Sunday, July 13, 2025
Homeदेश-समाजएक तरफ पकड़ौआ ब्याह, दूसरी ओर प्रेम विवाह वाले बेटी-दामाद-नातिन की एक साथ हत्या:...

एक तरफ पकड़ौआ ब्याह, दूसरी ओर प्रेम विवाह वाले बेटी-दामाद-नातिन की एक साथ हत्या: कितना ढोंगी है बिहार का समाज

बिहार का समाज ढोंगी है? क्योंकि एक ओर जमुई में BPSC शिक्षक बनने पर उनका जबरन पकड़ौवा विवाह करा दिया जाना सामान्य है जबकि प्रेम विवाह करने वाली बेटी को दामाद और 2 साल की नातिन के साथ मार डाला गया।

बिहार में प्यार करके शादी करने, घर बसाने के लिए सजा के तौर पर न सिर्फ पति-पत्नी को मौत की नींद सुलाई जाती है बल्कि 2 साल की उनकी बेटी को भी मार डाला जाता है। वहीं दूसरी ओर लड़के को उठा कर जबरन किसी लड़की से पकड़ौआ विवाह करा देना इसी समाज को स्वीकार हो जाता है। बिहार के जमुई और नौगछिया के हालिया मामले यहाँ के समाज के दोहरे रवैये की ओर इशारा करते हैं।

भागलपुर जिले के नौगछिया में तीन साल बाद चंदन कुमार की उसके ससुर ने पूरे परिवार सहित इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उन्होंने उनकी बेटी के साथ प्यार करने के बाद शादी कर परिवार बसाया था। उधर दूसरी तरफ जमुई में BPSC शिक्षक मुकेश कुमार वर्मा का पकड़ौआ विवाह करा डाला।

समाज का ये कैसा रवैया है? यहाँ एक लड़की का परिवार मना करने वाले शख्स से जबरन अपनी बेटी का विवाह करवा कर खुश हो जाता है, लेकिन उनकी बेटी से प्यार कर शादी करने वाले दामाद के खून का प्यासा हो जाता है।

नवगछिया में चंदन कुमार नाम के दामाद को उनके ससुर पप्पू सिंह ने बेटी चांदनी और दो साल की नातिन सहित मौत के घाट उतार डाला। पप्पू सिंह ने चंदन के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया और इसके बाद उसने बेटे धीरज कुमार को बुलाकर तीनों पर गोलियाँ बरसा दीं।

इस मामले में साल 2021 में चांदनी और चंदन दोनों गाँव से चले गए थे और दोनों ने शादी कर ली थी। तीन साल बाद चंदन अपने बीमार पिता को देखने परिवार सहित गाँव लौटे थे। इसी दौरान अपने नए घर वापस जाते समय उनके सुसराल वालों ने पूरे परिवार को मौत की सजा दी।

चंदन के बड़े भाई केदार नाथ सिंह ने कहा, “मेरे भाई को चांदनी से प्यार हो गया और उसने उससे शादी कर ली। वो दोनों एक साथ खुश थे। गोली लगने से कुछ देर पहले मेरा भाई, उसकी पत्नी और उनकी बेटी हमारे बीमार पिता को देखने आए थे। मेरी भाभी के पिता और भाई ने उन्हें मार डाला और मौके से भाग गए।”

इस घटना पर नौगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि दोनों ने 2021 में भागकर शादी कर ली थी क्योंकि चांदनी के परिवार ने उनके रिश्ते को कभी मंजूरी नहीं दी थी। दोनों एक ही गाँव के थे और दोनों को 20 साल की उम्र में एक-दूसरे से प्यार हो गया था। पुलिस के अनुसार उन्हें 11 जनवरी 2024 की शाम 4 बजे इस हत्याकांड की खबर मिली।

दूसरी घटना बिहार के ही जमुई जिले के गिद्धौर की है। यहाँ बुधवार (10 जनवरी, 2024) की रात गिद्धौर के ऐतिहासिक पंच शिव मंदिर में गाँव वालों ने BPSC शिक्षक मुकेश कुमार वर्मा का पकड़ौआ विवाह करा डाला।

जानकारी के मुताबिक, चकाई प्रखंड के बेलदारी गाँव के रहने वाले सत्यनारायण वर्मा के पुत्र मुकेश की दो साल पहले पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना नाम की लड़की से शादी तय हुई थी। बताया जा रहा है कि दोनों साल 2015 से एक-दूसरे के प्यार करते थे। इसी वजह से परिवार वालों ने दोनों के विवाह का फैसला लिया था। लेकिन अब BPSC शिक्षक मुकेश कुमार वर्मा का पकड़ कर विवाह कर दिया गया… मतलब बिहारी शब्दावली में उनका पकड़ौआ विवाह किया गया।

मुकेश 2023 में बीपीएससी परीक्षा पास कर गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में सहायक शिक्षक बन गए। प्रेमिका पूर्णिमा का आरोप है कि इसी के बाद से मुकेश बदल गए। उनके अनुसार पहले घंटों बातें करने वाले मुकेश ने उनका फोन उठाना ही बंद कर दिया।

पूर्णिमा का कहना है कि मुकेश की शादी तोड़ने की जिद पर कई बार गाँव में पंचायत बुलाई गई, लेकिन वो शादी करने के लिए नहीं माने। प्रेमिका ने ये भी बताया कि दिसंबर 2023 में सुबूतों के साथ उसने पुलिस में मुकेश के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

मजबूर होकर घरवालों ने बुधवार की रात मुकेश को पकड़कर पंच शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से उनकी शादी करा दी। दोनों की शादी का वीडियो वायरल है। इसमें मुकेश कह रहे हैं, “मुझे मार दीजिए, ये हमको ब्लैकमेल कर रही थी फोटो रखने की वजह से और अभी जब जॉब लगा तो शादी करने के लिए मेरे पीछे पड़ गई है।”

वो आगे कहते हैं, “2018 का फोटो दिखा रहा। आप लोगों को वही फोटो दिखा-दिखा कर हमें ब्लैकमेल किया। वो बर्थडे का फोटो था। हम इसके साथ खुश नहीं हैं। जबरदस्ती शादी करा भी देंगे तो कोई फायदा नहीं।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बिहार की वोटर लिस्ट में मिले घुसपैठियों के नाम, बांग्लादेश-नेपाल-म्यांमार से आकर बनाई फर्जी पहचान: EC सबको करेगा बाहर, राज्य में कुल 7.89 करोड़...

नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार से आए लोगों के नाम 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित होने वाली अंतिम चुनावी सूची में शामिल नहीं किए जाएँगे।

RSS के जिस स्वयंसेवक के वामपंथी गुंडों ने काट दिए पैर, राष्ट्रपति ने उनको राज्यसभा भेजा: जानिए कौन हैं केरल के सदानंदन मास्टर

61 साल के केरल के C सदानंदन मास्टर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए नामित किया है। उनके पैर कम्युनिस्टों ने काट दिए थे।
- विज्ञापन -