Sunday, April 20, 2025
Homeदेश-समाज'दुःखद खबर, नहीं रहे वृन्दावन वाले संत प्रेमानंद जी महाराज': सोशल मीडिया पर आग...

‘दुःखद खबर, नहीं रहे वृन्दावन वाले संत प्रेमानंद जी महाराज’: सोशल मीडिया पर आग की तरह फैलने लगी खबर, जान लीजिए क्या है वास्तविकता

सिर्फ ट्विटर ही नहीं, बल्कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी ये अफवाह आग की तरह फैलने लगी। चूँकि संत प्रेमानंद महाराज के वीडियो लाखों लोग देखते हैं...

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया कि वृन्दावन वाले प्रेमानंद महाराज का निधन हो गया है। बता दें कि संत श्री हित प्रेमानंद गोविन्द शरण जी महाराज वृन्दावन के एक लोकप्रिय संत हैं, जिनके वीडियो YouTube से लेकर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी वायरल होते हैं। उनकी दोनों किडनियों में समस्या है, जिस कारण उन्हें नियमित डायलिसिस की ज़रूरत पड़ती है। अब कुछ लोग उनके निधन की बात कर रहे हैं।

वृन्दावन वाले प्रेमानंद महाराज के निधन की अफवाह

‘सत्यम सिंह कनौजिया’ नामक ट्विटर हैंडल ने लिखा, “बेहद ही दुःखद खबर हम सब के लिए। पूजनीय प्रेमानंद जी महाराज ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। परमात्मा उनकी पुण्य आत्मा को चरणों में स्थान दे। ॐ शांति! शत शत नमन।”

इसी तरह खुद को पत्रकार बताने वाले सुशील त्यागी ने भी ऐसा ही दावा किया:

कृष्ण राज नामक व्यक्ति ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर तस्वीर शेयर करते हुए संत प्रेमानंद महाराज के निधन की बात कही।

सिर्फ ट्विटर ही नहीं, बल्कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी ये अफवाह आग की तरह फैलने लगी। चूँकि संत प्रेमानंद महाराज के वीडियो लाखों लोग देखते हैं, इसीलिए अधिकतर भक्त दुःखी हो गए थे। वहीं कइयों ने बात मानते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करनी शुरू कर दी।

वृन्दावन वाले प्रेमानंद महाराज के निधन वाले पोस्ट्स की सचाई

इस अफवाह के उड़ने के बाद वृन्दावन स्थित ‘श्री हित राधा केलि कुँज परिकर’ आश्रम ने बयान जारी कर के स्पष्ट किया है कि पूज्य महाराज जी पूर्णतः स्वस्थ हैं। आश्रम ने अपील की है कि आप सब एकदम निश्चिंत रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें। साथ ही उनके बारे में कोई भी जानकारी आश्रम के आधिकारिक मीडिया प्लेटफॉर्म से ही लेने की सलाह दी गई है, अन्य स्रोतों की जानकारियों पर ध्यान न देने के लिए कहा गया है।

YouTube पर संत प्रेमानंद महाराज के चैनल ‘भजन मार्ग’ पर देखा जा सकता है कि उन्होंने रविवार (23 जुलाई, 2023) को भी भक्तों के साथ बातचीत की है और अपने प्रवचन से उन्हें अनुग्रहित किया है। इतना ही नहीं, वो उस दिन शाम को माँ राधा, जिन्हें वो लाड़ली जी कहते हैं, उनकी संध्या आरती में भी वो उपस्थित रहे। बाढ़ के कारण वो परिक्रमा पर नहीं निकल रहे हैं। अफवाह फैलने का एक ये कारण भी हो सकता है।

हमने कुछ भक्तों से भी बातचीत की, जिन्होंने बताया कि आश्रम में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है और बाबा जी भी वहीं उपस्थित हैं। वृन्दावन पहुँचे लोगों ने भी आश्रम में पता किया तो निधन वाली खबर का खंडन किया गया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बलात्कारियों से सहानुभूति और रेप पीड़िताओं को दोषी ठहराने की प्रवृत्ति: भारत की अदालतें खोज रहीं नए-नए तरीके, अपराधियों की जमानत के कई खतरे

न्यायपालिका जब पीड़ितों को उनके मित्रों से मिलने या 'पर्याप्त' प्रतिरोध नहीं करने के लिए दोषी ठहराती हैं तो स्थिति और भी खराब हो जाती है।

‘इस बर्बर घटना से हम व्यथित, खुलेआम घूम रहे अपराधी’: भारत ने हिंदू नेता की हत्या पर बांग्लादेश को फटकारा, कहा – ये चिंताजनक...

"यह घटना एक बड़े और चिंताजनक पैटर्न का हिस्सा है, जहाँ मोहम्मद यूनुस के शासनकाल में हिंदू अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।"
- विज्ञापन -