Monday, March 3, 2025
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नया या पुराना… अब कौन सा टैक्स स्लैब है बेहतर, ₹12 लाख तक की कमाई के आयकर मुक्त होने का क्या है मतलब; ₹13 लाख पर कितना देना होगा इनकम टैक्स: जानिए सब कुछ एक साथ

टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में मिडल क्लास को राहत देते हुए इनकम टैक्स की नई दरों की घोषणा की है। बजट में ऐलान किया गया है कि अब ₹12 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगेगा। सैलरी पाने वाले लोगों को ₹12.75 लाख की कमाई तक कोई टैक्स नहीं देना होगा।

केंद्र सरकार ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए हैं। अब ₹4 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं ₹4 लाख-₹8 लाख तक की कमाई पर 5%, ₹8 लाख-₹12 लाख तक 10% और ₹12 लाख-₹16 लाख तक 15% और ₹16 लाख-20 लाख तक 20% और ₹20 लाख से ₹24 लाख की कमाई पर 25% टैक्स लगेगा।

सबसे ज्यादा टैक्स ₹30 लाख से अधिक कमाई पर लगेगा। यह टैक्स स्लैब 30% का होगा। अब प्रश्न उठे हैं कि अगर अब ₹12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना तो फिर इस कमाई के नीचे ही क्यों दो टैक्स स्लैब बनाए गए हैं। क्योंकि ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% और ₹8 लाख से ₹12 पर 10% का टैक्स लगाया गया है।

दरअसल, यह टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा।

उदाहरण के लिए, यदि किसी की कमाई अगर ₹13 लाख है तो उसे इस पूरी कमाई पर ₹12 लाख से ₹16 लाख वाले 15% के स्लैब के अनुसार टैक्स नहीं लगेगा। यानी इस कमाई पर ₹1.95 लाख का टैक्स नहीं लिया जाएगा।

इस कमाई पर सारे टैक्स स्लैब में बाँट कर टैक्स लगाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले इसमें से ₹75 हजार घटाए जाएँगे। इन्हें स्टैण्डर्ड डिडक्शन कहते हैं। तब यह कमाई ₹12.25 लाख बनेगी। अब इसको स्लैब में बाँट कर अलग अलग दरों से सरकार टैक्स जोड़ेगी।

इस ₹12.25 लाख में से ₹4 लाख तक 0% टैक्स लगेगा। इसके बाद अगले ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% टैक्स लगेगा, यानी इस पर ₹20 हजार का टैक्स लगाया जाएगा। अगले बचे हुए ₹4 लाख पर 10% टैक्स लगेगा। यानी यह ₹40 हजार होगा। इसके बाद जो ₹25 हजार बचेंगे उन पर 15% वाले स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा। यह ₹3750 होगा।

इस प्रकार कुल टैक्स ₹63750 हजार होगा। इसमें कुछ सेस वगैरह भी जोड़े जाते हैं। इसमें भी अलग-अलग तरह की छूट मिलती है। सरकार यह स्लैब इसलिए बनाती है ताकि टैक्स देने वालों को फायदा हो। यदि वह कमाई पर सीधे-सीधे टैक्स लेने लगे तो यह ज्यादा हो जाएगा जबकि स्लैब के हिसाब से लेने पर यह अलग-अलग हिस्सों में बंट जाता है।

यही टैक्स पुराने स्लैब के हिसाब से कहीं अधिक होता। अभी तक लागू टैक्स स्लैब में भी पहले ₹75 हजार घटाए जाते। इसके बाद इस कमाई में सबसे पहले ₹0-3 लाख वाली दरें लगाई जाती। चूंकि यह शून्य है, ऐसे में यह टैक्स फ्री होता है। इसके बाद ₹3 लाख-₹7 लाख वाला टैक्स लैब लगाया जाएगा। यह टैक्स 5% था। ऐसे में इस पर ₹20 हजार टैक्स लगता।

अगला स्लैब इस कमाई पर ₹7 लाख से ₹10 लाख वाला होता। इस पर 10% टैक्स लगता। यानी यहाँ ₹30 हजार का टैक्स लगाया जाता। इसके बाद इस कमाई में बचे रुपयों पर ₹10 लाख से ₹12 लाख वाला स्लैब लगाया जाएगा। यहाँ 15% टैक्स लगता है।

इसमें भी ₹30 हजार का टैक्स लगता। इसके बाद बचते ₹25 हजार, जिन पर ₹20% की दर लगती, जो ₹12 लाख से ₹15 लाख की कमाई के बीच लगता। यह ₹5 हजार होता। इस प्रकार इन सबको जोड़ा जाए तो यह ₹85 हजार होता। यानी अब ₹13 लाख कमाने वाले को कमसे कम ₹22 हजार की बचत होगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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