Thursday, April 17, 2025
Homeदेश-समाजअमृतपाल के चाचा-ड्राइवर ने किया पंजाब पुलिस के आगे सरेंडर, गाड़ी से मिली बंदूक-तलवार:...

अमृतपाल के चाचा-ड्राइवर ने किया पंजाब पुलिस के आगे सरेंडर, गाड़ी से मिली बंदूक-तलवार: आत्मघाती दस्ते का खुलासा, 112 गिरफ्तार

पंजाब पुलिस की छापेमारी के तीसरे दिन अमृतपाल के ड्राइवर हरप्रीत और चाचा हरजीत ने आत्मसमर्पण किया। दोनों को मेहतपुर पुलिस द्वारा कस्टडी में ले लिया गया। 19 मार्च को अमृतपाल के वारिस दे पंजाब संगठन से जुड़े 34 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक कुल गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 112 हो चुकी है।

खालिस्तान समर्थक भगोड़े अमृतपाल और उसके साथियों की लगातार तलाश में जुटी पंजाब पुलिस को तीसरे दिन बड़ी सफलता मिली है। पुलिस के दबाव के चलते भगोड़े अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर ने सरेंडर कर दिया है। अमृतपाल द्वारा आत्मघाती दस्ता बनाए जाने की साजिश का भी खुलासा हुआ है। पंजाब पुलिस ने रविवार (19 मार्च 2023) तक ‘वारिस दे पंजाब’ संगठन के अब तक 112 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस और पैरामिलिट्री गश्त कर रही है। समाज के सभी वर्गों से अफवाहों को न उड़ाने और न ही उस पर ध्यान देने की अपील की गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूरे प्रदेश में चल रही पंजाब पुलिस की छापेमारी के तीसरे दिन अमृतपाल के ड्राइवर हरप्रीत और चाचा हरजीत ने आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों को मेहतपुर पुलिस द्वारा कस्टडी में ले लिया गया है। 19 मार्च को अमृतपाल के वारिस दे पंजाब संगठन से जुड़े 34 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक कुल गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 112 हो चुकी है। पुलिस ने मेहतपुर के गाँव सलीना से वो कार भी बरामद करने का दावा किया है जिससे अमृतपाल भागा था।

इस गाड़ी में एक राइफल, 57 जिन्दा कारतूस, 1 तलवार और 1 वॉकी टॉकी बरामद हुई है। गाडी SBS नगर के मनप्रीत के नाम थी। मनप्रीत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक संवेदनशील क्षेत्रों में इंटरनेट पर प्रतिबंध सोमवार (20 मार्च 2023) तक बढ़ा दिया गया है। पुलिस और पैरामिलिट्री ने फ्लैग मार्च किया है। पंजाब पुलिस ने आम लोगों के साथ मीडियाकर्मियों से भी किसी भी प्रकार की गलत न्यूज़ न चलाने की अपील की है। तमाम जिलों में पीस कमेटी की मीटिंग भी बुलाई गई है।

बना रहा था आत्मघाती दस्ता

एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमृतपाल ने हथियारों को नशा मुक्ति केंद्र और गुरूद्वारे में छिपाया था। नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। ये हथियार पंजाब के युवाओं को न सिर्फ हमले की ट्रेनिंग दे रहे थे बल्कि इसी की आड़ में आत्मघाती दस्ता भी तैयार किया जा रहा था। अपने द्वारा ट्रेनिंग दिए जाने वाले युवाओं को अमृतपाल ‘खड्कू’ (Khadkoo)) नाम देता था। अमृतपाल अपने द्वारा ब्रेनवाश किए जा रहे युवाओं को पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कातिल सरदार दिलावर सिंह जैसा बंनने के लिए उकसाया करता था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अब चलती ट्रेन में मिलेगी ATM सुविधा, मुंबई से नासिक के बीच चलने वाली पंचवटी एक्सप्रेस में पायलट प्रोजेक्ट शुरू: नकदी के लिए यात्रियों...

मुंबई और मनमाड के बीच चलने वाली पंचवटी एक्सप्रेस में देश का पहला चलता-फिरता एटीएम लगाया गया है। यह पहल सेंट्रल रेलवे के भुसावल डिवीजन और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सहयोग से शुरू हुई है।

‘जिस तरह गुंडे औरतों पर हाथ रखते हैं, ये (मुस्लिम) जमीन पर रख देते हैं’: क्या है ‘वक्फ बाय यूजर’ जिसे MP ने बताया...

वक्फ बाय यूजर ऐसी संपत्तियाँ हैं, जिनका उपयोग मुस्लिम समुदाय अपने मजहबी उद्देश्यों के लिए करता रहा है। यह किसी की भी हो सकती है।
- विज्ञापन -