दावों के विषय में भी पूछा। इस पर भी उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी जाँच में कोई भी ऐसी बात सामने नहीं आई है। उन्होंने साफ किया कि यह केवल बाइक पार्किंग को लेकर हुआ एक विवाद था, जो हिंसक हो गया और इसमें लड़के की मौत हो गई। इसके अलावा मीडिया में किए गए सारे दावे फर्जी हैं।
घटना में कोई साम्प्रादायिक एंगल नहीं: स्थानीय मुस्लिम नेता
डिप्टी एसपी से बातचीत के बाद ऑपइंडिया ने एक स्थानीय मुस्लिम नेता इस्माइल भाई से बात की। उन्होंने ऑपइंडिया को बताया,”मैच के दौरान लगाए गए नारों का हत्या से कोई लेना -देना नहीं है। इस पूरी घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। जो हुआ है वह बहुत गलत है। मृतक की हाल ही में शादी हुई थी। हमलावरों ने उसे गुर्दे में मारा और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। हम सभी चाहते हैं कि जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा मिले”
जब ऑपइंडिया ने उनसे हत्या में साम्प्रादायिक एंगल के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया, ”देखिए, घटना बहुत बुरी और गंभीर है। लेकिन इसमें कोई सांप्रदायिक तत्व नहीं है। कोण दिखाई नहीं देता है।” इस्माइल भाई से बात करने के बाद, ऑपइंडिया ने एक अन्य स्थानीय से बात भी की।
नाम न छापने की शर्त पर, उन्होंने बताया, ”दोनों पक्षों के लोग घटना के समय जमीन पर मौजूद थे। क्रिकेट मैच हमेशा यहाँ आयोजित किए जाते रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। जो लोग कह रहे हैं कि यह दो समुदायों के बीच एक मामला है, वह पूरी तरह से गलत हैं। हर कोई यहाँ सद्भाव में रहता है। पूरा झगड़ा एक बाइक की पार्किंग को लेकर था। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया है और मामला अब अदालत में है। आशा है कि अदालत न्याय करेगी और आरोपितों को दण्डित करेगी।”