उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक किशोर का खतना कराकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। उससे एक होटल में काम कराया जाता था और उसे लगातार प्रताड़ित किया जाता था। उसे बंधक बनाकर रखा गया था और खाना भी नहीं दिया जाता था। किशोर का कहना है कि उसकी माँ की मौत होने के बाद उसके पिता ने एक मुस्लिम से दूसरी शादी की थी, लेकिन उस महिला ने उसके पिता की हत्या करवा दी और फिर उसे घर से निकाल दिया।
इस मामले में विश्व हिंदू परिषद को कार्यकर्ताओं ने थाने में FIR दर्ज कराई है। 14 साल के किशोर को फिलहाल बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है। किशोर मूल रूप से आजमगढ़ का रहने वाला है। बाराबंकी में विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत का कहना है कि वे पल्हरी चौराहे के पास हिंद मेडिकल स्टोर के पास खड़े थे। वहाँ एक किशोर आया और उसने पहले नाम नूर मोहम्मद बताया, फिर हिंदू नाम बताया।
इसके बाद विनय सिंह को शंका हुई तो उन्होंने विस्तार में बात की। किशोर ने बताया कि कहा कि वह आजमगढ़ के अतरौलिया का रहने वाला है। वह दलित समाज से ताल्लुक रखता है। उसने बताया कि उसकी माँ की मौत होने के बाद उसके पिता ने एक मुस्लिम महिला से दूसरी शादी कर ली। इसके बाद उसके घर मुस्लिम लोगों का आना-जाना शुरू हो गया। किशोर ने कहा कि उसकी सौतेली माँ ने प्रॉपर्टी के लिए उसके पिता की हत्या करवा दी और उसे घर से निकाल दिया।
इसी दौरान वह कबाड़ी का काम करने वाले रियासत और उसके बेटे मुर्शीद के संपर्क में आया। दोनों ने उसे कई महीनों तक अपने पास रखा और मुफ्त में काम करवाया। इसके बाद नौकरी दिलाने के नाम पर मुर्शीद ने उसे बाराबंकी में लाकर एक रेस्टोरेंट में नौकरी रखवा दिया। इस रेस्टोरेंट का नाम अफीफा रेस्टोरेंट है। यहाँ पर उससे काम करवाया जाता था और उससे ढंग से खाना भी नहीं दिया जाता था।
किशोर ने बताया कि एक दिन अफीफा रेस्टोरेंट के मालिक ने उससे उसके परिवार के बारे में पूछा। लड़के ने बताया कि उसका परिवार नहीं है। इसके बाद होटल का मालिक उसे बातों में फँसाकर अस्पताल ले गया और वहाँ खतना करवा दिया। रेस्टोरेंट में वापस आने के बाद उसका मालिक बोला, “अब तुम मुसलमान हो गए हो और तुम्हारा नाम नूर मोहम्मद हो गया है।” इसके बाद रेस्टोरेंट का मालिक उससे जबरन नमाज पढ़वाने लगा।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुर्शीद, उसके अब्बू रियासत अली और अफीफा रेस्टोरेंट के मालिक के खिलाफ धर्म परिवर्तन, एससी-एसटी एक्ट और शारीरिक शोषण का मुकदमा दर्ज कर लिया है। बच्चे को बाराबंकी पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड आजमगढ़़ में पेश कराकर उसका बयान दर्ज करवा दिया है। किशोर ने इसके बारे में सिलसिलेवार ढंग से से न्याय बोर्ड को बता दिया है। बोर्ड ने उसकी काउंसलिंग कराई है।