महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में एक शख्स ने सड़क के किनारे मोमोज की दुकान खोलने के लिए 60 साल की एक वृद्धा की हत्या कर दी। 30 वर्षीय हत्यारा अकबर मोहम्मद शेख उर्फ़ चाँद (चाँद शेख उर्फ अकबर) एक आदतन अपराधी है। उसने रंजना चंद्रकांत पाटेकर के घर में घुसकर रंजना की हत्या कर दी और लूटपाट की। कुछ दिन पहले ही उसे ‘अच्छे व्यवहार’ के कारण जेल से छोड़ा गया था।
यह घटना 20 मार्च की है। अंबिवली इलाके में 60 साल की रंजना पाटेकर अपने घर में मृत पाई गई थीं। पुलिस ने जब जाँच शुरू की तो उसे कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इलाके बेहद घना था और वहाँ सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे थे। इस कारण से महिला के घर में किसी को आते-जाते किसी ने नहीं देखा। यह पुलिस के लिए बेहद चुनौती भरा वक्त था।
इस बीच मृत महिला के परिजनों ने अपने पड़ोसी दीपेश सपकाले पर हत्या की आशंका व्यक्त की। आशंका के आधार पर महाराष्ट्र पुलिस ने दीपेश सपकाले को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। हालाँकि, लगातार पूछताछ के बाद भी सपकाले के पास से लूट का माल बरामद नहीं हुआ और ना ही इसके बारे में वह कोई जानकारी दे पाया। इसके बाद पुलिस ने इलाके के सभी अपराधियों की सूची जुटाई।
पुलिस ने लगभग 25 लोगों से पूछताछ की। इसी बीच खड़कपाड़ा पुलिस के खबरियों ने चाँद के बारे में जानकारी दी। किसी तरह पुलिस को उसके बारे में जानकारी मिली और उसे शुक्रवार (4 अप्रैल) को अटाली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अमरनाथ वाघमोडे ने बताया कि आरोपित अकबर मोहम्मद शेख उर्फ़ चाँद के पास से चोरी के गहने बरामद कर लिए गए हैं।
आरोपित चाँद ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन रंजना का दरवाजा खटखटाया और पानी माँगा। जब रंजना पानी लाने के लिए अंदर गई तो वह घर में जबरन भीतर घुस गया और टीवी की आवाज तेज कर दी, ताकि आवाज बाहर ना जाए। जब महिला पानी लेकर आई तो चाँद ने उसकी गला और मुँह पकड़कर जमीन पर पटक दिया।
इस दौरान उसने महिला की घोंटकर हत्या कर दी। महिला की हत्या करने के बाद चाँद ने उसकी कानों से लगभग एक लाख रुपए की कीमत वाली सोने की बालियाँ निकाल लीं और वहाँ से फरार हो गया। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को बताया कि जेल से बाहर आने के बाद वह बेरोजगार था। वह रोड के किनारे मोमोज का ठेला लगाना चाहता था।
उसने बताया कि मोमोज का ठेला लगाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। इसके उसने लूटने की योजना बनाई। उसने बुजुर्ग महिला को अपना टारगेट बना लिया। वह महिला के घर की लगातार रेकी करने लगा। वह ठाणे के निकट आंबिवली इलाके के ही नवनाथ कॉलोनी में रहता है। उसका पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
पुलिस उपायुक्त अतुल जेंडे के अनुसार, आरोपित चाँद कुछ महीने पहले ही आधारवाड़ी जेल से छूटकर आया था। उसके खिलाफ खड़कपाड़ा के कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन में साल 2014 में हत्या का एक मामला दर्ज किया गया था। उसने कल्याण की ही एक अन्य महिला की इसी तरह हत्या की थी। उस समय वह गैस सिलेंडर डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करता था।
इस मामले में चाँद शेख और एक अन्य डिलीवरी बॉय को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी। हालाँकि, उसके ‘अच्छे व्यवहार’ को देखते हुए उसे 10 साल बाद ही रिहा कर दिया गया। आरोपित चाँद आठ महीने पहले ही जेल से रिहा होकर बाहर आया था। बाहर आते ही उसने एक दूसरी महिला को अपना निशाना बना लिया।