Monday, July 14, 2025
Homeदेश-समाजकाजल हिंदुस्तानी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया: पीछे पड़ा था जुबैर गिरोह, जुमे...

काजल हिंदुस्तानी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया: पीछे पड़ा था जुबैर गिरोह, जुमे के दिन भीड़ ने लगाए थे ‘सर तन से जुदा’ के नारे

काजल हिंदुस्तानी का असली नाम काजल सिंगला है। उना में हुई भगवान राम की शोभायात्रा में 30 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।

गुजरात के गीर सोमनाथ जिले की पुलिस ने हिन्दू कार्यकर्ता काजल हिंदुस्तानी को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर रामनवमी के दौरान ‘हेट स्पीच’ देने का आरोप है। ALTNews वाला मोहम्मद जुबैर और उसका पूरे गिरोह काजल हिंदुस्तानी के पीछे पड़ा हुआ था और सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ भड़काऊ बातें कर रहा था। कुछ इसी तरह भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के लिए भी किया गया था, जिसके बाद ‘सर तन से जुदा’ गिरोह ने कइयों की हत्या कर दी थी।

काजल हिंदुस्तानी का असली नाम काजल सिंगला है। उना में हुई भगवान राम की शोभायात्रा में 30 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। जुलूस के बाद त्रिकोण बाग के पास रावणवाड़ी में धार्मिक सभा का आयोजन किया गया। इसमें काजल हिंदुस्तानी ने भाषण दिया। काजल हिंदुस्तानी ने अपने भाषण में लव जिहाद और लैंड जिहाद समेत कई मुद्दों पर बात की थी। इसके अगले जुमे को ‘सर तन से जुदा’ नारे के साथ उनके भाषण को उग्र बताते हुए मुस्लिम सड़कों पर उतर आए।

गुजरात की स्थानीय मीडिया ने काजल हिंदुस्तानी की गिरफ़्तारी की खबर प्रकाशित की है। उन्हें गिरफ्तार कर के अदालत में पेश किया गया। इसके बाद काजल हिंदुस्तानी को जेल भेज दिया गया। काजल हिंदुस्तानी पर दर्ज FIR में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एक खास समुदाय को निशाना बनाते हुए भड़काऊ बातें कही। इसके बाद मुस्लिम भीड़ ने सड़क पर उतर कर जम कर प्रदर्शन किया और उनकी हत्या की बातें कही।

उना में इसी मुद्दे पर एक कारोबारी और उसके कर्मचारियों के बीच भी बहस हो गई, जिसके बाद सड़क पर उतरे कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना के विरोधस्वरूप स्थानीय ‘चैंबर ऑफ कॉमर्स’ ने उना बंद भी बुलाया। याद हो कि गुजरात में भी रामनवमी के दौरान शोभा यात्रा पर जम कर पत्थरबाजी हुई थी, जिसके बाद सख्त रुख अख्तियार करते हुए पुलिस-प्रशासन ने कइयों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद हनुमान जन्मोत्सव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भारत-नेपाल सीमा पर इस्लामी कट्टरपंथियों का डेरा, मस्जिद-मजार जिहाद के लिए दक्षिण भारत से आ रहा मोटा पैसा: डेमोग्राफी भी बदली, ₹150 करोड़ फंडिंग...

भारत-नेपाल सीमा पर डेमोग्राफी बदलने का बड़ा खेल उजागर हुआ है। यहाँ आयकर विभाग को 150 करोड़ की फंडिंग के सबूत मिले हैं।

दीवाल फाँद कर जिनकी कब्र पर फातिहा पढ़ने पहुँचे CM उमर अब्दुल्ला, वो शहीद नहीं ‘दंगाई’ थे: जानिए ’13 जुलाई’ का वह सच जिसे...

13 जुलाई के कथित शहीद इस्लामी दंगाई थे और महाराजा हरि सिंह का तख्तापलट करना चाहते थे। इनकी ही मजार पर उमर अब्दुल्ला ने फूल चढ़ाए हैं।
- विज्ञापन -