केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने एक स्कूली छात्रा को मंच पर अपमानित करने के मामले में मुस्लिम नेता एमटी अब्दुल्ला मुसलियार (M T Abdulla Musaliyar) की कड़ी आलोचना की। दरअसल, केरल के सुन्नी स्कॉलर के एक संगठन समस्त केरल जेम-इय्यातुल उलमा (SKJU) के सदस्यों ने मंगलवार (10 मई 2022) को मलप्पुरम जिले में एक सम्मान समारोह के दौरान स्कूली छात्रा को मंच पर आमंत्रित करने के दौरान अपमानित किया था। ये घटना कैमरे में कैद हो गई थी। वीडियो वायरल होने के बाद इसकी चौतरफा आलोचना हुई।
राज्यपाल ने कही ये बात
राज्यपाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह जानकर दुख हुआ कि मलप्पुरम में एक युवा प्रतिभाशाली लड़की को अवॉर्ड प्राप्त करने के दौरान मंच पर अपमानित किया गया, क्योंकि वह एक मुस्लिम परिवार में पैदा हुई थी। राज्यपाल ने कहा कि यह एक उदाहरण है कि कैसे कट्टर मौलवी मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर धकेलते हैं और कुरान के आदेशों एवं संविधान के प्रावधानों की अवहेलना करते हुए उनके व्यक्तित्व को दबाते हैं। इस दौरान राज्यपाल आरिफ खान ने पवित्र कुरान का भी उल्लेख किया।
Hon’ble Governor Shri Arif Mohammed Khan said: “Holy Qur’an says – ” And women shall have rights similar to the rights against them according to what is fair and reasonable, but men have an added degree of RESPONSIBILITY towards them -2.228″: PRO KeralaRajBhavan(T3/3)
— Kerala Governor (@KeralaGovernor) May 11, 2022
उन्होंने आगे ट्वीट में लिखा, “पवित्र कुरान कहता है- महिलाओं को उनके खिलाफ अधिकारों के समान अधिकार होंगे, जो उचित और सही भी है, लेकिन परुषों के पास उनके प्रति जिम्मेदारी की एक अतिरिक्त डिग्री है।”
वहीं इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, केरल महिला आयोग की अध्यक्ष पी सतीदेवी ने कहा कि मुस्लिम नेता की महिला द्वेषपूर्ण टिप्पणी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को सदियों पीछे ले जाने के ऐसे प्रयासों के खिलाफ लोगों को आवाज उठानी चाहिए।
क्या दिख रहा है वीडियो में?
वायरल वीडियो में एसकेजेयू के सदस्यों को एक लड़के को पुरस्कार देते देखा गया, इसके बाद एक लड़की को अवॉर्ड देने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया। इस दौरान मुस्लिम नेता अब्दुल्ला मुसलियार ने आयोजकों को इसके लिए जमकर फटकारा। धमकाया भी कि आगे से ऐसा करोगे तो देख लूँगा। यह घटना एक ‘मदरसा’ बिल्डिंग के उद्घाटन के दौरान हुई, जहाँ हाल ही में छात्रों को सम्मानित किया गया था। छात्रा को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के नेता पनक्कड़ सैयद अब्बास अली शिहाब थंगल ने स्मृति चिन्ह सौंपा। पुरस्कार सौंपे जाने के तुरंत बाद, मुसलियार ने आयोजकों से सवाल किया कि लड़की को मंच पर क्यों बुलाया गया। इस दौरान अब्बास अली शिहाब थंगल भी वहीं पर मौजूद थे।
मुसलियार ने कहा, “यहाँ मंच पर 10वीं की छात्रा को किसने बुलाया? हमारी मौजूदगी में ऐसी चीजें न करें। यह सब तस्वीरों में दिखाया जाएगा और प्रसारित किया जाएगा? गुस्से में मुसलियार आयोजकों को धमकी देते हुए कहते हैं कि अगर आपने ऐसा दोबारा किया, तो आपके लिए ठीक नहीं होगा। इस तरह से लड़कियों को यहाँ न बुलाएँ। क्या आप नियम नहीं जानते? माता-पिता को यहाँ बुलाएँ।” मुस्लिम नेताओं द्वारा फटकारे जाने पर छात्रा के नाम की घोषणा करने वाला और उसे मंच पर बुलाने वाला शख्स मुसलियार से माफी माँगता नजर आया।