Saturday, July 27, 2024
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गार्गी कॉलेज मामला: CCTV में नहीं दिखा कोई भगवा झंडा, जय श्रीराम का प्रपंच हुआ फुस्स

खुद गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने स्वीकार किया है कि छात्राओं के साथ उत्पीड़न और बदसलूकी जरूर की गई लेकिन यह कहना एकदम बकवास है कि ऐसा करने से पहले धार्मिक नारे लगाए गए थे। लेकिन NDTV के रवीश कुमार जैसे लोग...

दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में पिछले दिनों छात्राओं से हुई छेड़छाड़ के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक अहम बयान जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने मामले में जानकारी देते हुए बताया है कि घटना के बाद से लगातार मीडिया हाउसों और सोशल मीडिया के माध्यम से दावा किया जा रहा था कि गार्गी कॉलेज की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले लोग भाजपा के गुंडे थे, जोकि हाथों में भगवा झंडे लिए हुए थे, लेकिन अभी तक सामने आई सीसीटीवी फुटेज में इस तरह की कोई तस्वीर सामने नहीं आई है।

इस बात की पुष्टि करते हुए डीसीपी दक्षिण दिल्ली अतुल ठाकुर ने बताया कि अब तक सीसीटीवी फुटेज में भगवा झंडे, या किसी भी तरह के झंडे पकड़े हुए लोग कहीं भी दिखाई नहीं दिए हैं। वहीं अतुल ठाकुर ने आगे कहा कि अभी तक की जाँच से यह पता नहीं चल सका है कि आरोपी किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं या नहीं, लेकिन सभी आरोपित या तो कॉलेज के छात्र हैं या फिर उनके दोस्त हैं।

मीडिया में इस मामले से संबंधित जितनी भी रिपोर्ट्स दिखाई गई, वह सभी एक इंस्टाग्राम हैंडल iawaken.in द्वारा अपलोड किए गए पोस्ट के आधार पर थीं। इसमें कहा गया था, “बीजेपी के गुंडे कैंपस के अंदर भगवा झंडे के साथ जय श्री राम का नारा लगा रहे थे।” इंस्टाग्राम हैंडल से ली गई इस पोस्ट में यह भी कहा गया था कि उन्होंने कॉलेज की लड़कियों के सुरक्षित स्थान को नष्ट कर दिया है, क्योंकि गार्गी कॉलेज एक महिला कॉलेज है, इसलिए यहाँ उनका दबदबा रहा है, लेकिन अब वो छीन लिया गया। वहीं इस पोस्ट का श्रेय @fuckbjp नाम के एक ट्विटर हैंडल को दिया गया था।

जब इस ट्विटर हैंडल की जाँच की गई तो @Fuckbjp नाम का अकाउंट बंद पाया गया। वहीं उक्त इंस्टाग्राम हैंडल से भी इस पोस्ट को हटा दिया गया है। वहीं इस मामले को NDTV के रवीश कुमार जैसे लोग अपना वामपंथी रंग देने में लगे हुए हैं। यह खुद गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने स्वीकार किया है कि छात्राओं के साथ उत्पीड़न और बदसलूकी जरूर की गई लेकिन यह कहना एकदम बकवास है कि ऐसा करने से पहले धार्मिक नारे लगाए गए थे।

घटना के विरोध में गार्गी कॉलेज में छात्राओं का धरना प्रदर्शन अभी जारी है। इससे पहले दिल्ली पुलिस 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। साथ ही मामले का खुलासा करने के लिए दिल्ली पुलिस की 11 टीमें दिन-रात जाँच में लगी हुई हैं।

आपको बता दें कि गार्गी कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक फेस्ट का छह फरवरी को अंतिम दिन था। कुछ छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से छेड़छाड़ की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि कॉलेज परिसर में दोपहर को जबरन घुसे बाहरी लोगों ने छात्राओं के सामने अश्लील हरकत कर छेड़छाड़ की। इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए उन्होंने इसे सुरक्षा में भारी चूक करार दिया था। वहीं इसके बाद घटना को लेकर कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और मामले में पुलिस से शिकायत की गई।

गार्गी कॉलेज यौन उत्पीड़न केस: पुलिस ने 10 छात्रों को किया गिरफ्तार, जाँच के लिए बनाई 11 टीमें

गार्गी कॉलेज में छेड़-छाड़ जरूर हुई, लेकिन धार्मिक नारों की बात सिर्फ वामपंथी मीडिया की करामात है

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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