Friday, November 15, 2024
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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बावजूद अडानी पर निवेशकों का भरोसा कायम, पूरी तरह सब्स्क्राइब हुआ कंपनी का FPO: नकारात्मक प्रचार का नहीं पड़ा असर

अडानी एंटरप्राइजेज 27 जनवरी, 2023 को अपना 20 हजार करोड़ रुपए का FPO लाने वाला था। इससे कुछ दिन पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की थी।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट की वजह से अडानी समूह के शेयर में भारी गिरावट आई थी। इस बीच अडानी समूह के लिए अच्छी खबर है। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Limited) की ओर से शुक्रवार (27 जनवरी 2023) को फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) जारी किया गया था। FPO के आखिरी दिन मंगलवार (31 जनवरी, 2023) को इसे पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड कर लिया गया है। शेयर बाजार के आँकड़ों के मुताबिक, 20 हजार करोड़ रुपए के FPO को आखिरी दिन गैर-खुदरा निवेशकों से भारी समर्थन मिला।

अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट के टाइमिंग पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। अडानी एंटरप्राइजेज 27 जनवरी, 2023 को अपना 20 हजार करोड़ रुपए का FPO लाने वाला था। इससे कुछ दिन पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की थी। ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि अडानी के FPO को नुकसान पहुँचाने के लिए रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। हालाँकि, हालिया नतीजे बताते हैं कि हिडनबर्ग की रिपोर्ट का अडानी के FPO पर कोई असर नहीं पड़ा।

वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, इस इश्यू के तहत 4.55 करोड़ शेयरों के मुकाबले 4.62 करोड़ शेयरों की माँग रही। अडानी एंटरप्राइजेज को एंकर निवेशकों से भी अच्छा साथ मिला। अडानी एंटरप्राइजेज ने एंकर इन्वेस्टर्स से पहले ही 5985 करोड़ रुपए जुटा लिए थे। उल्लेखनीय है कि अडानी समूह के लिए हिंडनबर्ग की नकारात्मक रिपोर्ट के बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई है। हालाँकि FPO को मिली जबर्दस्त प्रतिक्रिया अडानी समूह के लिए राहत की बात है।

वहीं अडानी एंटरप्राइजेज को अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) का भी साथ मिला है। कंपनी ने 30 जनवरी को कहा था कि वह अपनी सहायक कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी लिमिटेड के माध्यम से अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपए के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी।

उल्लेखनीय है कि हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई आरोप लगाए थे। इनमें मनी लॉन्ड्रिंग, अनऑथोराइज्ड ट्रेडिंग, वित्तीय गड़बड़ी, भारी-भरकम लोन सहित कई गंभीर आरोप हैं, जो किसी कंपनी के लिए घातक हो सकता है। इस तरह की रिपोर्ट बाजार में आते ही निवेशकों के बीच आफरा-तफरी मच जाती है और कंपनी के स्टॉक धाराशायी होने लगते हैं।

वहीं अडानी समूह ने अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया था। कंपनी ने 413 पन्नों के जवाब में हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को झूठ करार दिया था। कंपनी ने कहा था कि ये आरोप भारत और यहाँ की कंपनियों तथा देश के विकास पर सुनियोजित हमला है।

अडानी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा था कि हिंडनबर्ग ने 88 सवालों के जवाब माँगे हैं। इनमें से 65 सवालों के जवाब अडानी पोर्टफोलियो कंपनियों की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। वेबसाइट में कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट में सभी के बारे में बताया गया है। समय-समय पर मेमोरेंडम, वित्तीय विवरण और स्टॉक एक्सचेंज के बारे में भी वेबसाइट पर जिक्र है।

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राहुल आनंद
राहुल आनंदhttps://hindi.opindia.com/
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